Muzaffarnagar । शिवसेना ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में विजयदशमी के अवसर पर शस्त्रों का पूजन किया और हिंदुओं से अपील की कि वे शस्त्रों से सुसज्जित रहें। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदू समाज में एकता और शक्ति को बढ़ावा देना था। मुजफ्फरनगर में शिवसेना के पार्टी कार्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में क्रांतिसेना और शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर हवन पूजन किया और फिर शस्त्रों का विधिवत पूजन किया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बड़ी संख्या मौजूद रही।

जातिवाद और राजनीतिक दलों के प्रलोभनों से दूर रहने का आह्वान

कार्यक्रम में बेस्ट यूपी प्रमुख ललित मोहन शर्मा ने कहा कि बढ़ते जातिवाद के कारण हिंदू समाज बिखर रहा है और इसका फायदा जिहादी ताकतें उठा रही हैं। उन्होंने हिंदू नौजवानों से अपील की कि वे राजनीतिक दलों के प्रलोभनों से दूर रहें, जो सिर्फ सत्ता तक पहुंचने के लिए हिंदू हित का नारा लगाते हैं। शर्मा ने यह भी कहा कि हिंदू समाज को जातिवाद से ऊपर उठकर हिंदुत्व के लिए एकजुट होना चाहिए और समाज में बढ़ रही बेरोजगारी, सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार और नशे के कारोबार पर कड़ा कदम उठाना चाहिए।

हिंदुत्व और समाज में बदलाव की दिशा में शस्त्र पूजन का महत्व

महासचिव संजीव शंकर, वरिष्ठ नेता प्रमोद अग्रवाल और मंडल अध्यक्ष शरद कपूर ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम के जैसे शत्रुओं और जिहादियों के संघार के लिए शस्त्रों को धारण करना चाहिए, क्योंकि आज नहीं तो कल यही शस्त्र समाज और देश की रक्षा में काम आएंगे।

समाज में नशे के कारोबार और भ्रष्टाचार पर कड़ा कदम उठाने की अपील

कार्यक्रम में शिवसेना जिला प्रमुख बिट्टू सिंखेड़ा ने कहा कि आजकल गांव-गांव और गली-गली में नशे का कारोबार फैल चुका है। इसके लिए केवल पुलिस या प्रशासन जिम्मेदार नहीं है, बल्कि समाज के हर सदस्य को मिलकर इस पर कड़ा कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे समाज में बढ़ रही इन सामाजिक बुराइयों के खिलाफ खड़े हों और उन्हें खत्म करने के लिए एकजुट हों।

हिंदू समाज को एकजुट करने का संकल्प

शिवसेना नेताओं ने इस अवसर पर हिंदू समाज को एकजुट करने और एक शक्तिशाली भारत के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि केवल शस्त्रों से सुसज्जित होकर और समाज में बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाकर ही हम अपने समाज को मजबूत बना सकते हैं।

सम्मानित कार्यकर्ताओं का योगदान और संघर्ष

इस कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे किस तरह से समाज में बदलाव लाने के लिए काम कर रहे हैं। इस अवसर पर नरेंद्र ठाकुर, उज्ज्वल पंडित, राजन वर्मा, भवन मिश्रा, और अन्य कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी और कहा कि उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक लाभ नहीं बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।

समारोह का समापन और भावनात्मक संदेश

कार्यक्रम का समापन एक भावनात्मक संदेश के साथ हुआ जिसमें यह कहा गया कि “हिंदू समाज को एकजुट होकर समाज में बढ़ रहे असामाजिक तत्वों का विरोध करना होगा। शस्त्रों का पूजन केवल एक धार्मिक प्रक्रिया नहीं बल्कि समाज में बढ़ रही असहमति और विघटन को समाप्त करने का कदम है।”

शिवसेना का यह कार्यक्रम न केवल हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास था, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि समाज में व्याप्त असामाजिक तत्वों के खिलाफ एकजुटता जरूरी है। शस्त्रों का पूजन और धार्मिक आस्था का सम्मान हमारे समाज की शक्ति को बढ़ाने के लिए आवश्यक है। यह कार्यक्रम हमें याद दिलाता है कि एक सशक्त समाज ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव रख सकता है।



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