Muzaffarnagar अपराध की अंधेरी गलियों में भाग रहे दो शातिर लुटेरों की दौड़ उस वक्त थम गई जब शाहबुद्दीनपुर रोड पर पुलिस की टीम ने उन्हें घेर लिया। मंगलवार रात को हुए इस सनसनीखेज मुठभेड़ में दोनों लुटेरे गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस की जबाबी कार्रवाई में विपिन और शाकिब नाम के ये बदमाश धर दबोचे गए। इनके पास से अवैध हथियार और हाल ही में की गई लूट की नकदी भी बरामद की गई।

जंगल में घेराबंदी, फिर चली ताबड़तोड़ गोलियां

शहर को अपराधमुक्त बनाने की मुहिम में जुटी मुजफ्फरनगर पुलिस को मिली यह बड़ी सफलता थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान हासिल हुई। पुलिस को सूत्रों से सूचना मिली कि 22 अप्रैल को रोहाना मिल के पास हुई डकैती में शामिल दो अपराधी मिमलाना की ओर से आने वाले हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी तेज कर दी। देर रात जंगल की ओर से दो संदिग्ध आते दिखे, जो पुलिस को देखकर घबरा गए और वापसी की कोशिश की। जब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो उन्होंने जानलेवा हमला कर दिया।

पुलिस ने भी सतर्कता दिखाते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिससे दोनों बदमाश घायल हो गए। इस भीषण मुठभेड़ के दौरान जंगल की शांति गोलियों की आवाजों से थर्रा उठी।

पुलिस का बहादुरी भरा ऑपरेशन, सटीक रणनीति से गिरफ्तारी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे ऑपरेशन ‘अपराधमुक्त शहर’ के अंतर्गत यह एक बड़ी कार्रवाई रही। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी राजू कुमार साव की निगरानी में की गई इस कार्रवाई में थाना प्रभारी राजेश गुनावत और उनकी टीम की रणनीति ने एक बड़ा खेल बिगड़ने से बचा लिया।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विपिन पुत्र सत्यपाल और शाकिब पुत्र शमशाद के रूप में हुई है, जो दोनों ही थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के ग्राम बहेड़ी के निवासी हैं। इनके पास से दो देशी कट्टे, कारतूस और लूटी गई रकम बरामद की गई है।

22 अप्रैल की डकैती से खुला राज, कड़ी पूछताछ में कई राज उगले

22 अप्रैल को रोहाना मिल के पास एक घर में हुई लूट की गुत्थी इसी मुठभेड़ के जरिए सुलझाई गई। उस दिन भी एक आरोपी को मुठभेड़ में घायल कर पकड़ा गया था और बाकी की तलाश जारी थी। पुलिस को अब यह विश्वास है कि इस गैंग से जुड़े बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी भी जल्द ही होगी। गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है, जिससे उम्मीद है कि और भी कई संगीन वारदातों के सुराग मिल सकते हैं।

पुलिस टीम का हौसला: अदम्य साहस और सतर्कता का उदाहरण

इस मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों में व0उ0नि0 नरेन्द्र कुमार, उ0नि0 नितिन कुमार, मोहित कुमार, है0का0 राजेन्द्र सिंह, गौरव चौधरी, का0 रोहित, राजू, अश्वनी शर्मा, धवेन्द्र कुमार, और रहीश आजम की भूमिका सराहनीय रही। इन्होंने न सिर्फ अपनी जान जोखिम में डालकर बदमाशों को पकड़ा बल्कि क्षेत्र में भयमुक्त वातावरण की दिशा में एक ठोस कदम भी उठाया।

जनता में पुलिस की छवि मजबूत, अपराधियों में खौफ

इस साहसी ऑपरेशन ने जहां एक ओर अपराधियों के बीच खौफ पैदा किया है, वहीं दूसरी ओर जनता के बीच पुलिस की साख को और मजबूत किया है। लगातार बढ़ते अपराधों के बीच इस तरह की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई से पुलिस को आमजन का समर्थन और भरोसा दोनों मिल रहा है।

लुटेरों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा

पुलिस सूत्रों के अनुसार विपिन और शाकिब पहले भी कई बार आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। इनके विरुद्ध कई थानों में लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के केस दर्ज हैं। अब पुलिस इनके नेटवर्क और गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के प्रयास में जुट गई है।

स्थानीय स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था हुई और सख्त

घटना के बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस गश्त और सख्ती बढ़ा दी गई है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और रात के समय चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।


… अपराधियों पर पुलिस की ये पकड़ कब खत्म होगी, कहना मुश्किल है। लेकिन फिलहाल मुजफ्फरनगर पुलिस ने यह जता दिया है कि अपराधी कहीं भी छिप जाएं, उनके लिए कानून का शिकंजा अब पहले से कहीं ज़्यादा सख्त और तेज़ हो चुका है।



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