Muzaffarnagar। रोहाना क्षेत्र में एक बार फिर किसानों के लिए दिन की शुरुआत खौफनाक साबित हुई। सुबह जैसे ही किसान अपने खेतों में पानी देने के लिए ट्यूबवेलों की ओर पहुंचे, उन्होंने देखा कि उनके ट्यूबवेलों से लाखों रुपये मूल्य का मोटर स्टाटर, तार और अन्य बिजली का सामान चोरी हो चुका था। यह घटना रोहाना-छपार मार्ग स्थित गांव रोहाना खुर्द के जंगलों में हुई, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।
किसानों का आक्रोश और आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय पुलिस और यूपी 112 डायल रात में गश्त नहीं करती, जिसके चलते अज्ञात चोरों ने खुलेआम उनके ट्यूबवेलों से सामान चोरी कर लिया। किसान जसवीर नायक ने बताया कि जैसे ही उन्होंने अपने खेतों में ट्यूबवेल की जांच की, उनकी आंखों के सामने सब कुछ गायब था। उन्होंने आसपास के ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी, जिससे तुरंत वहां भीड़ इकट्ठा हो गई।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
सूचना मिलते ही डायल-112 सहित स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और चोरी की घटना की गहन जांच शुरू कर दी। पुलिस ने किसानों से पूरी जानकारी ली और इलाके का मुआयना किया। हालांकि, अज्ञात चोर अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे और चोरी का सामान बरामद करने के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
ट्यूबवेल चोरी की बढ़ती घटनाएं
मुजफ्फरनगर जिले में यह पहली बार नहीं है जब ट्यूबवेलों पर चोरी हुई हो। पिछले कुछ महीनों में कई ग्रामीण इलाकों में इसी तरह की चोरी की घटनाएं दर्ज की गई हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अज्ञात चोर मोटर स्टाटर, तार और अन्य बिजली के उपकरणों की चोरी करके उन्हें बाजार में आसानी से बेच देते हैं।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीण पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पुलिस ऐसे चोरों पर कड़ी नजर नहीं रखेगी तो भविष्य में और अधिक ट्यूबवेल चोरी की घटनाएं हो सकती हैं। किसानों ने पुलिस से यह भी अनुरोध किया कि चोरी हुए सामान को जल्द से जल्द बरामद किया जाए।
स्थानीय लोगों की सुरक्षा की चिंता
इस घटना ने केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं पहुंचाया बल्कि स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इलाके में रात की गश्त तेज नहीं की गई तो अज्ञात चोर बार-बार उनके ट्यूबवेल और अन्य कृषि उपकरणों को निशाना बना सकते हैं।
विशेषज्ञों की राय
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में तकनीकी निगरानी और चौकस गश्त की कमी के कारण चोर खुलेआम ऐसी घटनाएं कर रहे हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि पुलिस ड्रोन निगरानी और मोशन सेंसर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ाए ताकि चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
ग्रामीणों का दर्द और भविष्य की तैयारी
किसानों का कहना है कि ट्यूबवेल कृषि के लिए जीवनरेखा हैं। जब यह उपकरण चोरी हो जाते हैं, तो न केवल उनकी फसल पर असर पड़ता है, बल्कि उनके आर्थिक संकट भी बढ़ जाते हैं। ग्रामीण अब आपसी सहयोग से रात की गश्त शुरू करने और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।
पुलिस का भरोसा और कार्रवाई की उम्मीद
स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही अज्ञात चोरों का पता लगाया जाएगा। पुलिस ने ग्रामीणों से सहयोग करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है।
मुजफ्फरनगर के रोहाना क्षेत्र में हुई ट्यूबवेल चोरी ने किसानों की चिंता और आक्रोश दोनों बढ़ा दिए हैं। अज्ञात चोरों ने लाखों रुपये मूल्य का मोटर स्टाटर, तार और अन्य बिजली का सामान चोरी कर इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है और ग्रामीण जल्द ही अपने ट्यूबवेल और उपकरणों की सुरक्षा बढ़ाने के उपाय सोच रहे हैं।
