शुक्रताल। (Muzaffarnagar) — कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर शुक्रताल में आयोजित होने वाले कार्तिक गंगा स्नान मेले 2025 की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल ने मेला क्षेत्र का गहन निरीक्षण किया।
एसपी ग्रामीण ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, पार्किंग और सीसीटीवी मॉनिटरिंग सिस्टम का बारीकी से जायजा लिया। उनका उद्देश्य स्पष्ट था—“श्रद्धालु निश्चिंत होकर आस्था का स्नान करें, सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी है।”
सुरक्षा और अनुशासन पर विशेष बल
निरीक्षण के दौरान एसपी ग्रामीण ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को सख्त लेकिन संवेदनशील निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, अनुशासन और श्रद्धालुओं की सहायता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने आदेश दिया कि सभी अधिकारी सतर्कता और सौम्य व्यवहार के साथ ड्यूटी निभाएं। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। घाटों और मुख्य प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे, लाउडहेलिंग सिस्टम, और बैरिकेडिंग की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया गया है।
श्रद्धालुओं से संवाद और उनकी कुशलक्षेम पूछी
अपने निरीक्षण के दौरान एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने मेले में आए कई श्रद्धालुओं से संवाद किया। उन्होंने उनसे पूछा कि क्या व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं और क्या किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
श्रद्धालुओं ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया कि इस वर्ष की व्यवस्थाएं पहले से कहीं बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि “पुलिस की उपस्थिति और सहायता भाव देखकर मन को सुकून मिला।”
एसपी ग्रामीण ने यह भी कहा, “आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। कोई भी असुविधा हो तो तुरंत पुलिस कर्मियों को बताएं। यह मेला हम सभी की आस्था का प्रतीक है।”
सफाई और स्वच्छता पर भी दिया विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान एसपी ग्रामीण ने न केवल सुरक्षा पर, बल्कि स्वच्छता व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया। उन्होंने मेला क्षेत्र में नियुक्त सफाई कर्मियों से संवाद किया, उनके कार्य की सराहना की और उन्हें प्रेरित किया कि वे लगातार सफाई बनाए रखें।
उन्होंने कहा, “स्वच्छता ही श्रद्धा का प्रथम प्रतीक है। हर कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निष्ठा से निभाए। जब घाट और रास्ते स्वच्छ रहेंगे, तभी आस्था का भाव और बढ़ेगा।”
साथ ही, उन्होंने आम श्रद्धालुओं से भी अपील की कि वे घाटों और सड़कों पर कूड़ा न फैलाएं और मेला क्षेत्र को साफ-सुथरा बनाए रखने में सहयोग करें।
मेला क्षेत्र की प्रमुख व्यवस्थाओं का भौतिक सत्यापन
मुख्य स्नान घाट, पार्किंग स्थल, कंट्रोल रूम, खोया-पाया केंद्र, यातायात मार्गों और भीड़ नियंत्रण क्षेत्रों का भौतिक सत्यापन करते हुए एसपी ग्रामीण ने हर व्यवस्था को बारीकी से परखा।
उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों से कहा कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाए। महिला पुलिसकर्मियों, ट्रैफिक पुलिस और होमगार्ड्स को भीड़ वाले स्थानों पर विशेष रूप से तैनात किया गया है।
शुक्रताल में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होने की संभावना के चलते, इस बार पुलिस प्रशासन ने ड्रोन कैमरा निगरानी और रियल-टाइम कमांड सेंटर की भी व्यवस्था की है।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी और संयुक्त कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ के. मिश्रा, क्षेत्राधिकारी खतौली राम आशीष यादव, क्षेत्राधिकारी भोपा देववृत वाजपेयी, क्षेत्राधिकारी सदर डॉ. रवि शंकर, और प्रशिक्षु क्षेत्राधिकारी मनोज गंगवार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इन सभी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की व्यवस्था का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और एसपी ग्रामीण को रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी लगातार फील्ड पेट्रोलिंग और लाइव मॉनिटरिंग पर ध्यान देंगे ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से पहले ही निपटा जा सके।
श्रद्धालुओं की संतुष्टि: सुरक्षा और सेवा दोनों सर्वोपरि
श्रद्धालुओं ने बताया कि इस वर्ष की मेला व्यवस्था पहले से कहीं अधिक संगठित और अनुशासित है। घाटों पर साफ-सफाई, पुलिस की तैनाती और ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था सराहनीय रही।
एक श्रद्धालु ने कहा, “एसपी साहब खुद मैदान में उतरे हैं, इससे विश्वास बढ़ा है कि प्रशासन हमारे साथ है।”
एक अन्य महिला श्रद्धालु ने बताया कि “पुलिस कर्मियों का व्यवहार बेहद सहयोगपूर्ण है, जिससे महिलाएं भी सुरक्षित महसूस कर रही हैं।”
शुक्रताल मेला: आस्था, सुरक्षा और सेवा का संगम
शुक्रताल, जो पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महर्षि शुकदेव जी की तपोभूमि रहा है, हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भव्य गंगा स्नान मेले का केंद्र बनता है। इस बार प्रशासन की सख्त निगरानी और उत्कृष्ट प्रबंधन ने इसे और भी व्यवस्थित और सुरक्षित बना दिया है।
पुलिस प्रशासन, नगर पंचायत, और सामाजिक संगठनों के संयुक्त प्रयासों से श्रद्धालुओं को हर स्तर पर सहयोग मिल रहा है। सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, चिकित्सा सहायता और यातायात नियंत्रण—हर व्यवस्था अपनी जगह मजबूती से खड़ी दिखी।
शुक्रताल कार्तिक गंगा स्नान मेला 2025 एक बार फिर प्रशासनिक समन्वय और आस्था के अद्भुत संगम का प्रतीक बन गया है। एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। श्रद्धा, अनुशासन और स्वच्छता के इस अद्भुत संगम ने शुक्रताल को एक बार फिर उत्तर प्रदेश की धार्मिक मानचित्र पर विशेष स्थान दिलाया है।
