Muzaffarnagar: हिन्दू निर्धन कन्याओं की शादी कराना एक नेक कार्य है जो समाज की दरिद्रता को खत्म करने में एक अहम भूमिका निभाता है। ऐसे ही एक शानदार आयोजन का गवाह बनी मुजफ्फरनगर की माता वाले मंदिर, नई मण्डी, जहां निष्काम सेवा समिति ने एक और निर्धन हिन्दू कन्या का विवाह कराया। यह विवाह ना केवल एक सामाजिक उत्तरदायित्व का उदाहरण है, बल्कि समाज में सामाजिक सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। इस विवाह समारोह में कन्या पक्ष की प्रतिनिधि कु. सलोनी सैनी, पुत्री श्री धनश्याम सैनी, निवासी ग्राम नरा मुजफ्फरनगर, का विवाह श्री अमर दीप सैनी, पुत्र श्री खेमचंद सैनी, निवासी ग्राम जसला, जिला मुजफ्फरनगर के साथ सम्पन्न हुआ। यह विवाह समिति की 63वीं शादी थी, और यह आयोजन एक बार फिर समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बना।

निष्काम सेवा समिति का उद्देश्य और कार्य

निष्काम सेवा समिति का मुख्य उद्देश्य समाज में उन निर्धन परिवारों की मदद करना है, जो अपनी बेटियों की शादी की जिम्मेदारी उठाने में असमर्थ होते हैं। समिति के अध्यक्ष इन्द्रसैन बिन्दल और महामंत्री अजय गर्ग ने बताया कि यह संस्था न केवल विवाह करवाती है, बल्कि समाज में सामूहिकता, सहयोग और आपसी प्रेम को बढ़ावा देती है। समिति के अनुसार, वे हर साल कई निर्धन परिवारों को शादी की मदद देती हैं ताकि कोई भी कन्या बिना शादी के न रहे और समाज में बराबरी का अनुभव कर सके।

समिति के कोषाध्यक्ष राहुल सिंघल ने कहा कि 63वीं शादी का आयोजन एक ऐतिहासिक पल है और हम इसे समाज के सभी सदस्यों के साथ साझा करने पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी हिन्दू निर्धन परिवार अपनी पुत्री का विवाह कराना चाहता है, तो वह समिति के अधिकारियों से संपर्क कर सकता है। समिति हमेशा ऐसे परिवारों के साथ खड़ी है जो सच्चे दिल से इस कार्य में सहयोग चाहते हैं।

समारोह में भाग लेने वाले सम्मानित सदस्य

इस विशेष अवसर पर समिति के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इस विवाह को ऐतिहासिक बना दिया। समारोह में अरुण बंसल, विनय बंसल, सुरेन्द्र वर्मा, इन्द्रसेन बिन्दल सहित कई अन्य प्रमुख समाजसेवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनके अलावा कई समाजसेवी व स्थानीय व्यापारी भी इस आयोजन में शामिल हुए और कन्या और वर को आशीर्वाद दिया।

समिति के सदस्य अरुण कंसल, विनित गोयल, गंगा सागर गोयल, संजीव मित्तल, मनीष कुमार, और अन्य कई लोगों ने विवाह के लिए दान दिया और इसके साथ ही वर और वधु के लिए गृहस्थी का सामान भी प्रदान किया। इनके योगदान से यह विवाह न केवल सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह एक उदाहरण भी बन गया कि अगर समाज में एकजुटता हो, तो किसी भी बड़े कार्य को आसानी से किया जा सकता है।

विवाह समारोह की भव्यता

विवाह समारोह में वर और वधु के परिवारवालों के साथ-साथ संस्था के सदस्य और स्थानीय लोग भी उपस्थित थे। विवाह की रश्मों के दौरान वर और वधु को आशीर्वाद दिया गया और विदाई के समय कन्या को घरेलू सामान के साथ-साथ जीवन के लिए शुभकामनाएँ दी गईं। इस अवसर पर सामाजिक सौहार्द और सहयोग की भावना ने पूरे वातावरण को एक खास रंग में रंग दिया था।

समिति के सदस्य ब्रजगोपाल छारिया, संजीव, नन्द किशोर गोयल, विनित गोयल, विनय गोयल, देवेन्द्र जैन, दलीप, आन्नद, मोहन, आकाश और अन्य कई समाजसेवियों ने विवाह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और वर वधु को आशीर्वाद दिया। इसके अलावा, संस्था के कई प्रमुख व्यापारी, जैसे कि अरविन्द, अमरीश अग्रवाल, रजनीश गर्ग, और अन्य ने भी विशेष रूप से इस शादी में योगदान दिया।

समाज में व्याप्त दान और सहयोग की भावना

समाज में ऐसे कई लोग हैं, जो अपनी व्यस्त जीवनशैली के बावजूद, दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। निष्काम सेवा समिति के सदस्य और स्थानीय व्यापारी इस शादी को लेकर बहुत खुश थे, क्योंकि इस विवाह के जरिए उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाई और समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया।

समिति के सदस्य इस शादी के बाद अपने लक्ष्य की ओर और भी गंभीरता से काम करने के लिए प्रेरित हुए। उनका मानना है कि जब तक समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना बनी रहती है, तब तक ऐसे विवाह और सामाजिक कार्य पूरे समाज को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।

निष्काम सेवा समिति का भविष्य

निष्काम सेवा समिति की योजना है कि वह आने वाले समय में और अधिक निर्धन कन्याओं की शादी कराए और समाज के हर कोने में इस प्रकार के आयोजनों की शुरुआत हो। समिति का मानना है कि यह कार्य केवल एक समाजसेवा नहीं, बल्कि मानवता की सेवा है और यह सामाजिक बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है। समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि वह भविष्य में और भी विवाहों का आयोजन करेगी, ताकि अधिक से अधिक कन्याओं को सम्मानजनक तरीके से विवाह की सौगात मिल सके।

समिति के पदाधिकारियों ने समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि वे इस कार्य में सक्रिय रूप से भाग लें और समाज के उत्थान के लिए दान और सहयोग प्रदान करें। उनके अनुसार, इस तरह के आयोजनों से न केवल एक कन्या का जीवन संवरता है, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक बदलाव आता है।

समिति के इस कार्य को देखकर यह कहा जा सकता है कि यदि हम सब मिलकर सहयोग करें, तो कोई भी काम असंभव नहीं है। निष्काम सेवा समिति की यह पहल न केवल एक कन्या के जीवन को संवारने का कार्य कर रही है, बल्कि यह समाज में सद्भावना और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा दे रही है।



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