Muzaffarnagar मोरना क्षेत्र सोमवार को ऐसी देशभक्ति की लहर से सराबोर हो गया जिसने न सिर्फ उपस्थित लोगों बल्कि राह चलते ग्रामीणों को भी भावुक कर दिया। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित इस विशाल पदयात्रा ने पूरे इलाके में संदेश दिया कि एकता और राष्ट्रनिर्माण आज भी भारतीय समाज की प्रमुख धुरी है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल के नेतृत्व में आयोजन हुआ, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एनसीसी कैडेट्स और छात्र–छात्राओं की बड़ी संख्या शामिल हुई।
पदयात्रा की विशालता, अनुशासन, और देशभक्ति गीतों की गूंज ने इसे एक अनोखा सामाजिक–राष्ट्रीय आयोजन बना दिया। जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ी, गांवों के लोग फूल बरसाकर प्रतिभागियों का अभिनंदन करते रहे।
पदयात्रा का शुभारंभ—चौरावाला स्थित किसान मजदूर इंटर कॉलेज से मोरना तक उमड़ा देशभक्ति का जनसैलाब
विशाल Sardar Patel 150th anniversary march की शुरुआत चौरावाला गांव स्थित किसान मजदूर इंटर कॉलेज से हुई।
यहां जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने फीता काटकर पदयात्रा का उद्घाटन किया।
छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स, भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण राष्ट्रध्वज और सरदार पटेल की तसवीरें लेकर पदयात्रा में शामिल हुए।
यात्रा बढ़ते ही वातावरण “भारत माता की जय”, “वंदेमातरम”, “जय सरदार पटेल” और “एकता ज़िंदाबाद” के नारों से गूंज उठा।
डीजे पर बजते देशभक्ति गीतों ने ऊर्जा को कई गुना बढ़ा दिया—बच्चे, युवा, बुजुर्ग, सभी में अद्भुत उत्साह देखने को मिला।
छात्र–छात्राओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी—पहली बार इतनी बड़ी ‘unity march’ में दिखाई युवा शक्ति
इस पदयात्रा में सबसे अनूठी बात यह रही कि छोटी कक्षाओं से लेकर कॉलेज तक के छात्र–छात्राओं ने अग्रिम पंक्ति में चलते हुए देशभक्ति और एकता का संदेश दिया।
एनसीसी कैडेट्स के अनुशासित कदम और उनकी परेड जैसी व्यवस्था ने भीड़ का ध्यान अपनी ओर खींचा।
युवा प्रतिभागियों ने देशभक्ति के नारों के साथ यह साबित किया कि सरदार पटेल की एकता की भावना नई पीढ़ी में आज भी जीवंत है।
अभिभावकों और ग्रामीणों का कहना था कि ऐसी यात्राएं युवाओं के चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उन्हें देश और समाज के प्रति जागरूक बनाती हैं।
सरदार वल्लभभाई पटेल—एकता के शिल्पकार, जिनकी 150वीं जयंती को मिला विशाल जनसमर्थन
डॉ. वीरपाल निर्वाल ने पदयात्रा के समापन पर कहा कि 31 अक्टूबर से 25 नवंबर तक पटेल जयंती के उपलक्ष्य में पूरे जिले में “एकता दिवस” कार्यक्रमों की श्रृंखला चल रही है।
इनमें शामिल हैं—
-
स्वच्छता कार्यक्रम
-
पदयात्राएं
-
विद्यालयों में निबंध प्रतियोगिता
-
चित्रकला प्रदर्शनी
-
भाषण प्रतियोगिताएं
-
रन फॉर यूनिटी
-
सामाजिक जागरुकता शिविर
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ऐसे नेता थे जिन्होंने 562 रियासतों का एकीकरण करके आधुनिक भारत की नींव रखी।
उनकी दूरदृष्टि और दृढ़ संकल्प ने देश को “अखंड भारत” का स्वरूप दिया, जिसे आज की पीढ़ी भी गर्व से याद करती है।
पदयात्रा में भाजपा नेताओं की बड़ी मौजूदगी—ग्रामीण क्षेत्र में पार्टी की मजबूती का संकेत
इस Sardar Patel 150th anniversary march में भाजपा नेताओं की मजबूत उपस्थिति ने इसे और अधिक प्रभावशाली बना दिया।
उपस्थित प्रमुख नेताओं में शामिल थे—
-
वीरेंद्र सिंह (MLC)
-
प्रमुख अनिल राठी
-
अमित राठी
-
रामकुमार शर्मा
-
जोगिंदर सिंह
-
नितिन पोसवाल
-
अनुराज पंवार
-
अरुण पाल
-
सुबोध सैनी
-
बुधराम प्रधान
-
जयकरण
-
प्रकाश वीर
-
रामकुमार
-
फूलचंद
-
संजय चौहान
-
संजय कोरी
-
बाबू प्रकाशवीर
-
कैप्टन प्रवीण चौधरी
-
सचिन ठाकुर
उनकी उपस्थिति ने न सिर्फ पदयात्रा का महत्व बढ़ाया बल्कि संगठन की एकजुटता को भी मजबूत संदेश दिया।
पदयात्रा के मार्ग में ग्रामीणों द्वारा पुष्पवर्षा—मोरना क्षेत्र में अनोखा उत्साह
जब पदयात्रा मोरना क्षेत्र में पहुंची, तो स्थानीय लोगों ने छतों से फूल बरसाकर प्रतिभागियों का स्वागत किया।
कई स्थानों पर ग्रामीणों ने जल, नाश्ता और छाया की व्यवस्था भी की, जिसने पूरे कार्यक्रम की आत्मीयता को और बढ़ाया।
यात्रा में साथ चल रहे ड्रम, ढोल और देशभक्ति की धुनों ने माहौल को एक उत्सव में बदल दिया।
कई बुजुर्गों ने कहा कि उन्होंने वर्षों बाद इतनी बड़ी और अनुशासित पदयात्रा देखी है।
‘स्वच्छता–एकता–राष्ट्रनिर्माण’ का संदेश—तीन सूत्रों पर केंद्रित रहा कार्यक्रम
पदयात्रा का उद्देश्य केवल सरदार पटेल को सम्मान देना ही नहीं था, बल्कि समाज को निम्न तीन संदेश देना भी था—
-
एकता का महत्व
-
युवा पीढ़ी में राष्ट्रीय जागरूकता
-
स्वच्छता के प्रति समर्पण
छात्रों द्वारा रास्ते में स्वच्छता संदेश लिखी तख्तियां उठाकर चलना विशेष आकर्षण बना।
इससे यह स्पष्ट संदेश गया कि युवा समाज सिर्फ बातें नहीं, बल्कि जिम्मेदारी भी निभाता है।
मोरना क्षेत्र में निकाली गई यह भव्य पदयात्रा केवल सरदार पटेल की 150वीं जयंती का उत्सव नहीं थी, बल्कि एकता और राष्ट्रभावना के पुनर्जागरण का जीवंत उदाहरण भी बनी। एनसीसी कैडेट्स, सैकड़ों छात्र–छात्राओं और भाजपा नेतृत्व की संगठित भागीदारी ने यह संदेश दिया कि आधुनिक भारत में भी देशभक्ति, सामाजिक जागरूकता और राष्ट्रीय एकता उतनी ही प्रबल है जितनी पिछली पीढ़ियों के समय थी। यह “Sardar Patel 150th anniversary march” आने वाले वर्षों में युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी।
