Muzaffarnagar : बीती रात से लगातार हो रही बारिश ने शहर की व्यवस्था की पोल खोल दी है। नगर पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने सभासदों के साथ शहर का दौरा किया और हर गली में जलभराव की स्थिति देखकर नाराजगी जताई। टाउनहाल रोड पर कई फीट पानी देखकर वह बिफर पड़ीं और उन्होंने सफाई निरीक्षकों पलक्षा मैनवाल व वैशाली सोती को तुरंत तलब किया।
ड्रेनेज व्यवस्था पर उठे सवाल, अधिकारियों से की कड़ी पूछताछ
पालिकाध्यक्ष ने साफ कहा कि जलभराव के लिए अब ठोस कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि सभी सफाई कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर बुलाया जाए, और राहत कार्य व जलनिकासी व्यवस्था में तेजी लाई जाए।
नालों का पानी घरों तक पहुंचा, जनता में आक्रोश
खालापार, नई मंडी, और रुड़की रोड जैसे क्षेत्रों में नालों का गंदा पानी घरों और दुकानों तक घुस गया है। लोगों का सामान खराब हो गया, और व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गईं। स्थानीय लोगों ने दुकानों के सामने जलभराव की शिकायत करते हुए नगर पालिका को ज़िम्मेदार ठहराया।
एकता विहार कॉलोनी में गंदे पानी से घरों में तबाही, विरोध में उठीं आवाजें
रुड़की रोड स्थित उत्तरी रामपुरी की एकता विहार कॉलोनी में हालात और भी गंभीर हैं। यहां घरों के अंदर तक गंदा पानी घुस गया, जिससे नागरिकों में आक्रोश फैल गया। नाराज़ लोगों ने पानी में खड़े होकर प्रदर्शन किया और नगर पालिका के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
जलनिकासी ठप, लोगों ने कहा—यह शहर नहीं, ‘जलनगर’ बन गया है
स्थानीय निवासी ने कहा,
“हर साल यही होता है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं। आज घर का सामान ही नहीं, हमारी उम्मीदें भी बह रही हैं।”
लोगों ने पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप से तत्काल समाधान की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द हालात नहीं सुधरे, तो बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
निष्कर्ष: मुजफ्फरनगर की सड़कों और कॉलोनियों में पानी भरने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। जनता आक्रोशित है और समाधान की मांग कर रही है। पालिकाध्यक्ष ने दौरा कर तत्काल कदम उठाने के निर्देश जरूर दिए हैं, लेकिन क्या वास्तव में इस बार व्यवस्था बदलेगी या फिर हर साल की तरह हालात यथावत रहेंगे? जवाब प्रशासन के एक्शन पर टिका है।