Muzaffarnagar के शाहपुर क्षेत्र में पुलिस ने रविवार को एक बेहद चौंकाने वाला और सनसनीखेज खुलासा किया है। फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले एक शातिर अपराधी को पुलिस ने जंगल में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।
यह गिरफ्तारी fake policeman Muzaffarnagar अभियान के तहत बड़ी सफलता मानी जा रही है। आरोपी के पास से पुलिस की वर्दी, बेल्ट, जूते, नाजायज चाकू और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है, जिससे साफ है कि वह लंबे समय से खुद को पुलिसकर्मी दिखाकर ग्रामीणों को निशाना बना रहा था।

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना के पर्यवेक्षण में थाना शाहपुर पुलिस द्वारा की गई।


कैसे हुआ खुलासा?—पीड़ित मोहित ने दर्ज कराई शिकायत, ठग ने परिवार को दिखाया ‘फर्जी पुलिसिया रौब’

गिरफ्तारी की कहानी तब शुरू हुई जब मोहित पुत्र ओम सिंह, निवासी ग्राम कुटवी, थाना शाहपुर, ने थाने में पहुंचकर एक तहरीर दी।
शिकायत में कहा गया कि एक अज्ञात व्यक्ति—

  • पुलिस की वर्दी पहनकर

  • पुलिस की टोपी लगाकर

  • खुद को असली पुलिसकर्मी बताकर

मोहित की माता और भाई को धोखे में रखा और 3000 रुपये लेकर फरार हो गया।
इसके बाद शाहपुर पुलिस ने तत्काल टीम गठित की और संदिग्धों की खोज शुरू कर दी।


जंगल में लिंक मार्ग पर मिला ठग—पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश

शाहपुर पुलिस टीम जब ग्राम बसधाड़ा की ओर जाने वाले जंगल के रास्ते से गुजर रही थी, तभी उन्हें एक व्यक्ति मोटरसाइकिल के साथ संदिग्ध गतिविधियों में मिला।
पुलिस को देखते ही वह भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।

जांच के दौरान वह वर्दी में नहीं था, लेकिन उसके बैग और बाइक से—

  • पुलिस की वर्दी

  • खाकी बेल्ट

  • लाल रंग के पुलिस जूते

  • एक नाजायज चाकू

  • 2000 रुपये नकद

  • उसका आधार कार्ड

  • एक मोटरसाइकिल

बरामद हुए, जिससे उसकी ठगी का पूरा खेल खुल गया।


कौन है गिरफ्तार बदमाश मनोज उर्फ गुप्ता?—बागपत का निवासी, पहले से वारण्टी

गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मनोज कुमार उर्फ गुप्ता, पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ग्राम धनौरा, थाना दोघट, जनपद बागपत के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, आरोपी पर पहले से वारंट जारी था और वह फरार चल रहा था।
वह आस-पास के ग्रामीण इलाकों में—

  • पुलिस वर्दी पहनकर

  • घरों में दबिश का नाटक कर

  • लोगों से धमकाकर पैसे वसूलता था

उसकी गतिविधियों से ग्रामीणों में काफी समय से दहशत थी।


ठगी का ‘पुलिसिया मॉडल’—पहले रौब दिखाता, फिर डराता और पैसे लेता

जांच में सामने आया कि आरोपी मनोज—

  • वर्दी पहनकर लोगों के घर जाता

  • खुद को जांच टीम का सदस्य बताता

  • झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी देता

  • और फिर पैसे लेकर दबाव बनाकर भाग जाता

पुलिस कपड़ों का दुरुपयोग कर ठगी करने के कारण उस पर और भी गंभीर धाराएँ बढ़ने की आशंका है।


धर-पकड़ अभियान ‘चक्रव्यूह’—वांछित अपराधियों पर पुलिस की सख्ती जारी

इस गिरफ्तारी को धर-पकड़ चक्रव्यू अभियान की महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
ग्रामीण पुलिस लगातार—

  • वांछित अपराधियों

  • वारंटियों

  • छिपे हुए फरार आरोपियों
    को पकड़ने के लिए क्षेत्र में सघन अभियान चला रही है।

fake policeman Muzaffarnagar मामले में हासिल सफलता ने इस अभियान को और मजबूती दी है और ग्रामीणों में भरोसा बढ़ाया है।


जांच जारी—नए खुलासों की उम्मीद, कई जगह ठगी का शक

पुलिस अब मनोज कुमार उर्फ गुप्ता के—

  • मोबाइल रिकॉर्ड

  • बैंक लेन-देन

  • पिछले संपर्क

  • ठगी से जुड़े संभावित अन्य मामलों
    की विस्तृत जांच में जुटी है।

संभावना है कि आरोपी ने अन्य गांवों में भी पुलिस वर्दी का झांसा देकर कई लोगों को ठगा हो।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि उसे वर्दी और पुलिस सामान कहां से मिला और कितने समय से वह एक्टिव था।


मुज़फ्फरनगर के शाहपुर क्षेत्र में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले इस शातिर अपराधी की गिरफ्तारी से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वर्दी, चाकू और मोटरसाइकिल के साथ पकड़े गए आरोपी ने लोगों को लंबे समय से परेशान कर रखा था। पुलिस अब उसकी ठगी के पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी है, और उम्मीद है कि आगामी दिनों में इस मामले से जुड़े और भी कई खुलासे सामने आएंगे।

 



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