Muzaffarnagar जिले में सोमवार रात दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब मदीना कॉलोनी के एक ही परिवार के पांच लोग बेहोशी की हालत में पाए गए। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने सतर्कता दिखाते हुए उन्हें रात में जिला अस्पताल में भर्ती कराया। मंगलवार सुबह इस घटना ने चिकित्सा विभाग को झकझोर कर रख दिया, जिसके बाद सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया स्वयं जिला अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
घटना का पूरा विवरण
सोमवार रात परिवार के सभी सदस्य अपने घर में सो रहे थे। बताया जा रहा है कि घर में उचित वेंटिलेशन की कमी और बंद खिड़कियों के कारण दम घुटने से वे बेहोश हो गए। पड़ोसियों को जब कोई हलचल नहीं दिखी, तो उन्होंने दरवाजा तोड़ा और परिवार को बेहोशी की हालत में पाया। तुरंत ही एंबुलेंस को बुलाया गया और सभी को अस्पताल ले जाया गया।
परिवार के पांच सदस्यों में से तीन को मामूली स्वास्थ्य समस्याएं थीं, जबकि दो की स्थिति चिंताजनक बताई गई। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को स्थिर करने के लिए पूरी रात मेहनत की।
सीएमओ का निरीक्षण और निर्देश
मंगलवार सुबह सीएमओ डॉ. सुनील तेवतिया ने जिला अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में भर्ती सभी मरीजों का हालचाल लिया और उन्हें आवश्यक इलाज देने के निर्देश दिए।
सीएमओ ने अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ विस्तृत चर्चा की और कहा कि मरीजों को पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही छुट्टी दी जाए।
सीएमओ के बयान के मुख्य अंश:
- मरीजों को जल्दबाजी में डिस्चार्ज न किया जाए।
- अस्पताल के सभी वार्डों में नियमित निरीक्षण सुनिश्चित हो।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
अस्पताल में व्यवस्था का जायजा
निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने अस्पताल की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड के उपकरणों की स्थिति का जायजा लिया और सीएमएस को निर्देश दिया कि कोई भी उपकरण खराब न हो। उन्होंने मरीजों के परिजनों से बात कर उनकी समस्याएं सुनीं और डॉक्टरों को मानवीय संवेदनाओं के साथ इलाज करने की हिदायत दी।
मदीना कॉलोनी में दहशत का माहौल
घटना के बाद मदीना कॉलोनी में दहशत का माहौल है। पड़ोसियों ने बताया कि ऐसी घटनाओं से क्षेत्र में लोग काफी परेशान हैं।
एक स्थानीय निवासी ने कहा:
“यह घटना हमारे लिए एक सीख है। घर में हमेशा वेंटिलेशन का ध्यान रखना चाहिए। हमें लगता है कि प्रशासन को भी ऐसी समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करने चाहिए।”
दम घुटने के मामलों में सावधानियां
इस घटना ने दम घुटने के कारण होने वाले खतरों पर ध्यान खींचा है। विशेषज्ञों ने बताया कि ठंड के मौसम में लोग खिड़कियां बंद रखते हैं, जिससे वेंटिलेशन की कमी हो जाती है। इस कारण ऑक्सीजन का स्तर गिरने लगता है और दम घुटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के सुझाव:
- घर में हमेशा वेंटिलेशन का प्रबंध रखें।
- बंद जगहों पर हीटर या कोयले का उपयोग करने से बचें।
- समय-समय पर खिड़कियां खोलकर ताजी हवा आने दें।
- रसोई गैस और अन्य उपकरणों के उपयोग में सावधानी बरतें।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता बढ़ी
घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने आपातकालीन सेवाओं की समीक्षा तेज कर दी है। सीएमओ ने सभी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे ऐसी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने की घोषणा की है, ताकि लोग घर में सुरक्षित माहौल बना सकें।
परिवार की स्थिति अब स्थिर
अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने बताया कि सभी पांचों मरीजों की हालत अब स्थिर है। तीन को मामूली इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि दो मरीजों को निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना पर स्थानीय प्रशासन ने गंभीर रुख अपनाया है। अधिकारियों ने मदीना कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से संवाद किया। प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्षेत्र में जागरूकता फैलाने की बात कही है।
स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखें
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक सीख है। स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देना हर किसी की जिम्मेदारी है।