मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में आज सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। अंसारी रोड पर सुबह करीब 8 बजे स्कूल जा रहे दो छात्रों की इलेक्ट्रिक स्कूटी में अचानक आग लग गई।

अचानक उठी आग की लपटें और दौड़ती स्कूटी बना आग का गोला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्कूटी सवार दोनों छात्र स्कूल के लिए रोजाना की तरह निकले थे। जैसे ही वे अंसारी रोड पहुंचे, स्कूटी से हल्का धुआं उठता दिखा। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, स्कूटी ने एकाएक आग पकड़ ली और देखते ही देखते वह आग का गोला बन गई।

दोनों छात्रों ने तुरंत निर्णय लेते हुए चलती स्कूटी से छलांग लगा दी। उनकी सूझबूझ और सतर्कता की वजह से उनकी जान बच गई। लेकिन स्कूटी कुछ ही मिनटों में पूरी तरह जलकर राख हो गई।


🔥 इलेक्ट्रिक स्कूटी में शॉर्ट सर्किट की आशंका

फायर ब्रिगेड की टीम ने बताया कि आग लगने का प्राथमिक कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों की मानें तो स्कूटी से धुंआ उठने के कुछ सेकंड बाद ही उसमें धमाके के साथ आग लग गई। इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी बैटरी ने आग को और भड़काया।

आजकल इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते इस्तेमाल के बीच यह घटना ईवी (Electric Vehicle) की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।


🚒 फायर ब्रिगेड की तत्परता से आग पर पाया गया काबू

घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर कुछ ही देर में पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
दमकल विभाग के अनुसार, स्कूटी की बैटरी में विस्फोट नहीं हुआ, लेकिन आग ने पूरी स्कूटी को जला डाला।


🧒 छात्रों की बहादुरी की हर तरफ सराहना

इलाके के लोग और स्कूल प्रशासन दोनों छात्रों की तत्परता की तारीफ कर रहे हैं।
यदि छात्रों ने स्कूटी से कूदकर समय रहते खुद को अलग नहीं किया होता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी गई है।


🔌 ईवी की सुरक्षा पर एक बार फिर बहस तेज

ये घटना ऐसे वक्त में हुई है जब देशभर में इलेक्ट्रिक स्कूटर का चलन तेजी से बढ़ा है। कम ईंधन लागत और प्रदूषण रहित यात्रा के कारण इनका इस्तेमाल व्यापक हो रहा है, लेकिन लगातार हो रही आग की घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक तापमान, बैटरी ओवरचार्जिंग या घटिया वायरिंग भी इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग लगने के प्रमुख कारण हो सकते हैं।
सरकार और निर्माता कंपनियों को ईवी की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को लेकर ज्यादा सतर्क और पारदर्शी होने की जरूरत है।


📣 प्रशासन की अपील: इलेक्ट्रिक वाहनों की समय-समय पर जांच कराएं

फायर विभाग और प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी और वायरिंग की समय-समय पर जांच कराएं।
साथ ही, किसी भी वाहन में असामान्य गर्माहट या धुंआ नजर आए तो तुरंत वाहन को बंद कर दें और खुद को उससे दूर कर लें।


🧯 ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आईं हैं

इससे पहले भी भारत के कई हिस्सों में इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटनाएं रिपोर्ट हो चुकी हैं।
कई मामलों में तो लोगों को जान गंवानी पड़ी है। हालांकि, इस बार मुज़फ्फरनगर में छात्रों की सूझबूझ और स्थानीय लोगों की तत्परता ने एक बड़ा हादसा टाल दिया।


📸 स्थानीय लोग बोले – “धमाका होता तो क्या होता!”

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “हमने देखा कि स्कूटी से धुंआ निकल रहा था, तभी अचानक उसमें आग लग गई। अगर छात्र समय रहते नहीं कूदते, तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था।”
स्कूटी की हालत देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि अगर बैटरी फटी होती, तो क्या तबाही होती।


🔍 जांच जारी, स्कूटी की कंपनी से भी होगी पूछताछ

पुलिस ने बताया कि स्कूटी की कंपनी और उसके मॉडल की जांच की जाएगी।
कंपनी से पूछा जाएगा कि क्या इस स्कूटी को लेकर पहले भी कोई शिकायत या आग की घटना रिपोर्ट हुई थी।
स्कूटी मालिक से भी पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अंतिम बार कब इसकी सर्विस करवाई थी और चार्जिंग के दौरान किसी गड़बड़ी की आशंका तो नहीं थी।


📌 प्रशासन और जनता दोनों के लिए चेतावनी का संकेत

यह घटना एक बड़ा संकेत है कि हमें इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। स्कूटी की अचानक आग पकड़ना न सिर्फ छात्रों के लिए खतरनाक था, बल्कि उस समय वहां मौजूद अन्य राहगीरों की जान भी जा सकती थी।


इस घटना ने इलेक्ट्रिक वाहनों की सुरक्षा पर गंभीर चिंता जताई है। छात्रों की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन सवाल यह है कि कब तक हम ऐसे हादसों को “गनीमत” कहकर टालते रहेंगे? अब समय आ गया है कि हम ईवी तकनीक को पूरी तरह सुरक्षित और भरोसेमंद बनाएं।





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