Muzaffarnagar। किसानों और मजदूरों के हक की लड़ाई अब तेज होती जा रही है। भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में हजारों किसान और मजदूर डीएम कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए और अपनी प्रमुख मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की।
किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सरकार को किसानों और मजदूरों के हित में ठोस कदम उठाने होंगे। ज्ञापन में मुख्य रूप से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) गारंटी कानून, किसानों के कर्ज की माफी, बिजली के बढ़ते बिलों पर रोक, स्मार्ट मीटर हटाने और हर जिले में एम्स अस्पताल खोलने जैसी मांगों को शामिल किया गया।
📢 सरकार को चेतावनी: अब नहीं रुकेगा आंदोलन!
प्रदर्शनकारियों ने साफ कर दिया कि अगर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने कहा कि यह लड़ाई किसानों के हक और उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए है, जिसे अब किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटाया जाएगा।
🔥 किसानों की मुख्य मांगें: सरकार से यह चाहते हैं अन्नदाता!
1️⃣ एमएसपी गारंटी कानून लागू हो
👉 किसानों का कहना है कि एमएसपी (Minimum Support Price) को कानूनी दर्जा दिया जाए, ताकि उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य मिल सके।
2️⃣ किसानों का कर्ज माफ किया जाए
👉 देशभर में किसान कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं और आत्महत्याएं कर रहे हैं। इसलिए सभी किसानों के कर्ज को माफ किया जाए।
3️⃣ बिजली के स्मार्ट मीटर हटाए जाएं
👉 स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जिससे आम जनता और किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
4️⃣ हर जिले में एक एम्स अस्पताल बनाया जाए
👉 उत्तर प्रदेश के हर जिले में एम्स अस्पताल की मांग की गई है, ताकि मरीजों को उचित इलाज मिल सके और उन्हें दूसरे शहरों में जाने की जरूरत न पड़े।
5️⃣ बिजली का निजीकरण रोका जाए
👉 किसानों और आम लोगों को राहत देने के लिए बिजली का निजीकरण न किया जाए।
6️⃣ कृषि उत्पादों पर सब्सिडी बढ़ाई जाए
👉 खाद, बीज, उर्वरक और अन्य कृषि उपयोगी वस्तुओं पर 50% सब्सिडी दी जाए, ताकि किसानों को राहत मिल सके।
7️⃣ कोरी जाति के प्रमाण पत्र जारी किए जाएं
👉 सरकार से मांग की गई कि कोरी जाति प्रमाण पत्र निर्गत किए जाएं, जिससे इस समुदाय को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
🚜 किसानों का आक्रोश: “हम सिर्फ वादे नहीं, हक मांग रहे हैं!”
धरने में मौजूद भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ वादे करती है, लेकिन उन पर अमल नहीं होता। किसानों को जब तक उनके अधिकार नहीं मिलते, तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा।
📌 संयुक्त मोर्चा के एक नेता ने कहा:
“हमने कई बार अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाया, लेकिन हर बार हमें केवल आश्वासन दिया जाता है। अगर इस बार भी हमारी मांगे नहीं मानी गईं, तो हम दिल्ली तक मार्च करेंगे और सरकार को झुकने पर मजबूर कर देंगे।”
👥 प्रदर्शन में उमड़ा जनसैलाब, भारी पुलिस बल तैनात
किसानों के इस बड़े प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क रहा। डीएम कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने की अपील की, लेकिन किसानों का जोश देखने लायक था।
💬 सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रहा किसान आंदोलन
इस प्रदर्शन की गूंज सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली। कई लोगों ने ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर किसानों का समर्थन करते हुए पोस्ट डाले।
📌 ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे कुछ हैशटैग:
- #KisanAndolan
- #MSPGaranti
- #NoSmartMeter
- #FarmersProtest
📍 अब आगे क्या? किसानों ने दिया सरकार को अल्टीमेटम
संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही हमारी मांगों को पूरा नहीं करती, तो हम प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
📢 उन्होंने चेतावनी दी कि
“अब सिर्फ ज्ञापन नहीं, सीधा एक्शन होगा! अगर सरकार ने किसानों की अनदेखी की, तो हम अगले चरण के आंदोलन के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
💡यह प्रदर्शन किसानों की बढ़ती समस्याओं की तरफ सरकार का ध्यान खींचने के लिए किया गया। किसानों की मांगें पूरी होंगी या नहीं, यह तो आने वाले दिनों में ही पता चलेगा, लेकिन एक बात साफ है कि किसानों का यह आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है!
👉 अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या समाधान निकालती है!