Muzaffarnagar, उत्तर प्रदेश शिव चौक पर अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए चलाए गए अभियान के बाद स्थानीय प्रशासन ने एक मजबूत कदम उठाते हुए व्यापारियों को चेतावनी दी है कि वे अपनी दुकान का सामान अपनी सीमा में ही रखें। यह कदम शिव सेना के जिला अध्यक्ष बिट्टू सिखेड़ा की ओर से उठाई गई मांग पर प्रशासन द्वारा लिया गया। इस कदम को लेकर व्यापारी वर्ग में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली है, लेकिन प्रशासन ने कहा कि इस प्रयास से यातायात की सुगमता में सुधार होगा और जाम जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी।

शिव चौक, जो शहर का एक प्रमुख और ऐतिहासिक स्थल है, अब अतिक्रमण से मुक्त किया गया है। यह क्षेत्र कई सालों से अनधिकृत कब्जों और सड़कों पर सामान लगाने के कारण जाम और यातायात की समस्या का शिकार था। शहरवासियों का आरोप था कि यह अतिक्रमण केवल यातायात में बाधा नहीं डालता, बल्कि इससे पर्यावरणीय समस्याएं भी उत्पन्न हो रही थीं।

शिव चौक और इसके आसपास की सड़कों पर अतिक्रमण के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा था। वाहनों की गति धीमी होने के कारण राहगीरों और व्यापारियों दोनों के लिए परेशानी पैदा हो रही थी। इस समस्या को लेकर प्रशासन से बार-बार शिकायतें आ रही थीं।

बिट्टू सिखेड़ा ने इस अभियान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हमें उम्मीद है कि अब प्रशासन इस मुद्दे पर कड़ी नजर रखेगा और भविष्य में इस तरह के अतिक्रमण नहीं होंगे। शहर हमारे लिए है, और हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। हम व्यापारियों से निवेदन करते हैं कि वे अपनी दुकान का सामान अपनी दुकान की सीमा के भीतर रखें ताकि शहर में जाम की समस्या न हो।”

शिव सेना और स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से किए गए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मुजफ्फरनगर शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना और जाम की समस्या को सुलझाना था। इस कदम से पहले अंकुर दुआ, जो इस अभियान के संपादक हैं, ने शिव चौक स्थित तुलसी पार्क में एक लंबा धरना दिया था। उनके इस धरने में कई स्थानीय व्यापारी नेता भी शामिल हुए थे, जिन्होंने अतिक्रमण हटाने की मांग में उनका समर्थन किया।

वहीं, यशवीर महाराज जी ने भी कई बार चेतावनी दी थी कि शिव चौक के आसपास के इलाकों में बढ़ते हुए अतिक्रमण से हिंदू समाज के इस पवित्र स्थल की पवित्रता पर आंच आ सकती है। उन्होंने अपील की थी कि व्यापारी अपने सामान को सड़क के किनारे न रखें और न ही सड़क पर कब्जा करें।

इस अभियान को लेकर अब तक शिव सेना, प्रशासन और व्यापारियों के बीच एक सकारात्मक माहौल बना हुआ है। हालांकि, कुछ व्यापारियों का कहना है कि इस कदम से उनकी रोजी-रोटी पर असर पड़ेगा, लेकिन कई लोग इस कदम का स्वागत कर रहे हैं।

नगर पालिका की भूमिका
नगर पालिका के ईओ प्रज्ञा सिंह और उनकी पूरी टीम को इस अभियान में मुख्य भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया गया है। इस अभियान को लेकर नगर पालिका प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी व्यापारी ने भविष्य में अतिक्रमण किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के बाद अब इस इलाके को साफ और व्यवस्थित किया जाएगा ताकि भविष्य में कोई भी अवैध कब्जा न हो। इसके साथ ही, ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है और यह शहरवासियों के लिए एक राहत का कारण बनेगा।

आगे की दिशा
अब जब शिव चौक पर अतिक्रमण हट चुका है, प्रशासन की कोशिश होगी कि इस इलाके में भविष्य में दोबारा कोई अवैध कब्जा न हो। इसके लिए नगर पालिका, जिला ट्रैफिक प्रशासन और स्थानीय व्यापारियों के बीच तालमेल बनाकर काम किया जाएगा। व्यापारी वर्ग से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे अपनी दुकानों का सामान सड़क के किनारे नहीं रखें और शहर में अतिक्रमण न होने दें।

साथ ही, प्रशासन ने यह भी कहा है कि शहर में अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी और जहां भी अवैध कब्जे पाए जाएंगे, उन्हें हटाया जाएगा। प्रशासन ने व्यापारियों से अपील की है कि वे इस प्रक्रिया में सहयोग करें ताकि शहर की सड़कों पर यातायात सुगम हो सके और आम जनता को जाम जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

शिव चौक के आसपास के 200 मीटर क्षेत्र को जाम और अतिक्रमण से मुक्त रखने के लिए नगर पालिका प्रशासन और जिला ट्रैफिक प्रशासन के सहयोग की जरूरत है। यह कदम सभी व्यापारी भाइयों के सहयोग से ही संभव हो सकता है।

मुजफ्फरनगर के व्यापारी वर्ग से यह अपील की जाती है कि वे अपनी जिम्मेदारी समझें और इस मुहिम में प्रशासन का पूरा सहयोग करें ताकि शहर का माहौल साफ और व्यवस्थित बने। व्यापारियों की यह जिम्मेदारी है कि वे अपनी दुकान का सामान अपनी दुकान की सीमा में रखें ताकि कोई भी अवैध कब्जा न हो सके और शिव चौक की पवित्रता बनी रहे।



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