Muzaffarnagar में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक सक्रियता इन दिनों बेहद तेज़ दिखाई दे रही है। जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए road safety मिशन के तहत पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे और क्षेत्राधिकारी सदर डॉ. रविशंकर ने पीडब्ल्यूडी टीम, स्थानीय थाना पुलिस और यातायात पुलिस के साथ संयुक्त रूप से मुजफ्फरनगर–थानाभवन मार्ग तथा चरथावल–रोहाना मार्ग का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया।
दोनों मार्गों को दुर्घटनाओं के लिहाज से संवेदनशील माना जाता रहा है, और इस निरीक्षण के माध्यम से प्रशासन ने इस बार ब्लैक स्पॉट की पहचान को लेकर बेहद बारीकी और गंभीरता से काम किया।

निरीक्षण में तीखे मोड़, कम दृश्यता वाले हिस्से, सड़क किनारे बने अवैध अवरोध, टूटे किनारे, असमान सतह, तथा उच्च जोखिम वाले बिंदु अधिकारियों द्वारा ध्यानपूर्वक चिह्नित किए गए। टीम ने ऐसे कई मोड़ों और हिस्सों का डेटा संकलित किया जहां दुर्घटनाओं की संभावना सर्वाधिक रहती है।


ब्लैक स्पॉट की वैज्ञानिक पहचान—ट्रैफिक पुलिस की ‘ग्राउंड रिपोर्ट’ हुई मुख्य आधार

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक यातायात ने स्पष्ट किया कि Muzaffarnagar road safety अभियान के तहत ब्लैक स्पॉट केवल अंदाज़े से नहीं, बल्कि वैज्ञानिक आधार पर चिह्नित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि—

  • पिछले वर्षों के दुर्घटना रिकॉर्ड का विश्लेषण

  • ट्रैफिक मूवमेंट का अवलोकन

  • सड़क की संरचना और दृश्यता का परीक्षण

  • तीखे मोड़ और ब्लाइंड टर्न की वास्तविक स्थिति

  • रात में प्रकाश की कमी वाले क्षेत्रों का विश्लेषण

इन सभी पैरामीटरों को आधार बनाकर ब्लैक स्पॉट की सूची तैयार की गई है।

पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जहां-जहां सड़क की आकृति दुर्घटनाओं का कारण बनती है, वहाँ तत्काल इंजीनियरिंग सुधार लागू किए जाएं।


सुरक्षा सुधारों को तत्काल लागू करने के निर्देश—स्पीड ब्रेकर, रंबल स्ट्रिप और रिफ्लेक्टर अनिवार्य

निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक यातायात ने कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सड़क सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी देरी को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
संबंधित विभागों को निम्न कार्य तुरंत शुरू करने के आदेश दिए गए—

  • मानक के अनुरूप स्पीड ब्रेकर का निर्माण

  • उच्च गुणवत्ता वाले रंबल स्ट्रिप

  • ब्लैक स्पॉट पर रिफ्लेक्टर और कैट-आई लगाना

  • चेतावनी बोर्ड व साइनबोर्ड की स्थापना

  • सड़क किनारे की पेंटिंग और लेन मार्किंग

  • जहां प्रकाश अपर्याप्त है, वहां स्ट्रीट लाइटिंग व्यवस्था

  • खराब या धंसे हुए हिस्सों की तत्काल मरम्मत

यातायात पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इन सुधारों का असर सीधे दुर्घटना दर में कमी लाएगा।


Muzaffarnagar road safety प्रोजेक्ट की बड़ी कवायद—नियमित निरीक्षण और मॉनिटरिंग भी अनिवार्य

सिर्फ सुधार कार्य कर देना ही पर्याप्त नहीं है, इस बात को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने निर्देशित किया कि सभी मार्गों का नियमित निरीक्षण किया जाए।
पीडब्ल्यूडी और पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से—

  • सड़कों की स्थिति का मासिक रिपोर्ट तैयार करना

  • लेन मार्किंग और रिफ्लेक्टर की खराबी की सूचना देना

  • अवैध अतिक्रमणों की पहचान कर हटाना

  • सड़क किनारे वाहन पार्किंग को नियंत्रित करना

  • चालकों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाना

ये सब Muzaffarnagar road safety मिशन के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जिनके माध्यम से जिले में सुरक्षित सड़क व्यवस्था विकसित करने का लक्ष्य है।


सघन चेकिंग अभियान—MV एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई

निरीक्षण के साथ-साथ यातायात पुलिस टीम द्वारा मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान भी चलाया गया। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
जिन प्रमुख उल्लंघनों पर कार्रवाई की गई—

  • बिना हेलमेट बाइक चलाना

  • तेज रफ्तार

  • ओवरटेकिंग

  • मोबाइल फोन का प्रयोग

  • गलत दिशा में वाहन चलाना

  • बिना सीट बेल्ट के ड्राइविंग

अधिकारियों का कहना था कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन के प्रयासों से नहीं, बल्कि जनता की सक्रिय भागीदारी से सफल हो सकती है।


निरीक्षण टीम—अधिकारीगण की मजबूत उपस्थिति

इस संयुक्त निरीक्षण में—

  • सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी: श्री कामेश्वर गुप्ता

  • थाना प्रभारी चरथावल: श्री सत्यनारायण दहिया

  • यातायात पुलिस टीम

  • स्थानीय पुलिस बल

  • पीडब्ल्यूडी के तकनीकी कर्मचारी

सभी उपस्थित रहे और प्रत्येक ब्लैक स्पॉट पर विस्तार से चर्चा की।

अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि यह कार्रवाई मात्र निरीक्षण तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसके परिणाम आने वाले सप्ताहों में सड़क पर स्पष्ट रूप से दिखाई देंगे।


सड़क सुरक्षा पर पुलिस की अपील—जिम्मेदारी निभाएं, जीवन बचाएं

मुजफ्फरनगर पुलिस ने जनहित में महत्वपूर्ण अपील जारी की है:

  • निर्धारित गति सीमा का पालन करें

  • हेलमेट और सीट बेल्ट का हर बार उपयोग करें

  • ओवरटेकिंग सोच-समझकर करें

  • मोबाइल फोन का प्रयोग बिल्कुल न करें

  • सड़क पर किसी भी खतरे या खराब स्थिति की सूचना तुरंत पुलिस को दें

पुलिस ने पुनः दोहराया कि सड़क पर जिम्मेदारी से वाहन चलाना केवल नियमों का पालन नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा है।


मुजफ्फरनगर में चल रहा यह व्यापक **Muzaffarnagar road safety** अभियान न केवल ब्लैक स्पॉट की पहचान का तकनीकी प्रयास है, बल्कि यह प्रशासन की उस गंभीरता को दर्शाता है जिसके माध्यम से जिला पुलिस और पीडब्ल्यूडी मिलकर सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में एक ठोस और प्रभावी मॉडल तैयार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इन सुधारों का असर आम लोगों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था दोनों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देने की उम्मीद है।

 



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