मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) ।पाकिस्तान समर्थित इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एक बार फिर मुजफ्फरनगर की धरती गवाह बनी, जब शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बगावत का बिगुल फूंकते हुए पाकिस्तान के झंडे और आतंकवाद के पुतले को आग के हवाले कर दिया। पूरा इलाका “पाकिस्तान मुर्दाबाद”, “आतंकवाद खत्म करो”, और “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा।

शिवसेना बेस्ट यूपी प्रमुख ललित मोहन शर्मा के नेतृत्व में हुए इस गरजते विरोध प्रदर्शन ने इस्लामी आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ गहरी नाराजगी को उजागर कर दिया। पार्टी के मंडल प्रमुख शरद कपूर और महानगर प्रमुख देवेंद्र चौहान के अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से लेकर शिव चौक तक एक विशाल शवयात्रा निकाली, जिसमें इस्लामी आतंकवाद के प्रतीक के रूप में बनाए गए पुतले को घसीटा गया और फिर उसे चप्पलों से पीटते हुए अंत में आग के हवाले कर दिया गया।

शिवसेना के क्रांतिसैनिकों की ताकत में नया जोश

इस मौके पर पार्टी कार्यालय में एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ। दर्जनों युवाओं ने शिवसेना क्रांतिसेना की सदस्यता ग्रहण की, जिसमें प्रमुख रूप से अरविंद मलिक, अखिलेश कुमार, अरविंद शर्मा, हेमंत शर्मा, शुभम शुक्ला, अभिषेक शर्मा, निकुंज चौहान, गौरव शर्मा, चंद्रिका कुमार, डॉ. सचिन, सुमित कुमार, पंडित दिनेश शास्त्री आदि शामिल रहे।

ललित मोहन शर्मा ने सभी युवाओं को पटका पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई और उन्हें क्रांति की मशाल बनने का संकल्प दिलाया। इस सदस्यता अभियान के जरिए शिवसेना ने यह संदेश दिया कि अब युवाशक्ति भी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ सीना तानकर खड़ी है।

पाकिस्तान के खिलाफ भड़की आग, सरकार पर भी उठे सवाल

शिव चौक पर जब प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी झंडों और पुतलों को चप्पलों से रौंदा और आग के हवाले किया, तो भीड़ का जोश देखने लायक था। कार्यकर्ताओं ने एक सुर में पाकिस्तान के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग उठाई।

शरद कपूर और देवेंद्र चौहान ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “सबका साथ, सबका विकास” के नाम पर सरकार देशहित से समझौता कर रही है। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है और सरकार वोटबैंक के दबाव में सख्त कदम उठाने से बच रही है।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ नरमी का रवैया जारी रखा तो हिंदू समाज का धैर्य जवाब दे देगा। कार्यकर्ताओं ने पुलवामा और पहलगाम हमलों का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत की शांति प्रक्रिया का मजाक उड़ाता आ रहा है, और अब वक्त आ गया है कि सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं।

जमीनी कार्यकर्ताओं का दिखा जबरदस्त जोश

इस ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन में जिला स्तर के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। प्रबुद्ध प्रकोष्ठ अध्यक्ष आलोक अग्रवाल, जिला उप प्रमुख संजीव वर्मा, नरेंद्र ठाकुर, मंगतराम सोनकर, संजय आर्य, अनुज चौधरी, अमित गुप्ता, बृजपाल कश्यप, योगेंद्र बिहारी, बलबीर प्रजापति, उज्ज्वल पंडित, अजय सैनी, ललित रुहेला, आशीष मिश्रा, आदित्य कश्यप, रोहन धीमान, रोहित धीमान, राकेश सोनकर, राकेश धीमान, बाबू राम, प्रेम कुमार कश्यप, राजेंद्र तायल, सिकंदर विश्वकर्मा, प्रदीप तावली, मोहित गर्ग, अमित मित्तल, प्रदीप जैन, अंकुर जैन, अमित बॉबी, विकास चौहान, रक्षित धीमान, अनिल कश्यप, सुभाष जोगी, सोनू सैनी, शाहिद समेत सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इन सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि चाहे जो भी हो, पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और भारत की संप्रभुता पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी।

राष्ट्रवाद की एक नई लहर

शिवसेना के इस उग्र आंदोलन ने मुजफ्फरनगर सहित पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रवाद की एक नई लहर को जन्म दिया है। स्थानीय जनता में भी पाकिस्तान के प्रति आक्रोश दिखाई दिया और बड़ी संख्या में लोग शिव चौक पर जुटे रहे।

कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब केवल कड़ी निंदा और ट्वीट से काम नहीं चलेगा, बल्कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देना होगा। अगर सरकार ने जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं की, तो जनता खुद सड़कों पर उतरकर जवाब देने को मजबूर हो जाएगी।

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि देश का बहुसंख्यक समाज अब इस्लामी आतंकवाद और पाकिस्तान के मंसूबों के खिलाफ एकजुट हो चुका है। शिवसेना के इस आंदोलन ने एक चेतावनी दी है कि अब यदि केंद्र सरकार ने भी टालमटोल का रास्ता अपनाया, तो राजनीतिक परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।



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