Muzaffarnagar के जवाहरलाल नेहरू स्मृति इंटर कॉलेज रवापुरी, सठेड़ी में उस समय शिक्षा और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला जब उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ के तत्वावधान में जनपद स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन बड़े उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
विद्यालय परिसर में दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विद्यालय के प्रबंधक सचिन आर्य एडवोकेट और राष्ट्रीय इंटर कॉलेज शाहपुर के प्रधानाचार्य डॉ. त्रिवेंद्र बतौर अतिविशिष्ट अतिथि मंच पर उपस्थित रहे।
सरस्वती वंदना और स्वागत गीत से हुआ सांस्कृतिक शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृत शिक्षक धर्मेंद्र मलिक द्वारा सरस्वती वंदना के माध्यम से हुआ, जिसे उपस्थित अतिथियों ने करतल ध्वनि से सराहा।
जनता कन्या इंटर कॉलेज शिवपुरी की संगीत अध्यापिका श्रेया द्वारा छात्राओं के साथ प्रस्तुत संस्कृत स्वागत गीत ने आयोजन को अध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊंचाई प्रदान की।
प्रतियोगिता में दिखी छात्रों की संस्कृत के प्रति गहरी निष्ठा
प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के अंतर्गत दो प्रमुख विधाएं थीं—संस्कृत गीत प्रतियोगिता और संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी।
संस्कृत गीत प्रतियोगिता में:
🥇 मान्या वर्मा (शार्डेन पब्लिक स्कूल) – प्रथम स्थान
🥈 नैना (लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल) – द्वितीय स्थान
🥉 आयाति जैन (शार्डेन पब्लिक स्कूल) – तृतीय स्थान
🎖️ सांत्वना पुरस्कार – सानिया (सरशादी लाल इंटर कॉलेज मंसूरी), लक्ष्य (थानेश्वर संस्कृत विद्यालय), ईश्वरत्व (लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल)
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी में:
🥇 वैभव भारद्वाज (श्री सुखदेव संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, शुक्रताल) – प्रथम स्थान
🥈 कुमारी रितिका (जे.एन. स्मृति इंटर कॉलेज, रवापुरी) – द्वितीय स्थान
🥉 अनुष्का (जे.एन. स्मृति इंटर कॉलेज) – तृतीय स्थान
🎖️ सांत्वना पुरस्कार – मोहिनी (सरशादी लाल), किंजल (राष्ट्रीय इंटर कॉलेज शाहपुर), जानवी (लिटिल एंजल पब्लिक स्कूल)
निर्णायक मंडल ने की निष्पक्ष व विद्वत्तापूर्ण भूमिका
प्रतियोगिता का मूल्यांकन करने वाले निर्णायक मंडल में क्षेत्र की संस्कृत शिक्षा और विद्वता की प्रतिनिधि हस्तियाँ शामिल थीं:
👩🏫 उमा रानी (प्रधानाचार्या, राजकीय इंटर कॉलेज)
👩🎓 डॉ. सरस्वती आर्या (वैदिक पुत्री कन्या इंटर कॉलेज)
📚 जगऔतार शर्मा (संस्कृत प्रवक्ता, स्टार पेपर मिल, सहारनपुर)
👨🏫 देवदत्त आर्य (के.के. पब्लिक स्कूल)
👩🦳 राजदुलारी (देवी मंदिर, खतौली)
इन सभी ने प्रतियोगियों की प्रस्तुति, उच्चारण, भाव-भंगिमा और विषयवस्तु पर आधारित निष्पक्ष निर्णय लिए।
संस्कृत विद्वानों और प्रशासनिक अधिकारियों का हुआ भव्य सम्मान
कार्यक्रम में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले विद्वानों का भी सम्मान किया गया।
विशेष रूप से डॉ. त्रिवेंद्र कुमार और जगऔतार शर्मा को साल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि अमित रस्तोगी (नायब तहसीलदार) और राजस्व निरीक्षक सोमनाथ भी कार्यक्रम में पहुंचे। मंच पर जिले के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी साक्षी बने और विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व मेडल पहनाकर प्रोत्साहित किया।
96 छात्र-छात्राओं का नामांकन, 70 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा
जिला संयोजक गिरीश कुमार उप्रेती ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए 96 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया, जिनमें से लगभग 70 प्रतिभागी मैदान में उतरे और अपनी संस्कृत प्रतिभा, ज्ञान और प्रस्तुति से प्रभावित किया।
उन्होंने आगे बताया कि प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी 8 अगस्त को शामली में होने वाली मंडलीय प्रतियोगिता में जनपद मुजफ्फरनगर का प्रतिनिधित्व करेंगे।
समापन में आयोजकों और शिक्षकों का मिला प्रशंसा भरा साथ
इस सफल आयोजन में प्रधानाचार्य डॉ. चंद्रमोहन शर्मा ने समस्त अतिथियों, निर्णायकों, प्रतिभागियों, विद्यालयों से आए प्रधानाचार्यों, छात्रों को तैयार करने वाले शिक्षकों और अभिभावकों का आभार व्यक्त किया।
साथ ही उन्होंने समस्त विद्यालय परिवार और कार्यक्रम में सहयोग करने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मनुराधा और वीरेश द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जिनकी सधी हुई प्रस्तुति ने कार्यक्रम को सुव्यवस्थित और सुरुचिपूर्ण बनाया।
संस्कृत भाषा की गरिमा और छात्रों की प्रतिभा को समर्पित यह आयोजन मुजफ्फरनगर जनपद में शिक्षा व संस्कृति का गौरव बन गया। ऐसी प्रतियोगिताएं युवाओं को न केवल प्राचीन भाषा से जोड़ती हैं, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और विद्या के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती हैं।