Muzaffarnagar, उत्तर प्रदेश – पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में पांच शातिर गौकशों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से तीन पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए हैं। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत और उनके नेतृत्व में की गई, जिसमें पुलिस टीम ने 173 किलोग्राम से अधिक गौमांस, अवैध शस्त्र और गौकशी के उपकरण बरामद किए हैं। यह गिरफ्तारी और मुठभेड़ इस समय जिले में चर्चा का विषय बन गई है।
गौकशी के खिलाफ पुलिस की मुहिम
09 अक्टूबर को थाना कोतवाली नगर को ग्राम खंजापुर के जंगल में कुछ शातिर अपराधियों द्वारा गौकशी की सूचना मिली थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर तीन कुंटल गौमांस और एक काले रंग की क्रेटा कार को फर्जी नंबर प्लेट के साथ बरामद किया। पुलिस ने इस मामले में गौवध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई थी।
मुखबिर से मिली जानकारी और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
10/11 अक्टूबर की रात को थाना कोतवाली नगर पुलिस टीम ने दीदाहेड़ी चौराहे पर चेकिंग अभियान शुरू किया। उसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गौकशी करने वाले अपराधी खंजापुर के पास स्थित बाननगर अंडरपास में इकट्ठा हो रहे हैं और इस बार फिर से गौकशी करने की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल घेराबंदी की।
पुलिस पर फायरिंग और मुठभेड़
पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी की जा रही थी कि तभी वहां खड़े पांच बदमाशों ने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की टीम पर किए गए फायरिंग से वह बाल-बाल बच गई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी, लेकिन बदमाशों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। फिर, पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की, जिसमें तीन अपराधी घायल हो गए।
गिरफ्तारी और बरामदगी
घायल होने वाले अपराधियों में सोनू उर्फ फरीद, फुन्ना उर्फ नजर, और मुजफ्फर उर्फ काला शामिल हैं। वहीं, दो अन्य बदमाशों – फैसल और तनवीर – को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों के कब्जे से पुलिस ने दो मोटरसाइकिल, गौकशी के उपकरण, अवैध शस्त्र, और कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद घायल अपराधियों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास
प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने 09 अक्टूबर को ही खंजापुर के जंगल में गौकशी की थी और आज भी इसी मकसद से इकट्ठा हो रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। ये सभी शातिर गौकश प्रवृत्ति के अपराधी हैं, जिनके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस अब उनके विस्तृत अपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।
बरामद सामग्री और कानूनन कार्यवाही
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने जो सामान बरामद किया है, उसमें दो तमंचे, 315 बोर के 02 जिंदा और 02 खोखा कारतूस, एक मस्कट, 12 बोर के 01 जिंदा और 01 खोखा कारतूस, 02 नाजायज चाकू, गौकशी के उपकरण, और दो स्पलेण्डर मोटरसाइकिल शामिल हैं। ये सभी अवैध सामान अपराधियों के बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं, और पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
पुलिस की मुस्तैदी और सुरक्षा पर जोर
मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस बड़ी कार्रवाई को क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम माना है। इस कार्रवाई से न केवल गौकशी के खिलाफ एक कड़ी चेतावनी दी गई है, बल्कि यह भी साबित हो गया है कि पुलिस किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी, ताकि जिले में गौकशी और अन्य अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
स्थानीय जनता का समर्थन
स्थानीय निवासियों ने इस पुलिस कार्रवाई का स्वागत किया है और माना है कि इस तरह के कदम से अपराधियों में डर पैदा होगा और अपराध कम होंगे। जनता का कहना है कि पुलिस की सक्रियता और तत्परता ने उन्हें सुरक्षा का अहसास दिलाया है।
मुजफ्फरनगर पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से ही शांति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। जनता का समर्थन पुलिस को और भी मजबूत बना रहा है, और इस तरह के कदमों से अपराधियों का मनोबल टूटेगा।