Muzaffarnagar। स्वतंत्रता दिवस नजदीक आते ही देशभर में तिरंगे के सम्मान और शहीदों की याद में देशभक्ति का माहौल और गहरा होता जा रहा है। इसी कड़ी में मुज़फ्फरनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित भव्य तिरंगा बाइक रैली ने लोगों के दिलों में देशभक्ति की लहर दौड़ा दी।
हापुड़ मंडल के मंडल अध्यक्ष संतोष कोठरी एवं उनके साथियों के सौजन्य से आयोजित इस रैली में सैकड़ों कार्यकर्ता जोश और उत्साह से लबरेज़ होकर शामिल हुए।
गाँव से गाँव तक तिरंगे का परचम
यह भव्य यात्रा गाँव हापुड़ से शुरू होकर गाँव युसुफपुर के बफौनी युवक शहीद स्मारक स्थल तक निकाली गई। रास्ते में जगह-जगह ग्रामीणों ने तिरंगे के साथ कार्यकर्ताओं का स्वागत किया, जबकि बच्चे “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाते नज़र आए।
शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि
यात्रा के समापन पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. बृजेंद्र ने बफौनी युवक शहीद स्मारक की अमर चिता पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. बृजेंद्र ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा,
“तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं, बल्कि देश के स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक है। इसकी हर लहर में शहीदों की गाथा गूंजती है। हम सबका कर्तव्य है कि इसे हर कीमत पर सुरक्षित और सम्मानित रखें।”
देशभक्ति और एकता का संदेश
रैली में मौजूद कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम न केवल देशभक्ति की भावना को मजबूत करते हैं, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलाते हैं। भाजपा द्वारा चलाया जा रहा हर घर तिरंगा अभियान और तिरंगा बाइक यात्रा इसी उद्देश्य को लेकर आगे बढ़ रहा है।
भव्य उपस्थिति और जोश
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष संतोष कोठरी, बिरजेंद्र यादव, घनश्याम नायक, अभय प्रधान, कुंदन वालिया प्रधान, रतन प्रधान, सतवीर राठी, भीम पाल महाराज, रविंद्र चौधरी, अमित दास, अयुष शर्मा, गुरमीत सिंह और मोहिंदर धीमान सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। तिरंगा हाथों में थामे बाइक सवार कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बनता था।
गाँव-गाँव में तिरंगे का संदेश
ग्रामीण इलाकों में तिरंगा यात्रा का आयोजन लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता और शौर्य की भावना को बढ़ाता है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से नई पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और तिरंगे के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।
मुज़फ्फरनगर की यह तिरंगा बाइक रैली न केवल स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर एक प्रेरणादायक कार्यक्रम रही, बल्कि इसने यह भी साबित कर दिया कि देशभक्ति की भावना आज भी लोगों के दिलों में उतनी ही प्रबल है जितनी आज़ादी के समय थी। गाँव-गाँव में तिरंगे का परचम लहराना इस बात का प्रमाण है कि भारत की एकता और अखंडता अक्षुण्ण है और रहेगी।