मुजफ्फरनगर। Muzaffarnagar जिले में कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाले तत्वों के खिलाफ पुलिस का डंडा इस बार बेहद सख्त चला है। पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे और थाना कोतवाली नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर उस मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसने खुलेआम ड्यूटी पर तैनात यातायात पुलिसकर्मी पर हाथ छोड़ दिया था।

यह मामला 2 नवंबर की शाम तब सामने आया जब थाना कोतवाली नगर क्षेत्र में आयोजित एक जुलूस के दौरान भीड़ बढ़ने लगी और कुछ लोग रॉन्ग साइड से वाहन निकालने की कोशिश करने लगे। मौके पर तैनात यातायात पुलिसकर्मी ने नियमों का पालन कराने के लिए उन्हें रोका, लेकिन इसके जवाब में भीड़ में शामिल कुछ व्यक्तियों ने पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता, हाथापाई और मारपीट जैसी शर्मनाक हरकत की।

घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना कोतवाली नगर में कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।


🔷 चंद मिनटों में घटना की वीडियो वायरल, पुलिस ने लिया तत्काल संज्ञान

जैसे ही यह घटना सामने आई, जुलूस का माहौल गर्म हो गया और कुछ ही देर में स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद:

  • वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) संजय कुमार वर्मा

  • पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत

  • पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे

ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया और स्पष्ट निर्देश जारी किए कि हमला करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए, चाहे वे किसी भी वर्ग, समुदाय या किसी भी प्रभाव वाले परिवार से क्यों न हों।


🔶 दो विशेष टीमें गठित — अपराधियों की धर-पकड़ तेज

पुलिस अधिकारियों ने घटना के 24 घंटे के भीतर ही दो विशेष टीमों का गठन किया:

  • एक टीम ने वीडियो फुटेज खंगालने का काम संभाला

  • दूसरी टीम ने संदिग्धों की लोकेशन और पहचान फाइनल की

जांच में तेजी आई, और केवल 48 घंटों के भीतर ही पुलिस ने तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन गिरफ्तारियों से लोगों में पुलिस की सक्रियता को लेकर सकारात्मक संदेश गया।

लेकिन पुलिस की निगाहें जिस एक व्यक्ति की तलाश में सबसे ज्यादा थीं, वह था इस घटना का मुख्य आरोपी — प्रवीन, निवासी लोनी।


🔷 मुख्य आरोपी प्रवीन की तलाश बनी पुलिस के लिए चुनौती

लोनी निवासी प्रवीन, जो घटना के समय पुलिसकर्मी पर हाथ छोड़ने में सबसे आगे दिखाई दे रहा था, गिरफ्तारी से बचने के लिए जगह-जगह पनाह लेता रहा।
सूत्रों के अनुसार:

  • वह लगातार मोबाइल लोकेशन बदल रहा था,

  • रिश्तेदारों के घरों में भी रुक-रुक कर छिपने की कोशिश कर रहा था,

  • और ट्रैफिक पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारने की फुटेज वायरल होने के बाद से फरार चल रहा था।

कई दिनों तक फरार रहने के बाद पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी तेज कर दी थी।


🔶 पुलिस का बड़ा अभियान — आरोपी प्रवीन आखिरकार दबोचा गया

यातायात पुलिस और कोतवाली नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर शाम एक विशेष अभियान छेड़ा और तकनीकी निगरानी की मदद से मुख्य आरोपी प्रवीन को गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े जाने के समय आरोपी ने पुलिस से बचने की भरपूर कोशिश की, लेकिन पुलिस की रणनीति ने उसे कहीं भी छिपने नहीं दिया।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार:

“यह गिरफ्तारी कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों के लिए सख्त संदेश है। पुलिसकर्मियों पर हाथ उठाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”


🔵 गिरफ्तारी के बाद क्या होगी आगे की कार्रवाई?

थाना कोतवाली नगर पुलिस ने पुष्टि की है कि प्रवीन के खिलाफ:

  • कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज है

  • नए साक्ष्यों के आधार पर और धाराएँ भी जोड़ी जा सकती हैं

  • अब उसे न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना होगा

  • पुलिस रिमांड की भी तैयारी चल रही है

अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की भूमिका जुलूस के दौरान हमले में मुख्य रूप से सामने आई है और घटना के सभी पहलुओं की जाँच जारी है।


🟧 पुलिस अधिकारियों की सख्त चेतावनी — “कानून हाथ में लिया तो जेल ही इंतज़ार कर रही है”

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने साफ शब्दों में कहा:

“यातायात व्यवस्थाएँ जनता की सुरक्षा के लिए हैं। जो भी लोग पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता करते हैं या मारपीट करते हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने भी कहा:

“मुजफ्फरनगर में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार चौबे ने पूरे प्रकरण को गंभीर बताते हुए यह भी कहा कि:

“ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पर हमला पूरे पुलिस बल पर हमला माना जाएगा।”


📌 आम जनता ने की पुलिस कार्यवाही की सराहना

घटना के बाद सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों ने पुलिस द्वारा की गई तेज कार्रवाई की सराहना की है।

लोगों ने कहा:

  • ऐसे कदम आवश्यक हैं

  • जुलूसों में अराजकता फैलाने वालों पर नकेल कसनी चाहिए

  • ट्रैफिक कानून तोड़ना और पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करना अपराध है

  • आरोपी को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए


🟦 मुजफ्फरनगर में कानून का रौब — पुलिस के इस एक्शन ने दिया बड़ा संदेश

यह कार्रवाई उन सभी के लिए चेतावनी है जो सोचते हैं कि भीड़ में या जुलूसों में पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी कर बच निकलेंगे।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने यह साफ कर दिया है—

“कानून सबके लिए बराबर है। चाहे कोई कितनी भी भीड़ में क्यों न हो, पुलिस पर हमला करने वालों को जेल जरूर भेजा जाएगा।”


🟩 अभियुक्त की गिरफ्तारी से प्रशासन हुआ सख्त — आगे भी जारी रहेगी निगरानी

सूत्र बताते हैं कि पुलिस अब जुलूस आयोजकों और भीड़ नियंत्रण समितियों के साथ विशेष बैठक करेगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।

साथ ही पुलिस यह भी सुनिश्चित करेगी कि:

  • जुलूस के दौरान रॉन्ग साइड न निकले

  • बैरिकेडिंग मजबूत हो

  • पुलिस बल पर्याप्त संख्या में मौजूद रहे

  • विवादित स्थानों पर अतिरिक्त CCTV लगाए जाएँ


🟧 मुजफ्फरनगर पुलिस की कार्रवाई बनी चर्चा का विषय

इस घटना ने पूरे जिले में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर नई चर्चा छेड़ दी है।
लोगों का कहना है:

  • पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की

  • अपराधियों को बच निकलने का मौका नहीं मिला

  • पुलिस की छवि मजबूत हुई

  • ऐसे क़दम अक्सर उठाए जाने चाहिए


मुजफ्फरनगर में यातायात पुलिसकर्मी पर हमला करने वाले मुख्य आरोपी प्रवीन की गिरफ्तारी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जिले की पुलिस अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ने के मूड में नहीं है। जुलूस के दौरान हुई इस घटना के बाद तुरंत एक्शन लेकर पुलिस ने न सिर्फ कानून का सम्मान कायम रखा, बल्कि यह साफ संदेश भी दिया कि मुजफ्फरनगर में पुलिसकर्मी पर हाथ उठाना अब अपराधियों के लिए बेहद महंगा सौदा साबित होगा।

 



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