Muzaffarnagar। यूपी के मुजफ्फरनगर में एक बार फिर तेज रफ्तार और शराब के नशे का कहर देखने को मिला। देर रात एक शराबी कार चालक ने अपनी तेज रफ्तार गाड़ी को न केवल एक दूसरी कार से जोरदार टक्कर मार दी, बल्कि बीच सड़क बने डिवाइडर को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। यह हादसा भोपा रोड और नई मंडी को जोड़ने वाले व्यस्त मार्ग पर हुआ, जहां यह इलाका रात में भी भीड़भाड़ वाला रहता है।

गनीमत यह रही कि दोनों कारों में सवार चालक सीट बेल्ट लगाए हुए थे, जिससे उनकी जान बच गई। हालांकि, हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।


घटना का पूरा विवरण

हादसे के वक्त विपरीत दिशा से तेज रफ्तार में आ रही इको स्पोर्ट कार ने नियंत्रण खोते हुए दूसरी कार को जबरदस्त टक्कर मारी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इको स्पोर्ट का चालक शराब के नशे में धुत था और उसके साथी भी गाड़ी में मौजूद थे। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सड़क पर बना डिवाइडर भी टूट गया।

मौके पर पहुंचे स्थानीय निवासी विपिन कुमार ने बताया, “मेरा बेटा भोपा रोड से नई मंडी की ओर जा रहा था। उसने कार की सीट बेल्ट लगा रखी थी, जिससे उसकी जान बच गई। लेकिन अचानक एक गली से तेज रफ्तार में आई इको स्पोर्ट कार ने उसकी गाड़ी को टक्कर मार दी। नशे में धुत चालक ने बीच सड़क डिवाइडर को भी तोड़ दिया। यह तो गनीमत थी कि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई।”


पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन और आरोपी की गिरफ्तारी

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस और यूपी 112 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात को नियंत्रित किया और शराबी चालक को गाड़ी से बाहर निकालकर हिरासत में लिया। हालांकि, आरोपी के साथ मौजूद अन्य लोग मौके से भागने में सफल रहे। पुलिस ने क्षतिग्रस्त गाड़ियों को सड़क किनारे हटाकर यातायात को सामान्य करवाया।

थाना प्रभारी ने बताया, “हमें रात में लगभग 11 बजे सूचना मिली कि भोपा रोड पर एक दुर्घटना हुई है। मौके पर पहुंचने पर पाया गया कि एक नशे में धुत चालक ने तेज रफ्तार में गाड़ी चलाते हुए दूसरी गाड़ी को टक्कर मारी और डिवाइडर को क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर थाने लाया गया है। आगे की जांच जारी है।”


स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने हादसे के बाद नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मांग की कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। विपिन कुमार ने कहा, “इस तरह की घटनाएं रोज होती जा रही हैं। अगर पुलिस ऐसे लोगों पर तुरंत और सख्त कार्रवाई नहीं करती, तो आने वाले समय में बड़े हादसे देखने को मिल सकते हैं। नशे में गाड़ी चलाने वालों के लिए कड़े नियम लागू किए जाने चाहिए।”


सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल

यह घटना सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। भारत में हर साल हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं। इनमें से एक बड़ी संख्या शराब के नशे में गाड़ी चलाने वाले चालकों की लापरवाही के कारण होती है।

हाल ही में, मुजफ्फरनगर पुलिस ने सड़क पर शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया था। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली और लोगों की लापरवाहियों को उजागर कर दिया है।


पिछले घटनाओं पर नजर

यह पहली बार नहीं है जब मुजफ्फरनगर में इस तरह का हादसा हुआ हो। पिछले महीने, खतौली के पास भी एक ट्रक और कार की टक्कर में तीन लोगों की मौत हो गई थी। उस हादसे में भी ट्रक चालक शराब के नशे में पाया गया था।

इसके अलावा, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, भारत में हर दिन औसतन 100 से अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं। इनमें से 20% से अधिक हादसे शराब पीकर वाहन चलाने की वजह से होते हैं।


लोगों की अपील और पुलिस की सख्ती की मांग

हादसे के बाद स्थानीय निवासियों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को लंबे समय तक लाइसेंस निलंबित किया जाए और जुर्माने की राशि भी बढ़ाई जाए।

इसके साथ ही, लोगों ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। स्थानीय निवासी राकेश शर्मा ने कहा, “हमारे इलाके में कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं। पुलिस को हर चौराहे पर Breath Analyzer Test के जरिए गाड़ियों की जांच करनी चाहिए। बिना कड़े नियमों के हालात नहीं सुधरेंगे।”


पुलिस का बयान और भविष्य की योजना

थाना प्रभारी ने कहा कि इस मामले में आरोपी चालक के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर विशेष नजर रखने के लिए हर व्यस्त सड़क पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।

उन्होंने बताया, “हमने दुर्घटना में शामिल दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है। आरोपी का मेडिकल परीक्षण करवाया गया है, जिसमें उसके नशे में होने की पुष्टि हुई है। आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट का इंतजार है।”


यह घटना न केवल एक दुर्घटना है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा को लेकर समाज और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है। जरूरत है कि लोग यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए।

मुजफ्फरनगर जैसे शहर में इस तरह की घटनाओं की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। अब समय है कि जनता और प्रशासन मिलकर इस समस्या का समाधान खोजे और सड़क पर अनुशासन बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाए।



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