Muzaffarnagar  के थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के भोपा रोड पर एक और दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। सोमवार दोपहर करीब 2 बजे एक बेकाबू डीसीएम ने तेज रफ्तार में बाइक सवार पिता-पुत्र को जोरदार टक्कर मार दी। इस भीषण टक्कर में पिता राजेंद्र (55), पुत्र मोहन के बेटे, की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसका बेटा दीपक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।

गंभीर हादसे के बाद चालक वाहन समेत फरार, भीड़ ने किया रोड जाम

हादसे के बाद डीसीएम चालक मौके से वाहन सहित फरार हो गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और आसपास मौजूद लोग दहशत में आ गए। देखते ही देखते घटनास्थल पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जुट गए और भारी भीड़ ने सड़क पर जाम लगा दिया। लोगों ने स्थानीय पुलिस को तत्काल सूचना दी।

पुलिस की तत्परता से घायल को पहुंचाया गया अस्पताल, शव भेजा गया मोर्चरी

नई मंडी थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। घायल दीपक को स्थानीय एम्बुलेंस की मदद से तुरंत जिला अस्पताल भिजवाया गया। वहीं, मृतक राजेंद्र के शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस ने मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही परिजन रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे, जहां कोहराम मच गया।

मृतक राजेंद्र की पहचान, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

राजेंद्र, उम्र 55 वर्ष, भोपा रोड स्थित एक छोटे किसान थे। वे अपने बेटे दीपक के साथ बाजार से घर लौट रहे थे। हादसे के वक्त वह अपनी बाइक चला रहे थे। दीपक की हालत गंभीर बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।

डीसीएम चालक की गिरफ्तारी की कवायद तेज, पुलिस ने शुरू की छानबीन

नई मंडी थाना प्रभारी दिनेश कुमार के मुताबिक, “यह भीषण सड़क हादसा भोपा रोड पर मोर्चरी के पास हुआ है। टक्कर के बाद डीसीएम फरार हो गया था, लेकिन हमने वाहन को ट्रेस कर लिया है। आरोपी चालक की गिरफ्तारी के प्रयास तेजी से जारी हैं। मृतक के परिजनों से तहरीर प्राप्त कर ली गई है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।”

मुजफ्फरनगर में सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ, प्रशासन की लापरवाही उजागर

मुजफ्फरनगर में पिछले कुछ महीनों में सड़क हादसों की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। भोपा रोड पर ट्रैफिक कंट्रोल न होने और ओवरलोड वाहनों की बेतरतीब आवाजाही इस तरह के हादसों का कारण बनती जा रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भोपा रोड पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और डीसीएम जैसे भारी वाहनों की जांच सख्ती से की जाए।

डीसीएम वाहनों की मनमानी और प्रशासन की चुप्पी, कब होगा सुधार?

डीसीएम और ट्रक जैसे भारी वाहनों की तेज रफ्तार से आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। न ही कैमरे लगे हैं और न ही कोई रफ्तार नियंत्रक यंत्र। ऐसे में भोपा रोड जैसे व्यस्त मार्ग पर लोगों की जान खतरे में पड़ती जा रही है। हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने डीसीएम के चालक की जल्द गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की है।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर उठे सवाल, जनता में नाराजगी

इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय नेताओं की चुप्पी पर भी सवाल उठने लगे हैं। किसी भी जनप्रतिनिधि ने न तो मौके का दौरा किया और न ही पीड़ित परिवार से संपर्क साधा। जनता का कहना है कि हादसे के बाद हर बार सिर्फ आश्वासन मिलते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं होता।

क्या मिलेगा राजेंद्र को न्याय? प्रशासन पर बढ़ा दबाव

अब सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि क्या राजेंद्र को न्याय मिलेगा? क्या डीसीएम चालक की गिरफ्तारी हो पाएगी? क्या दीपक की जान बचाई जा सकेगी? प्रशासन पर अब दबाव है कि वह इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।

भोपा रोड पर हुआ यह भीषण हादसा एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर हमारी सड़कें कितनी सुरक्षित हैं? प्रशासन की निष्क्रियता, ट्रैफिक नियंत्रण की कमी और तेज रफ्तार वाहनों की अराजकता कब तक यूं ही मासूम जानें लीलती रहेगी? राजेंद्र की मौत और दीपक की हालत पूरे प्रदेश के लिए चेतावनी है कि यदि अब भी न जागे, तो कल कोई और इस लापरवाही का शिकार बन सकता है।

 



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