Muzaffarnagar से एक अहम खबर सामने आई है जहां पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने थाना कोतवाली नगर में समाधान दिवस के अवसर पर जनता की शिकायतों को गंभीरता से सुना और उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए।
समाधान दिवस बना जनता की आवाज़: मौके पर ही निस्तारण के आदेश
हर महीने आयोजित होने वाला समाधान दिवस इस बार बेहद खास बन गया जब स्वयं एसपी सत्यनारायण प्रजापत ने मंच संभाला और लोगों की फरियादों को बड़े ध्यान से सुना। मौके पर ही मौजूद अधिकारियों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि, “शिकायतों को हल्के में लेने की कोई गुंजाइश नहीं है। हर शिकायत का निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण तय समय सीमा में होना चाहिए।”
महिला सुरक्षा सर्वोपरि: महिला अपराधों की शिकायतों को प्राथमिकता
एसपी प्रजापत ने विशेष रूप से महिला अपराधों से जुड़ी शिकायतों पर तत्काल और गंभीर जांच के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि महिला सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पुलिस विभाग को महिलाओं की शिकायतों को शीघ्रता से निपटाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
साइबर अपराधों पर अलर्ट: जनता को किया गया जागरूक
इस अवसर पर साइबर क्राइम पर भी विशेष चर्चा की गई। एसपी ने मौजूद जनता को साइबर ठगी से सावधान करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए जैसे कि किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें, व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा न करें और संदिग्ध ट्रांजैक्शनों को तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें। साइबर क्राइम की घटनाओं में तेजी को देखते हुए अब प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है।
मौके पर मौजूद रहे जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी
इस आयोजन में तहसीलदार हरेन्द्रपाल सिंह, थाना प्रभारी कोतवाली नगर उमेश रोरिया, एवं अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी शामिल रहे। इन सभी अधिकारियों ने जनता की शिकायतों को न केवल गंभीरता से सुना बल्कि उसी समय उनके निस्तारण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी।
समाधान दिवस के बहाने पुलिस की छवि सुधारने की कोशिश
पिछले कुछ समय से पुलिस प्रशासन पर जनता के प्रति उदासीन रवैये का आरोप लगता रहा है, लेकिन समाधान दिवस जैसे कार्यक्रम इस छवि को बदलने की ओर बड़ा कदम साबित हो सकते हैं। एसपी प्रजापत ने यह दिखा दिया कि पुलिस अब सिर्फ डंडा नहीं बल्कि जनता की सेवा में भी तत्पर है।
अन्य जिलों को भी अपनानी चाहिए ये पहल
मुजफ्फरनगर में जो पहल की गई है, वह अन्य जिलों के लिए मिसाल बन सकती है। समाधान दिवस को केवल एक औपचारिकता न मानकर यदि सभी जिलों में इसी तरह गंभीरता से अपनाया जाए तो आम जनता को बहुत राहत मिल सकती है।
शिकायतकर्ताओं ने जताया भरोसा
शिकायत लेकर आए कई लोगों ने बताया कि पहले वे थानों के चक्कर काट-काट कर थक चुके थे लेकिन इस बार समाधान दिवस में उन्हें राहत मिली है। कुछ लोगों की शिकायतों का तो मौके पर ही समाधान हो गया, जिससे जनता का भरोसा पुलिस पर और बढ़ा है।
हर महीने होगा समीक्षा और कड़ी मॉनिटरिंग
एसपी ने निर्देश दिए हैं कि हर महीने इन शिकायतों की समीक्षा की जाएगी और जिन मामलों का समाधान नहीं हुआ, उनके लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी। साथ ही, किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
समाधान दिवस बनेगा पुलिस और जनता के बीच की मजबूत कड़ी
पुलिस की इस पहल को अगर निरंतरता के साथ जारी रखा जाए, तो न सिर्फ जनता को राहत मिलेगी, बल्कि पुलिस और आम नागरिकों के बीच विश्वास की डोर और मजबूत होगी। ऐसी पहलें शासन और प्रशासन को भी यह संदेश देती हैं कि लोकतंत्र में जनता की आवाज सर्वोपरि है।
जनता की उम्मीदें और प्रशासन की जवाबदेही
समाधान दिवस को लेकर जनता की उम्मीदें अब और बढ़ गई हैं। लोगों का मानना है कि अगर इसी तरह हर महीने उन्हें सुनवाई और समाधान की गारंटी मिलती रही, तो न सिर्फ उनका भरोसा प्रशासन पर कायम रहेगा बल्कि अपराधों पर भी लगाम लगेगी।
मुजफ्फरनगर में आयोजित समाधान दिवस पुलिस और जनता के बीच संवाद और समाधान की एक प्रभावशाली मिसाल बनकर उभरा है। एसपी सत्यनारायण प्रजापत के नेतृत्व में की गई इस पहल से जनता में सुरक्षा और विश्वास का भाव बढ़ा है। ऐसे कार्यक्रमों की निरंतरता ही प्रशासन की नीयत और जनता की राहत का प्रमाण बनती है।