Muzaffarnagar में अपराधियों की अब खैर नहीं। जैसे ही जिले के नए एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कार्यभार संभाला, पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ एक्शन मोड में आते हुए साफ संदेश दे दिया—अब अपराध बर्दाश्त नहीं। जिले की शांति भंग करने वाले बदमाशों पर अब कानून का शिकंजा और गोलियों का जवाब मिलने लगा है।
सुबह-सुबह जंगल में गूंजी गोलियां, एक शातिर बदमाश घायल हालत में गिरफ्तार
गुरुवार की सुबह जैसे ही बुढ़ाना थाना क्षेत्र में सघन चेकिंग शुरू हुई, तभी पुलिस को एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार दिखाई दिया। रुकने का इशारा हुआ, लेकिन अपराधी पुलिस को चकमा देकर भागने लगा। पीछा हुआ, बाइक गिर गई, और जंगल की ओर भागते वक्त उस बदमाश ने पुलिस पर गोलियां चलाईं। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और बदमाश को घायल अवस्था में दबोच लिया गया।
गिरफ्तार अपराधी की पहचान इरशाद उर्फ काला पुत्र कालू, निवासी ग्राम अलीपुर अटेरना, थाना बुढ़ाना के रूप में हुई है। वह बुढ़ाना का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है और चार थानों में दर्ज 25 मुकदमों में वांछित चल रहा था।
इन अपराधों का रहा है बादशाह: हत्या, लूट, डकैती, धोखाधड़ी और जानलेवा हमला
इरशाद का आपराधिक इतिहास बेहद गंभीर और खतरनाक है। 2012 से लेकर अब तक उस पर लूट, हत्या, डकैती, धोखाधड़ी, और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। वो सिर्फ एक बदमाश नहीं, बल्कि इलाके में खौफ का दूसरा नाम बन चुका था।
थानों की फाइलों में दर्ज नाम: बुढ़ाना, भोपा, सिखेड़ा और सिविल लाइन में रही तलाश
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इरशाद के खिलाफ पहला केस 2012 में दर्ज हुआ था और इसके बाद तो जैसे अपराध का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। बुढ़ाना के अलावा भोपा, सिखेड़ा और सिविल लाइन थाना क्षेत्रों में भी वह वांछित चल रहा था।
एसपी संजय कुमार वर्मा का एक्शन प्लान: ‘अब जिले में सिर्फ कानून का राज होगा’
जैसे ही एसपी संजय कुमार वर्मा ने चार्ज संभाला, जिले में पुलिस की सक्रियता अचानक बढ़ गई। पहली रात ही पुलिस ने मुठभेड़ कर एक वांछित अपराधी को दबोच लिया। इस एक्शन ने अपराधियों के होश उड़ा दिए हैं। पुलिस महकमे में भी नई ऊर्जा दिखाई दे रही है।
एसपी संजय वर्मा ने कहा कि, “अब जिले में अपराधियों की कोई जगह नहीं होगी। हर वांछित अपराधी को खोज-खोजकर जेल भेजा जाएगा। जरूरत पड़ी तो एनकाउंटर किया जाएगा।”
सीओ गजेन्द्र पाल सिंह और प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा की टीम की तारीफ
इस सफलता का श्रेय सीओ बुढ़ाना गजेन्द्र पाल सिंह और थाना प्रभारी आनंद देव मिश्रा की तेजतर्रार टीम को दिया जा रहा है, जिन्होंने बिना किसी डर के बदमाश का सामना किया और उसे घायल अवस्था में काबू किया।
इरशाद के पास से क्या-क्या मिला?
पुलिस ने इरशाद के कब्जे से एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (बिना नंबर प्लेट के) और एक अवैध हथियार बरामद किया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह हथियार कहां से लाया गया था और इसका प्रयोग किन अपराधों में हुआ था।
अंदर की खबर: इरशाद के नेटवर्क की तलाश में पुलिस
पुलिस अब इरशाद के नेटवर्क को खंगाल रही है। उसे शक है कि वह किसी बड़े गिरोह का हिस्सा है जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है। इसके तार कई जिलों और संभवतः अन्य राज्यों तक भी जुड़े हो सकते हैं। गिरफ्तारी के बाद उससे लगातार पूछताछ हो रही है, जिसमें कई अहम खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
जिले में पुलिस का संदेश साफ: अपराध या जेल
मुजफ्फरनगर पुलिस ने अब दो टूक संदेश दे दिया है—या तो अपराध छोड़ दो या फिर गोली खाओ। नए कप्तान के नेतृत्व में पुलिस ने मुठभेड़ और गिरफ्तारियों की रफ्तार तेज कर दी है।
स्थानीय लोगों में राहत, अपराधियों में डर
इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों में राहत की सांस देखी जा रही है। ग्रामीणों ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें रात को चैन की नींद आती है। वहीं, इलाके के बदमाशों में डर का माहौल है, क्योंकि पुलिस की गोलियां अब अपराधियों को बेखौफ नहीं रहने दे रही हैं।
क्या इरशाद को जल्द मिलेगी सजा?
पुलिस अब इरशाद के पुराने केसों की फाइलें निकालकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने की तैयारी कर रही है। इसका उद्देश्य है कि जल्द से जल्द उसे कानून के कठघरे में लाकर सजा दिलाई जा सके।