Muzaffarnagar, Uttar Pradesh: मुजफ्फरनगर टैक्सी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एक गंभीर समस्या को लेकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि जनपद और आसपास के क्षेत्रों में निजी घरेलू गाड़ियां, जैसे स्कॉर्पियो, बुलैरो, स्वीफ्ट डिजायर, और अर्टिगा, टैक्सी के रूप में बिना किसी रजिस्ट्रेशन के चल रही हैं, जिससे सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है और रजिस्टर्ड टैक्सी ऑपरेटरों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

मुजफ्फरनगर टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष मौ. दिलशाद अब्बासी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान इस मामले को उठाया। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन द्वारा भेजे गए ज्ञापन में यह जानकारी दी गई है कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित टैक्स रजिस्टर्ड टैक्सी ऑपरेटरों से लिया जाता है, जबकि इन अवैध टैक्सियों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। इसके कारण सरकार को राजस्व की हानि हो रही है और टैक्सी ऑपरेटरों को व्यापारिक रूप से भी नुकसान हो रहा है।

अवैध टैक्सी संचालन के बारे में शिकायतें

दिलशाद अब्बासी ने कहा, “अवैध टैक्सी ऑपरेटरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिनकी समय अवधि भी पूरी हो चुकी है। इसके अलावा, ये गाड़ियां शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों जैसे रामपुर तिराहा, संधावली ब्रिज, और बेगराजपुर चौकी पर अपने स्टैंड बना चुकी हैं। इन स्थानों से इन अवैध टैक्सियों का संचालन होता है। हमने इस मुद्दे को परिवहन विभाग के साथ साझा किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि, “ये अवैध टैक्सियां न केवल टैक्सी एसोसिएशन के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बन रही हैं, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी खतरे की बात है जो रजिस्टर्ड टैक्सी सेवाओं का उपयोग करते हैं।”

प्रशासन से कार्रवाई की अपील

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि इन अवैध टैक्सियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि रजिस्टर्ड टैक्सी ऑपरेटरों को उनके अधिकार मिल सकें और सरकार को राजस्व का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि प्रशासन को इन अवैध टैक्सियों पर रोक लगानी चाहिए और संबंधित विभागों को उचित दिशा-निर्देश देने चाहिए।

इस प्रेस वार्ता में एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी, जैसे गुलशेर मलिक, मौ. अफसर, तमरेज, राहुल त्यागी, और सोनू रंगरेज भी उपस्थित थे। उन्होंने भी एसोसिएशन के अध्यक्ष की बातों का समर्थन किया और प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की।

महत्वपूर्ण विकास और अपेक्षाएँ

माना जा रहा है कि यदि इस मुद्दे पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यह न केवल टैक्सी उद्योग के लिए बल्कि शहर में यात्रा करने वाले आम नागरिकों के लिए भी एक बड़ी समस्या बन सकती है। इस मुद्दे पर प्रशासन की जल्दी कार्रवाई से न केवल अवैध व्यापार को नियंत्रित किया जा सकेगा, बल्कि शहर में टैक्सी सेवाओं की विश्वसनीयता और सुरक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा।

यह समय की आवश्यकता है कि प्रशासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान दे और अवैध टैक्सी संचालन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। रजिस्टर्ड टैक्सी ऑपरेटरों के अधिकारों की रक्षा करना और सरकारी राजस्व को सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है।

 



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