Muzaffarnagar जिले के थाना नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव रुकनपुर में एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। मंगलवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब गांव के बाहर स्थित एक बाग की पानी की होजी में गांव के ही चौकीदार गोपाल का शव संदिग्ध हालात में पड़ा मिला।
चौकीदार की रहस्यमयी मौत से गांव में मातम, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
स्थानीय निवासी और मृतक के परिचितों के अनुसार, गोपाल बीती रात अपने घर से निकले थे। वह अक्सर रात में बाग की सिंचाई और देखरेख का काम करते थे। दिन के समय वह बिजली का कार्य करते थे और रात के वक्त बाग की रखवाली किया करते थे। लेकिन बुधवार सुबह जब ग्रामीणों ने पानी की होजी में सिर के बल पड़ा उनका शव देखा, तो पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
मौत पर सवाल खड़े कर रही हैं शव की हालत और सिर पर गंभीर चोटें
शव की स्थिति ने इस घटना को एक साधारण दुर्घटना नहीं, बल्कि किसी साजिश की ओर इशारा किया है। गोपाल के सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे और शरीर अकड़ा हुआ था, जिससे प्रतीत होता है कि मौत रात के समय ही हो गई थी।
बेटे अरविंद ने जताई हत्या की आशंका, कहा- पिता को साजिश के तहत मारा गया
मृतक के पुत्र अरविंद ने बताया कि उनके पिता गोपाल पिछले लगभग 20 वर्षों से इसी बाग में काम कर रहे थे। वह एक मेहनती और ईमानदार व्यक्ति थे, जिनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। अरविंद का कहना है कि यह महज हादसा नहीं हो सकता। किसी ने जानबूझकर उनके पिता को मारकर पानी में फेंक दिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच करने की मांग की है।
जिला पंचायत सदस्य अमरकांत ने मौके का लिया जायजा, दी गंभीर जांच की मांग
घटनास्थल पर वार्ड 12 के जिला पंचायत सदस्य अमरकांत भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि गोपाल इस बाग में वर्षों से वफादारी से काम कर रहे थे। अमरकांत का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश हो सकती है, क्योंकि शव की हालत, सिर पर लगी चोटें और रात में हुई मौत से यह स्पष्ट होता है कि मामला सामान्य नहीं है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर भेजा पोस्टमार्टम, बोले- रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कारण
नगर कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला संदेहास्पद जरूर है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि मौत का कारण क्या था। पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है और परिजनों के बयानों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
स्थानीय लोग बोले- गोपाल को दी गई सजा या बना शिकार?
ग्रामीणों का कहना है कि गोपाल जैसे ईमानदार और मेहनती व्यक्ति की इस तरह की संदिग्ध मौत कई सवाल खड़े करती है। क्या किसी ने पुरानी रंजिश के तहत उन्हें सजा दी? या फिर वह किसी बड़ी साजिश का शिकार बन गए?
सुरक्षा पर उठे सवाल, बाग की निगरानी में चूक या जानबूझकर बनाया गया निशाना?
यह मामला स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है। एक ऐसा व्यक्ति जो रोज़ रात बाग की निगरानी करता था, आखिर कैसे किसी की निगाह में आए बिना मार दिया गया? क्या बाग में लगे कैमरे काम नहीं कर रहे थे? या फिर जानबूझकर उसे एक सुनसान जगह पर फंसाया गया?
क्या CCTV फुटेज से खुलेंगे राज? पुलिस कर रही तकनीकी जांच
पुलिस अब घटनास्थल और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। तकनीकी जांच से कुछ सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है।
गांव में पसरा मातम, लोगों की जुबान पर बस एक ही सवाल- ‘गोपाल की हत्या क्यों?’
पूरे गांव में शोक की लहर है। गोपाल को जानने वाले हर व्यक्ति स्तब्ध है और एक ही सवाल पूछ रहा है – आखिर गोपाल की मौत का जिम्मेदार कौन है?
क्या मिलेगी गोपाल को इंसाफ? परिजनों को है न्याय की उम्मीद
परिवारवालों का कहना है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक गोपाल को न्याय नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस निष्पक्ष जांच करती है, तो हत्यारे ज़रूर पकड़े जाएंगे।
रात के अंधेरे में क्या हुआ था? कई परतों में उलझता नजर आ रहा है यह केस
रात के समय गोपाल अकेले खेत की ओर निकले थे। उनका मोबाइल कहां है? किसी ने देखा था उन्हें जाते हुए? किससे हुई थी आखिरी बात? ये सभी सवाल अब जांच के दायरे में हैं।
मौत के पीछे की मंशा या महज हादसा? पुलिस जल्द कर सकती है खुलासा
पुलिस का कहना है कि जांच तेजी से की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही कई बातें स्पष्ट हो जाएंगी। शुरुआती तौर पर इसे संदेहास्पद मौत माना गया है, लेकिन तमाम बिंदुओं पर जांच जारी है।
परिवार के आंसुओं और ग्रामीणों की नाराज़गी के बीच अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं। क्या गोपाल को न्याय मिलेगा? क्या उनके हत्यारे पकड़े जाएंगे? आने वाले दिन इस रहस्यमयी मौत की गुत्थी को सुलझाने में निर्णायक साबित होंगे।