शनि देव व्यक्ति के जीवन में अनुशासन और संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके कृपापात्र होने पर व्यक्ति को अपार सफलता और समृद्धि प्राप्त होती है, वहीं उनकी नाराजगी से विपत्तियों और कष्टों का सामना करना पड़ता है।
श्रद्धालुओं व यजमानों ने भी घी, नील, बुरा, दहीं, शहद, दूध आदि से भगवान शनि देव का अभिषेक किया गया। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से ललित मोहन शर्मा, मुकेश चौहान, नरेंद्र साधू आदि ने व्यवस्था बनाए रखी। सिक्योरिटी इंचार्ज राकेश, मंदिर के सेवक दिनेश भारद्वाज, सतीश, आशीष अनमोल आदि ने श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण में सहयोग किया। संध्या आरती के यजमान राजीव धीमान रहे।
