Muzaffarnagar: शहर में एक बार फिर बड़ा खुलासा हुआ है जिसने पूरे जिले के स्वास्थ्य और सुरक्षा तंत्र को हिला दिया है। साढ़े तीन करोड़ रुपये की नकली दवाइयों के कारोबार का खुलासा होने के कुछ ही दिनों बाद, अब पुलिस और औषधि विभाग ने संयुक्त छापेमारी कर नशीली और प्रतिबंधित दवाइयों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। यह कार्रवाई सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साकेत कॉलोनी में एक मेडिकल कारोबारी के घर पर की गई, जहां से ढाई से तीन लाख रुपये कीमत की दवाइयां बरामद हुई हैं।

संयुक्त टीम की बड़ी कार्रवाई – छापेमारी से हड़कंप
नगर मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी और ड्रग्स विभाग की टीम ने मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने घर से बड़ी मात्रा में एलप्राजोलेम, पेन्टापाजोलम, ट्रामाडोल जैसी दवाइयां जब्त कीं। ये सभी दवाइयां नारकोटिक्स एक्ट के तहत प्रतिबंधित हैं और इनकी खुलेआम बिक्री व भंडारण पूरी तरह अवैध है।

सोशल मीडिया वीडियो से शुरू हुई जांच
औषधि निरीक्षक पवन शाक्य ने बताया कि कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक युवक नशीली दवा का इंजेक्शन लगाता हुआ दिखाई दे रहा था। इसके बाद विभाग ने युवक की पहचान शुरू की और गुप्त जांच में पता चला कि यह युवक बड़े पैमाने पर नशीली दवाइयों के अवैध व्यापार में शामिल है।

गिरफ्तार आरोपी और लाइसेंस का दुरुपयोग
पकड़ा गया आरोपी राहुल कुमार है, जिसके पास केएम ट्रेडर्स नाम से थोक दवा व्यापार का लाइसेंस है। राहुल ने कच्ची सड़क पर मेडिकल स्टोर खोल रखा था, लेकिन घर को अवैध गोदाम में तब्दील कर बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयों का स्टॉक रखता था। पुलिस ने राहुल और एक अन्य व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ शुरू कर दी है।

बरामद दवाइयों की बड़ी खेप – एनडीपीएस एक्ट में केस
बरामद दवाइयों का मूल्य लगभग ढाई-तीन लाख रुपये बताया जा रहा है। पुलिस ने दवाइयों को सील कर लिया है और औषधि विभाग की तहरीर पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस और प्रशासन का सख्त संदेश
सीओ सिटी ने स्पष्ट किया कि जिले में इस तरह के अवैध कारोबार करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। छापेमारी अभियान जारी रहेगा और जिन मेडिकल स्टोर्स या थोक कारोबारियों द्वारा लाइसेंस का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों में हलचल और चिंता
इस खुलासे से क्षेत्र के लोगों में चिंता फैल गई है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर लगाम लगाई जा सके।

स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट
ड्रग्स विभाग ने जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स को चेतावनी जारी की है कि वे केवल अधिकृत पर्चे पर ही दवाइयों की बिक्री करें और लाइसेंस नियमों का पालन करें।


मुज़फ्फरनगर में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है कि प्रशासन अब नशीली दवाइयों के अवैध कारोबार को लेकर पूरी तरह सख्त है। ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई कर युवाओं को नशे के दलदल से बचाना ही सबसे बड़ा उद्देश्य है। पुलिस और औषधि विभाग की यह मुहिम शहर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 



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