Muzaffarnagar जनपद में घने कोहरे का तांडव लगातार बढ़ता जा रहा है और fog accident की घटनाएँ दिन-ब-दिन भयावह रूप लेती दिख रही हैं। गुरुवार को पानीपत–खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर सात वाहनों की भिड़ंत ने पूरे क्षेत्र की चिंता बढ़ा दी थी।
लेकिन शुक्रवार की सुबह इससे भी अधिक दुखद साबित हुई, जब चरथावल थाना क्षेत्र में एक किसान घने कोहरे की मार से असमय मौत के मुंह में समा गया।
सुबह-सुबह सड़कों पर बिछे सफेद धुंध के कारण दृश्यता इतनी कम थी कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। इसी बीच एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने किसान को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। परिवार को जैसे ही सूचना मिली, वे दौड़कर अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घर लौटते समय हुआ हादसा—अज्ञात वाहन ने मारी जोरदार टक्कर
चरथावल थाना क्षेत्र के गांव हरनाकी निवासी किसान जयकुमार पुत्र बिजेंद्र शुक्रवार सुबह किसी कार्य से वापस घर लौट रहे थे।
ठंडी हवा और घने कोहरे से भरी सुबह में सड़कों पर दृश्यता लगभग शून्य जैसी थी। गांव के बाहर मुख्य मार्ग पर अचानक एक अज्ञात वाहन तेज रफ्तार से आया और जयकुमार को जोरदार टक्कर मारकर निकल गया।
टक्कर इतनी भीषण थी कि किसान सड़क पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। पीछे से गुजर रहे राहगीरों ने तुरंत गांव वालों और परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में थानाभवन के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया।
अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच के बाद जयकुमार को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में चीख-पुकार मच गई और गांव में मातम का माहौल छा गया।
किसान नेता मौके पर पहुंचे—उच्चाधिकारियों को सूचना, निष्पक्ष जांच की मांग
हादसे की जानकारी मिलने पर भाकियू नेता विकास शर्मा तुरंत अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत कराया।
उन्होंने मांग की कि—
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इस Muzaffarnagar fog accident की निष्पक्ष जांच हो
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फरार वाहन चालक की जल्द तलाश की जाए
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मुख्य मार्गों पर कोहरा बढ़ने से पहले सुरक्षा प्रबंध सख्त हों
किसान नेताओं का कहना है कि लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाएँ प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक बड़ी चेतावनी हैं और अब विशेष कार्रवाई अनिवार्य हो चुकी है।
ग्रामीणों की चिंताएँ—कोहरे के कारण दुर्घटनाएँ बढ़ीं, सड़कों पर गश्त और चेतावनी संकेतक की मांग
गांव हरनाकी सहित आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में घना कोहरा छाया हुआ है। तेज़ ठंड और कम दृश्यता के कारण—
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सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं
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सुबह और देर शाम का समय बेहद जोखिमपूर्ण हो चुका है
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वाहन चालक तेज गति और हेडलाइट के गलत उपयोग से स्थिति और खराब कर देते हैं
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि—
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मुख्य मार्गों पर रात्रि गश्त बढ़ाई जाए
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दुर्घटना संभावित स्थानों पर चमकीले चेतावनी बोर्ड लगाए जाएँ
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गांव के आसपास के अंधेरे हिस्सों में स्ट्रीट लाइट सुधारी जाए
इन मांगों का उद्देश्य है कि भविष्य में Muzaffarnagar fog accident जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस की कार्रवाई—FIR दर्ज, पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
भाकियू नेता के माध्यम से सूचना मिलने पर पुलिस टीम अस्पताल पहुंची।
पुलिसकर्मियों ने—
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परिजनों से पूरे हादसे की जानकारी ली
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मौके की प्रारंभिक जांच की
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मृतक किसान का पंचनामा भरने की प्रक्रिया पूरी की
इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
चरथावल थाना प्रभारी ने बताया कि परिजनों की तहरीर के अनुसार अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने यह भी कहा कि हिट-एंड-रन मामलों में समय पर साक्ष्य जुटाना बेहद महत्वपूर्ण होता है, इसलिए आसपास लगे CCTV और चश्मदीदों के बयान भी लिए जा रहे हैं।
गांव में शोक की लहर—कृषक समाज में आक्रोश और चिंतन दोनों
किसान जयकुमार की असमय मृत्यु से गांव हरनाकी और आसपास के क्षेत्रों में गहरा शोक फैल गया है।
कृषक समाज में इस घटना को लेकर आक्रोश भी है कि कोहरे के मौसम में सड़क सुरक्षा को इतना हल्के में क्यों लिया जाता है।
लोगों का कहना है कि तेज रफ्तार और लापरवाही ने एक परिवार का सहारा छीन लिया।
यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि उन तमाम लोगों के लिए चेतावनी है जो कोहरे में बिना सावधानी वाहन चलाते हैं।
मुज़फ्फरनगर में बढ़ते **Muzaffarnagar fog accident** मामलों ने प्रशासन और आम जनता दोनों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि घने कोहरे के इस मौसम में सड़क सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता देना अब अनिवार्य हो चुका है। किसान जयकुमार की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय रहते सुरक्षा उपाय नहीं बढ़ाए गए तो ऐसी दर्दनाक घटनाएँ फिर सामने आ सकती हैं।
