Muzaffarnagar शहर में इस समय आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो रहा है। शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने अपने शिष्यों और भक्तों के साथ श्यामा श्याम मंदिर में मां बगलामुखी का पांच दिवसीय महायज्ञ आरम्भ किया। यह महायज्ञ 7 सितंबर से प्रारंभ होकर 11 सितंबर तक चलेगा और इसका मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा, हिंदू परिवारों की सुरक्षा, और भक्तों की सात्विक मनोकामनाओं की पूर्ति है।

महायज्ञ के शुभारंभ अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने विशेष प्रार्थना करते हुए कहा कि आज सनातन धर्म और हिंदू परिवारों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। उन्होंने बताया कि विश्व के कुछ हिस्सों में निर्दोष हिंदुओं पर हमले और अत्याचार हो रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिए केवल मानव प्रयास पर्याप्त नहीं हैं। इसलिए हम मां बगलामुखी और महादेव से प्रार्थना कर रहे हैं कि वे हमें सद्बुद्धि दें और सभी संकटों से रक्षा करें।


महायज्ञ का उद्देश्य और विशेषताएं

इस महायज्ञ का मुख्य उद्देश्य विजय और शत्रुविनाश है। यजमानों ने इसे संपूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ आयोजित किया। यजमानों में संजय धीमान जी और प्रवीण महादेव प्रमुख रहे। महायज्ञ में उपस्थित सभी भक्तजन विशेष भक्ति भाव के साथ मां बगलामुखी की आराधना में लीन रहे।

विश्व धर्म संसद की प्रमुख संयोजक राजू सैनी, राष्ट्रीय महासचिव साक्षी वेलफेयर, डॉ. उदिता त्यागी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने महायज्ञ की गरिमा को और बढ़ाया। यजमान और आयोजक भक्तों ने मिलकर पूरे महायज्ञ को व्यवस्थित और भव्य बनाने में सहयोग किया।


धार्मिक और सामाजिक महत्व

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज हम अहिंसा और सत्यनिष्ठा का पालन करने वाले धर्मियों के रूप में भी कमजोर होते जा रहे हैं। हमारी बच्चियां और हमारे परिवार आज वैश्विक इस्लामिक जिहादी आक्रमणों के अधीन हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब केवल मां बगलामुखी और महादेव की कृपा ही हमें इस संकट से बाहर निकाल सकती है।

महायज्ञ में उपस्थित भक्तों ने भव्य दीप प्रज्ज्वलन और मंत्रोच्चारण किया। विशेष रूप से विजय मंत्रों का उच्चारण पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर रहा था। यजमानों और भक्तों की श्रद्धा इस बात का प्रमाण थी कि धार्मिक उत्सव केवल आध्यात्मिक अनुभव ही नहीं बल्कि सामाजिक जागरूकता का माध्यम भी है।


भव्य आयोजन और उपस्थित श्रद्धालु

महायज्ञ स्थल पर बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे। यति अभयानंद, यति धर्मानंद, डॉ. योगेंद्र योगी, मोहित बजरंगी, मनोज सैनी, क्रांतिकारी शालू सैनी, और साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट के अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने आयोजन में सहयोग करते हुए सभी भक्तों का मार्गदर्शन किया।

महायज्ञ में शामिल रितुअल्स और अनुष्ठान

इस महायज्ञ में विशेष रूप से मां बगलामुखी की पूजा, मंत्रोच्चारण, दीप प्रज्वलन, और हवन किया गया। प्रत्येक अनुष्ठान को महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज की उपस्थिति में आयोजित किया गया। उन्होंने भक्तों को बताया कि यह यज्ञ केवल धार्मिक नहीं बल्कि धार्मिक और सामाजिक सुरक्षा का प्रतीक भी है।


विश्व के हिंदुओं के लिए प्रार्थना

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने विशेष रूप से कहा कि आज वैश्विक स्तर पर हिंदू समुदाय संकट में है। बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अन्य देशों में हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम अपने प्रयासों में असमर्थ हैं, इसलिए केवल देवी और महादेव की कृपा ही हमें इस संकट से बचा सकती है।

भक्ति और प्रेरणा का संचार

महायज्ञ में उपस्थित भक्तों ने ध्यान, साधना और भजन-कीर्तन के माध्यम से अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस प्रकार का आयोजन न केवल धार्मिक ऊर्जा बढ़ाता है बल्कि समाज में सामूहिक चेतना और सुरक्षा की भावना को भी जगाता है।


आध्यात्मिक संदेश और समाज में जागरूकता

महायज्ञ का संदेश है कि कठिन समय में धर्म, संस्कृति और सामाजिक एकता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने उपस्थित सभी भक्तों से अपील की कि वे सनातन धर्म के मूल्यों का पालन करें और परिवारों की सुरक्षा के लिए सदैव जागरूक रहें।


मां बगलामुखी महायज्ञ का यह आयोजन केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं बल्कि सनातन धर्मियों के लिए जागरूकता और सुरक्षा का संदेश भी है। इस महायज्ञ के माध्यम से भक्तों ने न केवल अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की, बल्कि पूरे समाज में शांति, सुरक्षा और धर्म की रक्षा का संदेश भी फैलाया। आने वाले दिनों में इस महायज्ञ के परिणाम स्वरूप समाज में सकारात्मक परिवर्तन और धार्मिक चेतना का संचार होने की उम्मीद जताई जा रही है।



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