Muzaffarnagar लोकसभा सांसद हरेंद्र सिंह मलिक को लोकसभा की आश्वासन समिति का सभापति बनाए जाने पर सपा कार्यालय पर भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान हजारों की संख्या में उमड़े कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार जताया और हरेंद्र मलिक के नए पद पर जोरदार समर्थन दिखाया।
“हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है यह सम्मान”
सभा को संबोधित करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव और मुजफ्फरनगर सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा, “यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि पूरे मुजफ्फरनगर की जनता का है। यहां की हिंदू-मुस्लिम एकता ने ही मुझे यह मुकाम दिलाया।” उन्होंने क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं को लेकर सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाने का वादा किया। साथ ही, किसी भी नागरिक के साथ अन्याय या अपमान बर्दाश्त न करने की बात दोहराई।
अखिलेश यादव को CM बनाने का ऐलान
हरेंद्र मलिक ने अखिलेश यादव के प्रति आभार जताते हुए कहा कि “2027 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में सपा की वापसी होगी और अखिलेश जी फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर इस लक्ष्य के लिए जुट जाने का आह्वान किया।
जिया चौधरी ने कहा – “जनता का सम्मान, सपा की प्राथमिकता”
सभा की अध्यक्षता कर रहे सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने अखिलेश यादव की सराहना करते हुए कहा कि “मुजफ्फरनगर को लगातार सम्मान मिल रहा है, जो सपा कार्यकर्ताओं के मेहनत का नतीजा है।” उन्होंने कहा कि पार्टी सक्रिय कार्यकर्ताओं को हमेशा आगे बढ़ाएगी।
भाजपा पर जमकर हमला
सपा राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “किसान, मजदूर, युवा और महिलाओं की अनदेखी करके सरकार सिर्फ नफरत फैला रही है।” उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में सपा ही जनता की आवाज बनेगी।
कौन-कौन थे मौजूद?
सभा में पूर्व मंत्री राजकुमार यादव, महेश बंसल, प्रदेश सचिव नौशाद अहमद, विनय पाल सिंह, हाथरस के पूर्व प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। जिला उपाध्यक्ष सोमपाल सिंह कोरी, शमशेर मलिक, अमीर कासिम, धर्मेंद्र सिंह नीटू, चौधरी ओमपाल सिंह, अमलेश शर्मा, सैयद अली अब्बास काजमी, देवेंद्र सिंह खालसा, तहसीन मंसूरी, धनवीर कश्यप सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्ण भाषण दिए।
क्या है आश्वासन समिति की भूमिका?
लोकसभा आश्वासन समिति का सभापति बनना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, क्योंकि यह समिति सरकार द्वारा दिए गए वादों की पूर्ति पर नजर रखती है। हरेंद्र मलिक का यह नया दायित्व मुजफ्फरनगर के विकास में और तेजी ला सकता है।
2027 की तैयारियों में जुटी सपा
सभा में 2027 के चुनावों को लेकर जोश दिखाई दिया। कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा को फिर से सत्ता में लाने का संकल्प लिया। भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने की रणनीति पर भी चर्चा हुई।
मुजफ्फरनगर में सपा की यह विशाल रैली पार्टी के बढ़ते प्रभाव का संकेत देती है। हरेंद्र मलिक का उदय और अखिलेश यादव की रणनीति आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति को नया मोड़ दे सकती है।