Muzaffarnagar: जवाहर नवोदय विद्यालय, बघरा का कक्षा 9 का छात्र आर्यन कुमार, जो 22 सितंबर को रहस्यमय परिस्थितियों में विद्यालय से लापता हो गया था, पुलिस ने चार दिन बाद सकुशल बरामद कर लिया। छात्र के मिलने की खबर से परिजनों और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

14 वर्षीय आर्यन कुमार, पुत्र आतिश कुमार, निवासी अलीपुर कलां, रविवार की दोपहर से स्कूल के हॉस्टल से लापता था। परिजनों ने आरोप लगाया कि सहपाठी से सीट को लेकर विवाद के बाद शिक्षकों ने आर्यन को डांटा और पिटाई की। इसके बाद वह अचानक गायब हो गया। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित किया और अधिक पिटाई की, जिससे बच्चे की मानसिक स्थिति बिगड़ी।


परिवार और ग्रामीणों का प्रदर्शन: पुलिस-प्रशासन पर नाराजगी

आर्यन कुमार के लापता होने के बाद परिजनों और ग्रामीणों में भारी नाराजगी पैदा हुई। लगातार दो दिन तक सैकड़ों लोग जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय तथा एसएसपी कार्यालय पर धरना दिया। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस के स्थानीय नेता भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में पहुंचे।

ग्रामीणों ने पुलिस और विद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और छात्र की सुरक्षित बरामदगी की मांग की। परिजनों का कहना था कि शुरुआत में मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिससे तलाश में कीमती समय बर्बाद हुआ।


एसएसपी संजय कुमार वर्मा की सक्रियता: तीन विशेष टीमों का गठन

एसएसपी संजय कुमार वर्मा स्वयं प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि छात्र की बरामदगी के लिए पुलिस ने तीन विशेष टीमों का गठन किया है। इन टीमों में शामिल थे:

  • सर्विलांस टीम

  • एसओजी टीम

  • तितावी थाना पुलिस

एसएसपी ने बताया कि सभी संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी और छात्र की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।


चार दिन की तलाश के बाद सकुशल बरामदगी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छात्र की तलाश के दौरान टीमों ने लगातार संभावित स्थानों पर छानबीन की। अंततः 24 सितंबर को पुलिस ने आर्यन कुमार को सकुशल बरामद कर लिया। छात्र के मिलने की खबर से परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों में खुशी और राहत की लहर दौड़ गई।


समाज और विद्यालय पर प्रभाव

इस घटना ने समाज में स्कूल प्रशासन और पुलिस की संवेदनशीलता की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया। परिजनों ने यह भी कहा कि पुलिस की सक्रियता और त्वरित कार्रवाई से वे संतुष्ट हैं, लेकिन प्रारंभिक लापरवाही ने चिंता बढ़ाई। इस घटना ने यह संदेश दिया कि बच्चों की सुरक्षा हर परिस्थिति में प्राथमिकता होनी चाहिए।

आर्यन कुमार की सुरक्षित बरामदगी: चार दिन तक चली खोजबीन के बाद आर्यन कुमार की सकुशल बरामदगी ने परिजनों, ग्रामीणों और स्कूल समुदाय में राहत की भावना पैदा की। एसएसपी संजय कुमार वर्मा और पुलिस टीम की सक्रियता ने यह सुनिश्चित किया कि बच्चा सुरक्षित लौटे। यह घटना समाज और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा और संवेदनशीलता हर परिस्थिति में सर्वोपरि होनी चाहिए।



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