मुज़फ्फरनगर। Muzaffarnagar। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दिल कहे जाने वाले मुज़फ्फरनगर जिले में किसानों के लिए एक तीन दिवसीय भव्य “किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी” आयोजित होने जा रही है। यह आयोजन कूकड़ा नवीन मंडी स्थल पर 29 से 31 अक्टूबर तक होगा।
इस आयोजन में देशभर के कृषि वैज्ञानिक, औद्योगिक विशेषज्ञ और प्रमुख किसान नेता एक ही मंच पर नज़र आएंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती की तकनीक, उपकरणों और कृषि क्षेत्र में नए नवाचारों की जानकारी देना है।
भव्य शुभारंभ राकेश टिकैत और डॉ. संजीव बालियान करेंगे
जनपद जाट महासभा मुज़फ्फरनगर के अध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने बताया कि इस आयोजन का उद्घाटन भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत करेंगे।
मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान उपस्थित रहेंगे, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान राजनीति के प्रमुख चेहरे माने जाते हैं।
29 अक्टूबर को सुबह 10 बजे भव्य उद्घाटन समारोह के साथ प्रदर्शनी की शुरुआत होगी, जो शाम 6 बजे तक चलेगी।
दिल्ली से लेकर देहात तक पहुंचेगी तकनीक
वाणिज्य एवं उद्योग संस्थान, दिल्ली के अध्यक्ष भरत बालियान ने बताया कि उनका संस्थान किसानों के हित में देश के कई राज्यों में ऐसी प्रदर्शनियाँ आयोजित कर चुका है।
इस प्रदर्शनी में कृषि क्षेत्र की प्रमुख पेस्टीसाइड कंपनियाँ, टायर निर्माता कंपनियाँ, ट्रैक्टर कंपनियाँ और उर्वरक उत्पादक कंपनियाँ शामिल होंगी।
इस आयोजन में किसानों को बीजों की नई किस्मों, कीट नियंत्रण तकनीक, सिंचाई उपकरण, ड्रोन स्प्रे टेक्नोलॉजी और जैविक खेती के फायदों की जानकारी दी जाएगी।
प्रदर्शनी में होंगे कई आकर्षक स्टॉल और लाइव डेमो
तीन दिवसीय इस आयोजन में दर्जनों कृषि उपकरण कंपनियाँ अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।
किसानों के लिए विशेष रूप से लाइव डेमो ज़ोन बनाया जाएगा, जहाँ वे नए ट्रैक्टर मॉडल, आधुनिक टिलर, स्मार्ट सिंचाई सिस्टम और सौर ऊर्जा आधारित कृषि मशीनरी को प्रत्यक्ष रूप से देख और परख सकेंगे।
इसके अलावा कृषि वैज्ञानिक किसानों से सीधे संवाद करेंगे और खेती में आने वाली समस्याओं के समाधान पर चर्चा होगी।
राजनीतिक और सामाजिक रंग में रंगा किसान मेला
30 अक्टूबर को प्रदर्शनी स्थल पर एक विशेष कार्यक्रम — “जन प्रतिनिधि सम्मान समारोह” — आयोजित किया जाएगा।
इसमें मेरठ, बागपत, शामली, मुज़फ्फरनगर और बिजनौर जिलों के सांसदों, विधायकों और ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा।
यह समारोह किसानों और जनप्रतिनिधियों के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का अवसर देगा।
कार्यक्रम में शामिल होंगे कई दिग्गज नेता
इस कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, ग्रामीण पंचायत राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, सांसद हरेन्द्र मलिक, सांसद इकरा हसन, नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद, कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, मंत्री कपिल देव अग्रवाल, मंत्री दिनेश खटीक, और बिजनौर सांसद चंदन चौहान उपस्थित रहेंगे।
ऐसे नेताओं की मौजूदगी से यह मेला केवल कृषि का नहीं बल्कि राजनीतिक संवाद का भी बड़ा मंच बनता जा रहा है।
किसानों में उत्साह — “ज्ञान और सम्मान” दोनों का अवसर
मुज़फ्फरनगर और आसपास के जिलों के किसानों में इस मेले को लेकर ज़बरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
किसान संगठन इसे “कृषि का कुंभ” बता रहे हैं, जहां एक साथ नई तकनीक और नीति दोनों की चर्चा होगी।
किसानों का कहना है कि ऐसे आयोजनों से खेती में नवाचार, उपज में वृद्धि और बाजार तक पहुंच आसान बनती है।
कृषि में डिजिटल क्रांति का नया अध्याय
इस प्रदर्शनी में “डिजिटल एग्रीकल्चर” पर भी विशेष सत्र रखा गया है।
यहां विशेषज्ञ बताएंगे कि कैसे किसान मोबाइल एप्स, ड्रोन और सैटेलाइट डेटा का उपयोग करके अपनी फसल की निगरानी कर सकते हैं।
साथ ही, डिजिटल पेमेंट सिस्टम और ई-मार्केटिंग प्लेटफॉर्म्स के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, जिससे किसान सीधे बाजार में अपनी उपज बेच सकें।
महिला किसानों और युवाओं पर विशेष फोकस
इस बार प्रदर्शनी में महिला किसानों के लिए विशेष सत्र रखा गया है, जिसमें महिला उद्यमिता, जैविक खेती और सूक्ष्म उद्योगों पर चर्चा होगी।
युवा किसानों के लिए “Agri Start-up Forum” भी आयोजित किया जाएगा, जहाँ उन्हें सरकारी योजनाओं और निवेश के अवसरों की जानकारी दी जाएगी।
प्रेसवार्ता में साझा हुई जानकारी
इस आयोजन के संबंध में आयोजित प्रेसवार्ता में जयवीर सिंह, राकेश कुमार सिंह, भरत बालियान सहित कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को लेकर तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं और जिलेभर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
आयोजक मंडल का कहना है कि यह प्रदर्शनी किसानों के ज्ञान, विकास और सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।
किसानों के लिए क्यों खास है यह आयोजन?
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नई तकनीकों से परिचय: खेती में उपयोगी नवीनतम मशीनें और उपकरण देख सकेंगे।
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विशेषज्ञों से संवाद: कृषि वैज्ञानिकों से सीधे सवाल पूछने का अवसर।
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सरकारी योजनाओं की जानकारी: केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं पर स्टॉल।
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नए व्यावसायिक अवसर: निवेशकों और स्टार्टअप्स से मुलाकात।
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सम्मान और पहचान: जन प्रतिनिधि सम्मान समारोह से मनोबल बढ़ेगा।
किसानों की उम्मीदें और भविष्य की राह
प्रदेश भर में हो रहे इस तरह के आयोजनों से स्पष्ट है कि सरकार और संस्थान खेती को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने के लिए गंभीर हैं।
किसानों का मानना है कि यदि ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से हों तो खेती केवल जीविका नहीं, बल्कि एक लाभकारी व्यवसाय बन सकती है।
मुज़फ्फरनगर में होने जा रही यह तीन दिवसीय कृषि प्रदर्शनी किसानों, वैज्ञानिकों और उद्योग जगत को एक साथ लाने का ऐतिहासिक अवसर बनने जा रही है। भाकियू नेता राकेश टिकैत और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के उद्घाटन के साथ यह आयोजन किसानों की नई सोच और नई दिशा का प्रतीक बनेगा। 29 से 31 अक्टूबर तक चलने वाला यह मेला प्रदेश की कृषि क्रांति की नई कहानी लिख सकता है।
