Muzaffarnagar : राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी ऋषिपाल अंबावता ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किसानों और आम जनता पर लगातार उत्पीड़न और स्मार्ट मीटर से उत्पन्न समस्याओं के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) बड़ा आंदोलन छेड़ने जा रही है।
इस संदर्भ में अधीक्षण अभियंता कार्यालय, नुमाइश ग्राउंड, मुजफ्फरनगर पर 6 अक्टूबर, सोमवार को सुबह 10 बजे एक दिवसीय महापंचायत आयोजित की जाएगी। महापंचायत में भाकियू अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र प्रधान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे और सरकार को किसानों और आम जनता की समस्याओं के प्रति कड़ा संदेश देंगे।
स्मार्ट मीटर और बिजली विभाग के खिलाफ विरोध: किसानों और जनता की आवाज
स्मार्ट मीटर और बिजली विभाग की मनमानी को लेकर किसानों और आम जनता में भारी नाराजगी है। महापंचायत को लेकर न केवल मुजफ्फरनगर के किसान बल्कि आसपास के जिलों से भी कार्यकर्ता और किसान उत्साहपूर्वक भाग लेने की तैयारी में हैं।
जिला अध्यक्ष चैधरी जीशान सिद्दीकी ने कहा कि इस महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान और मजदूर जुटेंगे और बिजली विभाग की मनमानी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र प्रधान का संदेश: आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र प्रधान ने चेतावनी दी है कि यदि विद्युत विभाग किसानों और आम जनता को परेशान करना बंद नहीं करता, तो भाकियू अंबावता संगठन सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ है, जिसे किसी भी कीमत पर जीता जाएगा।
महापंचायत के मुख्य मुद्दे
भाकियू अंबावता ने महापंचायत में उठाए जाने वाले मुख्य मुद्दों का विवरण इस प्रकार किया है:
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स्मार्ट मीटर से आने वाले गलत बिलों को रोकना और स्मार्ट मीटर को निरस्त करना।
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विद्युत विभाग द्वारा किसानों और आम जनता का शोषण बंद करना।
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अन्यायपूर्ण बिजली बिलों को तुरंत निरस्त करना।
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बिजली विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई।
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बिजली से जुड़े सभी मामलों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
जिला अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई केवल किसानों की नहीं है, बल्कि हर उस नागरिक की है जो बिजली विभाग की मनमानी से परेशान है।
किसानों और मजदूरों से अपील: महापंचायत में सहभागिता
भाकियू अंबावता ने सभी किसानों और मजदूरों से 6 अक्टूबर सुबह 10 बजे महापंचायत में शामिल होने की अपील की है। संगठन का मानना है कि महापंचायत के माध्यम से न केवल बिजली विभाग के भ्रष्टाचार और मनमानी पर रोक लगेगी, बल्कि जनता में जागरूकता भी बढ़ेगी।
महापंचायत में शामिल होने वाले लोग बिजली विभाग की मनमानी और स्मार्ट मीटर से उत्पन्न समस्याओं के खिलाफ एकजुट होकर अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। संगठन का संदेश है कि जनता के अधिकारों के लिए लड़ाई हमेशा जारी रहेगी और किसी भी दबाव से पीछे नहीं हटेंगे।
मुजफ्फरनगर महापंचायत का महत्व: 6 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत किसानों और आम जनता के लिए एक बड़ा मंच साबित होगी। बिजली विभाग की मनमानी और स्मार्ट मीटर से उत्पन्न समस्याओं के खिलाफ यह आंदोलन उनकी आवाज को मजबूती देगा। भाकियू अंबावता ने सभी को एकजुट होकर इस लड़ाई में शामिल होने की अपील की है, ताकि अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ सशक्त संदेश दिया जा सके।