Muzaffarnagarश्री बालाजी धाम मंदिर सेवा समिति के तत्वावधान में सोमवार को एकादश कुण्डीय श्री शिव शक्ति महायज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। यह महायज्ञ 22 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा और आस्था, भक्ति तथा सामाजिक समरसता का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।

भव्य कलश यात्रा से शुरू हुआ उत्सव
शुभारंभ के अवसर पर मंदिर प्रांगण से एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें क्षेत्रभर से आए श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यात्रा में उपस्थित भक्तजनों ने सिर पर कलश धारण किया और जगह-जगह पुष्पवर्षा, जयघोष और भक्ति गीतों के साथ इसका स्वागत किया। नगर का वातावरण पूरी तरह आस्था और आध्यात्मिकता से सराबोर हो गया।

महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी
भारतीय कॉलोनी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर परिसर से प्रारंभ हुई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं के साथ-साथ युवा और बच्चे भी श्रद्धा भाव से कलश यात्रा में सम्मिलित हुए। इस प्रकार यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि समाज में एकजुटता और सांस्कृतिक परंपराओं को सजीव रखने का माध्यम भी बना।

नगर पालिका अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
इस अवसर पर नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि महायज्ञ के माध्यम से युवा पीढ़ी और बच्चों को हमारी सनातन संस्कृति और परंपराओं से परिचित कराया जाता है। श्री बालाजी धाम मंदिर की इस भव्य कलश यात्रा ने नगर में धार्मिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश दिया।

प्रमुख उपस्थित अतिथियों और समाजिक नेताओं की भागीदारी
कलश यात्रा में पूर्व विधायक अशोक कंसल, भाजपा नेता गौरव स्वरूप, उद्यमी भीमसेन कंसल, राकेश बिंदल, व्यापारी नेता संजय मित्तल, सुम प्रकाश कुच्छल, हरिशंकर तायल, कुलदीप कुमार, विनोद राठी, रजत राठी, रजत गोयल, नितिन संगल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और समाजिक नेता उपस्थित रहे। सभी ने आस्था के साथ महायज्ञ का आनंद लिया और आयोजकों की सराहना की।

महायज्ञ का आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व
शिव शक्ति महायज्ञ न केवल धार्मिक अनुष्ठान है बल्कि यह समाज में भक्ति, भाईचारा और सामाजिक समरसता को बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम है। श्रद्धालुओं का मानना है कि ऐसे आयोजन लोगों के बीच सकारात्मक ऊर्जा और सामूहिक भक्ति भाव को जागृत करते हैं।

भव्य आयोजन और तैयारियों की झलक
मंदिर सेवा समिति ने महायज्ञ के लिए विशेष तैयारियां कीं। कलश यात्रा के मार्ग को सजाया गया, श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई, और आयोजन स्थल पर सुरक्षा व सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया। समिति के सदस्यों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा मिलता है।

युवा पीढ़ी और बच्चों के लिए संदेश
महायज्ञ और कलश यात्रा का उद्देश्य केवल पूजा-अर्चना नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति और धार्मिक परंपराओं से जोड़ना भी है। बच्चों और युवाओं ने यात्रा में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे धार्मिक शिक्षा और संस्कृति के प्रति जागरूकता को बढ़ावा मिला।

श्री बालाजी धाम मंदिर में आयोजित यह शिव शक्ति महायज्ञ और भव्य कलश यात्रा धार्मिक आस्था, सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक बनकर उभरी। उपस्थित श्रद्धालुओं और समाजिक नेताओं ने भक्ति और उत्साह के साथ इस आयोजन का आनंद लिया। मंदिर सेवा समिति के प्रयासों से नगर में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना को नया आयाम मिला है।



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