Muzaffarnagar जिले की तितावी थाना पुलिस और मिशन शक्ति टीम ने एक संयुक्त अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के पर्यवेक्षण में फुगाना सीओ रुपाली राव के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान 06 शातिर ट्रांसफार्मर चोरों को गिरफ्तार किया। इनमें से चार बदमाश गोली लगने से घायल हुए, जबकि दो को कॉम्बिंग के दौरान खेतों से पकड़ा गया।


कप्तान संजय वर्मा की सख्त रणनीति — अपराधियों के लिए अब ‘नो मर्सी’ नीति

मुजफ्फरनगर पुलिस इन दिनों अपराधियों पर पूरी तरह से शिकंजा कस चुकी है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस का ‘ऑपरेशन क्लीन’ मिशन लगातार जारी है। कप्तान का स्पष्ट संदेश है — “जो कानून से खेलेगा, उसे कानून सिखाएगा सबक।” यही वजह है कि जिले में लगातार मुठभेड़ें हो रही हैं और अपराधियों का मनोबल टूट रहा है।


खटीमा मार्ग पर चला अभियान — पुलिस ने शेरे पंजाब ढाबे के पास लगाया नाका

घटना सोमवार रात की है, जब तितावी थानाध्यक्ष पवन चौधरी, उपनिरीक्षक रोहित कुमार, विकास कुमार, जय प्रकाश भास्कर, कामिल चौधरी, दीपक तोमर, महिला उपनिरीक्षक रेनू चौधरी, और हेड कांस्टेबल अनीस, नवीन, राहुल कुमार, रिंकू, आशा की टीम पानीपत-खटीमा मार्ग पर शेरे पंजाब ढाबे के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि ट्रांसफार्मर चोरी करने वाला गैंग दो गाड़ियों में सवार होकर किसी वारदात को अंजाम देने जा रहा है।


मुखबिर की सूचना पर त्वरित एक्शन — गाड़ियों को रोका तो मुठभेड़ शुरू

जैसे ही संदिग्ध गाड़ियाँ पुलिस की ओर बढ़ीं, टीम ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने गाड़ियाँ खेतों की ओर मोड़ दीं और भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आत्मरक्षा में गोली चलाई। कुछ देर चली इस मुठभेड़ में चार बदमाश घायल हुए, जबकि दो भाग निकले जिन्हें कॉम्बिंग ऑपरेशन में पकड़ लिया गया।


छह बदमाश धराए — भारी मात्रा में चोरी का सामान और हथियार बरामद

पुलिस ने मौके से दो गाड़ियाँ, एक मोटरसाइकिल, अवैध तमंचे, खोखा कारतूस और चोरी किए गए ट्रांसफार्मर के पार्ट्स बरामद किए। सभी आरोपी ट्रांसफार्मर चोरी के उपकरणों के साथ पकड़े गए, जिससे साबित होता है कि ये गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और कई जिलों में वारदातें कर चुका है।


गिरफ्तार बदमाशों की पहचान — मेरठ और गाजियाबाद से जुड़ा गैंग

पकड़े गए बदमाशों के नाम इस प्रकार हैं:

  • आरिफ उर्फ पिर्री पुत्र हाकम, उम्र 40 वर्ष, निवासी खारी कुआं, कालिंद चौंकी, थाना सरधना, मेरठ (घायल)

  • राशिद उर्फ पप्पू पुत्र इरफान, उम्र 32 वर्ष, निवासी मोहल्ला बूढ़ाबाबू, थाना सरधना, मेरठ (घायल)

  • समीर उर्फ शहजाद पुत्र इस्लाम, उम्र 34 वर्ष, निवासी अशोक बिहार, लोनी, गाजियाबाद (घायल)

  • अरशद पुत्र इस्लामूद्दीन, उम्र 26 वर्ष, निवासी शेखपुरी, भोला रोड, थाना जानी, मेरठ (घायल)

  • सोनू उर्फ अजीत पुत्र रामलखन, उम्र 38 वर्ष, निवासी सन्तपुरा, गोविन्दपुरी, मोदीनगर (कॉम्बिंग में गिरफ्तार)

  • जानू उर्फ जान मोहम्मद पुत्र जलालूद्दीन, उम्र 38 वर्ष, निवासी किदवईनगर, मोदीनगर, गाजियाबाद (कॉम्बिंग में गिरफ्तार)

पुलिस का कहना है कि ये सभी बदमाश पेशेवर ट्रांसफार्मर चोर हैं और इनका गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लंबे समय से सक्रिय था।


एसएसपी वर्मा बोले — “यह हमारी टीम की सूझबूझ और तेजी का नतीजा है”

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने इस मुठभेड़ को टीमवर्क और तत्परता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “मुजफ्फरनगर पुलिस का लक्ष्य अपराध पर पूरी तरह से नकेल कसना है। ऐसे गिरोहों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”

सीओ फुगाना रुपाली राव ने बताया कि यह गिरोह काफी समय से बिजली विभाग को नुकसान पहुंचा रहा था। उनके कब्जे से बरामद ट्रांसफार्मर पार्ट्स की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।


मिशन शक्ति टीम का योगदान — महिला उपनिरीक्षक भी रही अग्रिम पंक्ति में सक्रिय

इस पूरे अभियान में मिशन शक्ति टीम का भी अहम योगदान रहा। महिला उपनिरीक्षक रेनू चौधरी और उनकी टीम ने पूरी बहादुरी से पीछा कर भागते हुए बदमाशों को पकड़ने में मदद की। यह दिखाता है कि महिला पुलिस कर्मी भी अब हर फ्रंटलाइन ऑपरेशन में बराबरी से हिस्सा ले रही हैं।


अपराधियों में दहशत — तितावी एनकाउंटर बना चर्चा का विषय

मुजफ्फरनगर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद जिले भर में अपराधियों में खौफ फैल गया है। गांवों और कस्बों में चर्चा है कि अब कोई भी गिरोह पुलिस से नहीं बच पाएगा। इस एनकाउंटर ने एक बार फिर यह साबित किया है कि कानून से खेलने वालों के लिए जगह नहीं बची।


पुलिस की आगे की रणनीति — गैंग के बाकी नेटवर्क की तलाश जारी

पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि चोरी किए गए ट्रांसफार्मर कहाँ बेचे जाते थे और इसमें शामिल अन्य लोग कौन हैं। बताया जा रहा है कि यह गैंग कई जिलों में फैला हुआ है और बिजली विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचा चुका है।


स्थानीय प्रशासन और जनता ने जताई संतुष्टि — पुलिस को दी बधाई

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की। कई ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई से इलाके में शांति बनी रहेगी और आम नागरिकों का भरोसा पुलिस पर और मजबूत हुआ है।


“तितावी पुलिस और मिशन शक्ति टीम की यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि मुजफ्फरनगर अब अपराधियों का गढ़ नहीं, बल्कि कानून का गढ़ बन चुका है — जहाँ गुनाहगारों को अब कोई राहत नहीं मिलने वाली।”

 



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