Muzaffarnagar: वेलेंटाइन डे वीक के दौरान प्रेमी संग होटल में समय बिता रही एक कॉलेज छात्रा को उसके परिजनों ने रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद होटल में जमकर हंगामा हुआ और परिजनों ने छात्रा और उसके प्रेमी की बेरहमी से पिटाई कर दी। होटल में अफरातफरी मच गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा, उसके प्रेमी, उसके दोस्त और परिवार वालों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया। इस घटना के बाद इलाके में चर्चा का माहौल गर्म हो गया है।
होटल में रंगरलियां मना रहे थे प्रेमी-प्रेमिका, परिजनों ने जमकर पीटा
भोपा थाना क्षेत्र की रहने वाली बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा रोज़ की तरह कॉलेज जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन उसने कॉलेज की बजाय पचैंडा रोड स्थित एक होटल में अपने प्रेमी से मिलने का प्लान बनाया। छात्रा का प्रेमी सहारनपुर जिले के देवबंद थाना क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है। प्रेमी अपने एक दोस्त को भी साथ लेकर होटल पहुंचा था। दोनों होटल के कमरे में वेलेंटाइन डे वीक का जश्न मना रहे थे, लेकिन उनके प्यार के इस खेल की भनक लड़की के घरवालों को लग गई।
परिजन गुस्से से तमतमाए हुए होटल पहुंचे और जैसे ही उन्होंने प्रेमी जोड़े को रंगे हाथ पकड़ा, वैसे ही उनकी पिटाई शुरू कर दी। परिजनों ने न सिर्फ अपनी बेटी और उसके प्रेमी की बेरहमी से पिटाई की, बल्कि प्रेमी के दोस्त को भी नहीं छोड़ा। होटल में इस बवाल से अफरातफरी मच गई और वहां मौजूद अन्य लोग भी सहम गए।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस, प्रेमी-प्रेमिका समेत सभी को हिरासत में लिया
होटल में हुए इस हाई वोल्टेज ड्रामे की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को काबू में किया और सभी को हिरासत में लेकर थाने ले आई।
इस मामले पर थाना प्रभारी दिनेश चंद्र बघेल ने बताया कि जिस होटल में यह घटना हुई, वह अवैध रूप से संचालित हो रहा था। होटल के पास कोई वैध लाइसेंस नहीं था। पुलिस ने होटल मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है।
परिजनों की तहरीर पर युवक और उसके दोस्त के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने बताया कि छात्रा के परिजनों ने प्रेमी और उसके दोस्त के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। तहरीर के आधार पर दोनों युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है और होटल के अवैध संचालन की भी पड़ताल की जा रही है।
वेलेंटाइन डे पर क्यों बढ़ जाती हैं ऐसी घटनाएं?
हर साल वेलेंटाइन डे के दौरान प्रेमी युगलों को लेकर विवादित घटनाएं सामने आती हैं। खासकर छोटे शहरों और कस्बों में ऐसे मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है। कई बार समाज के ठेकेदार, परिजन और स्थानीय लोग ऐसे जोड़ों को सरेआम बेइज्जत करते हैं, तो कभी पुलिस की कार्रवाई भी देखने को मिलती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय समाज में प्रेम संबंधों को लेकर अब भी रूढ़िवादी सोच हावी है। कई परिवारों को यह स्वीकार नहीं होता कि उनके बेटे-बेटी बिना शादी के किसी के साथ समय बिताएं। खासकर जब बात लड़की की हो, तो ऐसे मामलों में परिजनों का गुस्सा और भी ज्यादा देखने को मिलता है।
होटलों में कपल्स पर कार्रवाई का बढ़ता ट्रेंड
इस तरह की घटनाएं पहली बार नहीं हो रही हैं। इससे पहले भी कई बार प्रेमी जोड़ों को होटल में पकड़कर परिजनों ने हंगामा किया है। कुछ मामलों में बजरंग दल और अन्य संगठनों ने भी होटलों में जाकर प्रेमी जोड़ों को धमकाया और मारपीट की।
हाल ही में मेरठ, आगरा, बरेली और लखनऊ में भी पुलिस और परिजनों ने होटलों में छापेमारी कर कई प्रेमी जोड़ों को पकड़ा। इन मामलों में कुछ होटलों को सील कर दिया गया, तो कहीं प्रेमियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
होटल संचालकों की भूमिका पर उठे सवाल
इस तरह की घटनाओं के बाद होटल संचालकों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ जाती है। अक्सर ऐसे होटलों में बिना किसी आईडी प्रूफ के कमरे दिए जाते हैं, जिससे गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। पुलिस भी ऐसे होटलों पर नज़र रखती है, लेकिन कई बार ये होटल गुपचुप तरीके से चलते रहते हैं।
क्या कहते हैं कानून और पुलिस?
कानूनी रूप से किसी भी बालिग व्यक्ति को होटल में रुकने का अधिकार है, लेकिन कई बार सामाजिक और नैतिक दबाव के चलते पुलिस भी इन मामलों में हस्तक्षेप करती है। होटल अगर बिना लाइसेंस चल रहा हो या किसी अवैध गतिविधि में शामिल हो, तो पुलिस उस पर कार्रवाई कर सकती है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि परिजन अपनी संतान के किसी संबंध को लेकर आपत्ति जताते हैं, तो उन्हें बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए, न कि मारपीट और हंगामा करना चाहिए।
Muzaffarnagar की यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि भारत में प्रेम और समाज के बीच टकराव बना हुआ है। एक ओर युवा अपनी पसंद से जीवन साथी चुनने की स्वतंत्रता चाहते हैं, तो दूसरी ओर समाज और परिवार की बंदिशें अभी भी प्रेम को अपराध के रूप में देखती हैं।
यह घटना सिर्फ प्रेमी जोड़े तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की उस मानसिकता को दर्शाती है, जो प्रेम को स्वतंत्रता के रूप में स्वीकार नहीं कर पाती। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या इस घटना के बाद अवैध रूप से चल रहे होटलों पर कोई बड़ी कार्रवाई होती है या नहीं।