Muzaffarnagar से जुड़ी सबसे बड़ी और सनसनीखेज खबर सामने आई है। मंसूरपुर थाना क्षेत्र में सोमवार की रात पुलिस और एक खूंखार बदमाश गैंग के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। पुलिस के वाहन चेकिंग अभियान के दौरान शाहपुर मार्ग पर एक संदिग्ध कैंटर को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन जवाब में जो हुआ, वह किसी बॉलीवुड एक्शन सीन से कम नहीं था। बदमाशों ने बिना हिचकिचाए पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला और गोलियों की बौछार में चार बदमाश घायल हो गए। पुलिस ने कुल 12 बदमाशों को गिरफ्तार किया और एक बेहद संगठित और खतरनाक गैंग का भंडाफोड़ किया, जो लंबे समय से ट्रांसफॉर्मर व ट्यूबवेल मोटर चोरी की घटनाओं में सक्रिय था।
🚨 गैंग की कार्यशैली और बड़े खुलासे:
पूछताछ के दौरान जो बातें सामने आईं, उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी चौंका दिया। यह गैंग सिर्फ एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों जिलों में एक्टिव था और खासकर किसानों के लिए जी का जंजाल बना हुआ था। यह गैंग रात के अंधेरे में खेतों में लगे ट्रांसफॉर्मर और ट्यूबवेल मोटर की चोरी को अंजाम देता था। बरामद कैंटर में भरी थी चोरी की गई सामग्री — जिसमें 300 किलो तांबे का तार, 700 किलो विद्युत लाइन का तार, ट्रांसफार्मर की पत्तियां, भारी औजार जैसे आरी, कटर आदि शामिल हैं।
🧨 गिरफ्तारी की पूरी सूची और उनके आपराधिक रिकॉर्ड:
पकड़े गए बदमाशों में चार घायल हुए जिनके नाम हैं:
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सोम उर्फ सोमपाल, निवासी ग्राम वहलना
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रविंद्र, निवासी ग्राम मदारपुरा, सरधना, मेरठ
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विकास, निवासी ग्राम मदारपुरा
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सलीम, निवासी इकराम नगर, लोनी, गाजियाबाद
इनके अलावा गिरफ्तार हुए अन्य बदमाश:
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सलमान उर्फ काला, इरफान, रोहित, समीर, राहुल, अरविंद, महताब उर्फ बटला, नीरज — ये सभी मेरठ, गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर के विभिन्न क्षेत्रों से हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोम और रविंद्र पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था। ये सभी बदमाश ट्रांसफॉर्मर और विद्युत लाइन से जुड़े उपकरणों की चोरी कर कबाड़ी बाजार में बेचकर लाखों रुपये कमा रहे थे।
🔥 एनकाउंटर की रात का रोमांच और पुलिस की बहादुरी:
शाहपुर मार्ग पर देर रात करीब 11 बजे पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी तेज रफ्तार से आता एक संदिग्ध कैंटर दिखाई दिया। पुलिस ने जैसे ही उसे रोकने का इशारा किया, अंदर बैठे बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और करीब 15 मिनट तक गोलियों की आवाज गूंजती रही।
इस ऑपरेशन में शामिल रहे जांबाज़ अफसर और सिपाही:
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प्रभारी निरीक्षक सुभाष अत्री, उप निरीक्षक देवा सिंह, किशन सिंह, दिलशाद खान, शिखर चौधरी, आशीष पालीवाल, सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल भूपेंद्र सिंह, अमरदीप सिरोही, राजीव भारद्वाज, नितिन कुमार, कांस्टेबल विकास कुमार, राहुल नागर, चंद्रवीर सिंह, बलजीत सिंह, कैलाश कुमार — ये सभी थाना मंसूरपुर की टीम से थे।
📊 बरामदगी का आंकड़ा जो चौंका देगा:
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04 अवैध तमंचा 315 बोर
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04 जिन्दा व 04 खोखा कारतूस
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08 अवैध चाकू
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01 चोरी में प्रयुक्त कैंटर
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300 किलो तांबा
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700 किलो विद्युत तार
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ट्रांसफार्मर की प्लेट्स व अन्य उपकरण
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चोरी के औजार (कटर, आरी, पाना आदि)
🔍 गिरोह का नेटवर्क और आने वाली कार्यवाही:
सीओ रुपाली राय ने बताया कि यह गिरोह वर्षों से एक्टिव था और इनके खिलाफ विभिन्न जिलों के थानों में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए और भी गहन पूछताछ कर रही है। जल्द ही गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
📢 स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया का बवाल:
घटना के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई की खूब सराहना हो रही है। स्थानीय किसान संगठनों ने पुलिस प्रशासन का धन्यवाद करते हुए कहा कि “यह गिरोह रातों की नींद और खेतों की बिजली चुरा रहा था, पुलिस ने बहुत बड़ा काम किया है।” फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #MuzaffarnagarEncounter ट्रेंड करने लगा है।
🔐 अंततः क्या है आगे की रणनीति?:
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह ऑपरेशन महज शुरुआत है। आने वाले दिनों में विद्युत उपकरणों की चोरी में शामिल गिरोहों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष वाहन चेकिंग और पेट्रोलिंग भी बढ़ाएगी, ताकि किसानों को राहत मिल सके।