Muzaffarnagar। राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) की राजनीतिक ज़मीन को मजबूत करने के लिए पार्टी ने एक भव्य सदस्यता अभियान की शुरुआत की है। सरकुलर रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर हुई इस बैठक में कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। यह अभियान राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के विशेष निर्देश पर चलाया जा रहा है।
प्रभारी के रूप में मल्हाहरपुर से आए चौधरी रतन सिंह और रमेश चौहान ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सक्रिय सदस्यता अभियान की समीक्षा की और अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने पर बल दिया।
रालोद का मिशन – हर गांव से हर युवा तक पहुंच
बैठक में संदीप मलिक ने बताया कि पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को सदस्यता कापी दी है और कई नए चेहरे भी इस अभियान में शामिल हुए हैं। विनय मल्हाहरपुर ने कहा कि जयंत चौधरी का स्पष्ट संदेश है कि जितने अधिक सदस्य बनेंगे, पार्टी की ताकत उतनी ही बढ़ेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जो कार्यकर्ता सबसे अधिक नए सदस्य बनाएंगे, उन्हें सक्रिय सदस्य के रूप में मान्यता दी जाएगी। यह न केवल कार्यकर्ताओं को प्रेरित करेगा बल्कि पार्टी संगठन में नई ऊर्जा भरेगा।
प्रदेश स्तर पर मुजफ्फरनगर को नंबर वन बनाने की चुनौती
बैठक में तय किया गया कि मुजफ्फरनगर जिला इस सदस्यता अभियान में सबसे आगे रहना चाहिए। इसके लिए हर कार्यकर्ता को पूर्ण समर्पण के साथ गांव-गांव, घर-घर जाकर लोगों को जोड़ने का काम सौंपा गया है।
पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक योगराज सिंह, राष्ट्रीय सचिव श्रीमती रमा नागर, प्रदेश संगठन मंत्री अजीत राठी समेत सभी नेताओं ने यह संदेश दिया कि यह सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि रालोद की नई दिशा और शक्ति का प्रतीक है।
रालोद की राजनीतिक रणनीति और जनहित की बातें
पार्टी नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि सदस्यता अभियान सिर्फ संख्या बढ़ाने का प्रयास नहीं है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि रालोद का हर सदस्य जनता की समस्याओं को सुने और उनके समाधान के लिए काम करे।
बैठक में यह चर्चा भी हुई कि प्रदेश में किसानों की समस्याओं, बेरोज़गारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर पार्टी को ज्यादा सक्रिय होना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं को बताया गया कि वे जनता के बीच जाकर रालोद की नीतियों और जयंत चौधरी की विचारधारा को साझा करें।
नेताओं की मौजूदगी और युवा जोश
बैठक में उपस्थित नेताओं में पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, योगराज सिंह, रमा नागर, उमादत्त शर्मा, सोमपाल भौरा, संजय राठी, शाहपुर अध्यक्ष मनोज सैनी, युवा नेता नितेश चौधरी, मेजर सिंह, सत्येंद्र मलिक (मेरठ), नदीम, बबलू, मोनू पाल, और वीरेंद्र प्रधान जैसे प्रमुख नाम शामिल रहे।
इन सभी ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी की ताकत उसकी जड़ से जुड़ी कार्यशैली में है और यह अभियान रालोद को प्रदेश की राजनीति में फिर से मुख्य धारा में लाने का काम करेगा।
भविष्य की राह और रालोद की रणनीति
कार्यकर्ताओं को यह भी सुझाव दिया गया कि सदस्यता अभियान के साथ-साथ वे सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भी पार्टी की उपस्थिति को मजबूत करें। क्योंकि आज की राजनीति में डिजिटल जनसंपर्क भी उतना ही महत्वपूर्ण हो गया है जितना कि जमीनी स्तर पर काम।
जयंत चौधरी के नेतृत्व में रालोद यह संदेश देना चाहता है कि पार्टी न सिर्फ किसानों और ग्रामीण भारत की आवाज़ बनेगी, बल्कि युवाओं, महिलाओं और व्यापारियों की भी सच्ची प्रतिनिधि पार्टी के रूप में सामने आएगी।
मुजफ्फरनगर का बदलता राजनीतिक समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह अभियान सफल होता है तो मुजफ्फरनगर ही नहीं बल्कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद की पकड़ और मजबूत होगी। जयंत चौधरी की लगातार कोशिश है कि रालोद को एक बार फिर से सत्ता की राजनीति में निर्णायक शक्ति बनाया जाए।
यह अभियान इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
मुजफ्फरनगर से उठी यह सदस्यता लहर अब पूरे प्रदेश में फैलने को तैयार है। रालोद का यह अभियान सिर्फ राजनीतिक रणनीति नहीं, बल्कि जनता के साथ जुड़ने और उनकी ताकत बनने का प्रयास है। जयंत चौधरी का संदेश साफ है – “ज्यादा से ज्यादा सक्रिय सदस्य बनाओ और रालोद को प्रदेश की असली आवाज़ बनाओ।”