मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) ७८वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मुजफ्फरनगर के पुरकाजी कस्बे में ऐतिहासिक सूली वाले बाग को शहीद स्थल घोषित किये जाने की मांग की है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि आज हम ७८वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, लेकिन इस जश्न के बीच यह बेहद अफसोस की बात है कि देश के सच्चे सपूत बनकर जिन दीवानों ने हमारे भारत देश को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए अपनी जान कुर्बान की, जिनमें शहीद ए आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, अशफाक उल्ला खां जैसे हजारों क्रांतिकारी शामिल हैं, उन्हें आजादी के ७८ साल बाद भी शहीद का दर्जा तक नहीं दिया गया है। आज उनकी शहादत की गाथाएं सिर्फ स्कूल की किताबों तक सीमित रह गई।

आजादी के बाद से आज तक की सरकारों ने देश के शहीदों को उनकी शहादत का वो सम्मान नहीं दिया है, जिसके वो हकदार थे। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा पुरकाजी स्थित सूलीवाला बाग में १८५७ की क्रांति में अंग्रेजों द्वारा सैकड़ों क्रांतिकारी महिला एवं पुरुषों को सूली चढ़ाकर शहीद करने का इतिहास भी पीएम मोदी के पत्र में उजागर किया।

उन्होंने कहा कि शोभाराम त्यागी नाम के क्रांतिकारी को सूलीवाला बाग पर जमीन में गाड़कर अंग्रेजों ने कुत्तों से फड़वाया था। सामूहिक फांसियां यहां आजादी के दीवानों को दी जाती थी, लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि आज तक सरकारों द्वारा इस ऐतिहासिक जगह को संग्रहित न तो किया गया ना ही इस ऐतिहासिक जगह को शहीद स्थल घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि २०१५ से लेकर अब तक प्रतिवर्ष २६ जनवरी और १५ अगस्त को भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव एडवोकेट जहीर फारूकी के नेतृत्व में हजारों देशभक्तों की तिरंगा यात्रा पुरकाजी रोडवेज बस स्टेंड से सूलीवाला बाग तक निकाली जाती है। १५ अगस्त २०२४ को भी सूलीवाला बाग पर हजारों देशभक्तों के साथ तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी

जिसमें सभी जाति धर्म और सभी पार्टियों के लोग शामिल होते हैं। ऐतिहासिक ध्वजारोहण कार्यक्रम पुरकाजी के सूलीवाला बाग पर किया जाता है। हजारों देशभक्तों का जनसैलाब सामूहिक राष्ट्रगान गाकर भारत माता की जय और हिंदुस्तान जिंदाबाद के जयकारे लगाता है। साथ-साथ देश के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है और प्रतिवर्ष सरकार के नाम प्रशासन के माध्यम से सूलीवाला बाग को शहीद स्थल घोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया जाता है, परंतु देश का दुर्भाग्य है कि आज तक उस ज्ञापन का संज्ञान तक सरकारों ने नही लिया है।

देश की आजादी के ७८वें स्वतंत्रता दिवस १५ अगस्त २०२४ को भारतीय किसान यूनियन भारत सरकार और प्रदेश सरकार से मांग करती है कि देश की जनभावनाओं और शहीदों की शहादत का आदर करते हुए देश की आजादी में जान न्यौछावर करने वाले सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, अशफाक उल्ला खां सहित देश के सभी शहीदों को अविलम्ब शहादत का दर्जा दिया जाए और जल्द से जल्द पुरकाजी के सूलीवाला बाग को शहीद स्थल घोषित किया जाए

ताकि देश के नागरिकों में अपने शहीदों और शहीद स्थलों के प्रति सम्मान और राष्ट्रभक्ति की भावना और भी प्रगाढ़ होने के साथ कायम रह सक। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा ज्ञापन का संज्ञान लेकर देश के शहीदों और शहादत स्थलों को उनका सम्मान दिया जाए, यही देश के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।



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