मुजफ्फरनगर (Rohana) – ट्यूबवेलों पर चोरी की घटनाएं अब गंभीर समस्या बन चुकी हैं, जिससे इलाके के किसान बेहद परेशान और नाराज हैं। हाल ही में मलीरा गांव के जंगलों में स्थित आधा दर्जन से अधिक ट्यूबवेलों पर चोरों ने धावा बोल दिया। यह घटना सुबह होते ही सामने आई और जैसे ही किसानों को इसके बारे में पता चला, क्षेत्र में हड़कंप मच गया। चोरों ने मोटर, स्टार्टर्स, केबल सहित लाखों रुपये का सामान चुरा लिया। इस घटना ने किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया, क्योंकि उनका सारा दिनभर का काम अब चोरी की भेंट चढ़ चुका था।
चोरी का मामला – पुलिस की कार्यवाही पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब ट्यूबवेलों पर चोरी की घटनाएं हुई हैं, लेकिन इस बार मामला ज्यादा गंभीर है। मलीरा गांव के किसानों का आरोप है कि पुलिस ने इस घटना के बाद भी कोई खास कार्रवाई नहीं की। स्थानीय पुलिस के साथ यूपी 112 डायल पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि रात के समय गश्त नहीं करने के कारण यह घटना हुई। किसानों ने इस लापरवाही को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
किसान शिवदयाल ने बताया, “हमने सुबह जब अपने खेतों पर जाकर देखा तो हमारी ट्यूबवेल से मोटर और अन्य कीमती सामान गायब था। यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान है।” किसानों ने पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग की और यह भी कहा कि उन्हें अपने सामान को वापस प्राप्त करने के लिए पुलिस से अधिक सहयोग की उम्मीद है।
ग्रामीणों का आरोप – पुलिस की नाकामी पर निशाना
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस केवल दिन के समय गश्त करती है, जबकि रात के समय अपराधी सक्रिय हो जाते हैं। मलीरा गांव के निवासी संदीप, शिवकुमार, और अन्य ने कहा कि चोरी की घटनाओं की पुनरावृत्ति से यह साबित हो रहा है कि पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि यदि पुलिस रात में गश्त करती, तो शायद इस प्रकार की घटनाएं रोकी जा सकती थीं।
फार्मर्स की समस्याएं – क्या पुलिस इस बार कार्रवाई करेगी?
ग्रामीणों और किसानों के लिए यह चोरी की घटना बड़ी समस्या बन गई है। उनका कहना है कि ट्यूबवेलों पर निर्भर रहने वाले किसानों के लिए यह चोरी उनकी रोजी-रोटी का सवाल है। बिना मोटर और अन्य उपकरणों के, किसानों का काम ठप हो गया है। यही कारण है कि किसान अब अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर हो गए हैं और पुलिस से प्रभावी कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
पुलिस का बयान – जांच जारी
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और चोरी की घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे इलाके में गश्त को बढ़ा देंगे और चोरों का जल्द पता लगाया जाएगा। पुलिस ने यह भी कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए वे प्रभावी कदम उठा रहे हैं।
क्या चोर पकड़े जाएंगे?
यह सवाल अब सभी के मन में है। किसानों और ग्रामीणों को उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही चोरों को पकड़कर उनकी चोरी की हुई वस्तुएं बरामद करेगी। पुलिस ने कहा है कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और इस पर जल्द कार्रवाई करेंगे।
घटना के बाद गांव में गुस्से का माहौल
किसानों के गुस्से और आक्रोश को देखते हुए, यह स्थिति किसी भी वक्त और भी गंभीर हो सकती है। किसान अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और चाहते हैं कि पुलिस को ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस का सबसे बड़ा चैलेंज – क्या होगा समाधान?
अब सवाल यह है कि पुलिस इस बार क्या कदम उठाएगी। क्या वे चोरों को जल्द पकड़ सकेंगे या फिर यह मामला एक और अनदेखी का शिकार बन जाएगा? इस सवाल का जवाब समय ही देगा, लेकिन किसानों की चिंता और गुस्सा इस समय बढ़ रहा है। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस कार्रवाई करेगी और चोरों को पकड़कर उनका सामान बरामद करेगी।
किसानों की उम्मीद – कार्रवाई की आवश्यकता
किसान अब इस बात से परेशान हो गए हैं कि चोरी के मामलों की जांच धीमी हो रही है और चोरों के पकड़े जाने का कोई निश्चित उपाय नजर नहीं आ रहा है। वे चाहते हैं कि पुलिस इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करे और उन्हें सुरक्षा प्रदान करें। इसके लिए गांव के लोग एकजुट हो गए हैं और उन्होंने पुलिस से अपील की है कि वे अपनी गश्त और कार्रवाई को तेज करें।
किसानों का यह कहना है कि उन्हें अपनी मेहनत की सुरक्षा चाहिए। अब समय आ चुका है कि पुलिस अपनी गश्त को बढ़ाए और प्रभावी कार्रवाई करे ताकि चोरों को पकड़ा जा सके। यदि पुलिस अब भी लापरवाह रहती है, तो यह किसानों के लिए और भी बड़ी समस्या का रूप ले सकता है। हमें उम्मीद है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेगी और चोरों को जल्दी पकड़ेगी।