मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) प्रशासन और पुलिस ने जनता के लिए सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया। यह आयोजन थाना खालापार में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत की अगुवाई में हुआ। इस मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
समाधान दिवस का उद्देश्य:
सम्पूर्ण समाधान दिवस का प्राथमिक उद्देश्य जनता की समस्याओं को सुनना और उनके त्वरित एवं निष्पक्ष समाधान के लिए कदम उठाना था। इस दौरान जनता से प्राप्त शिकायतों को अधिकारीगण ने गंभीरता से सुना और मौके पर मौजूद संबंधित विभागीय कर्मियों को निर्देश दिया कि वे शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें।
महिला सुरक्षा और साइबर अपराध पर विशेष फोकस
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने इस आयोजन के दौरान महिलाओं से संबंधित शिकायतों को प्राथमिकता से हल करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, साइबर अपराध और साइबर ठगी जैसे मुद्दों पर भी जागरूकता फैलाने पर जोर दिया गया। उन्होंने उपस्थित जनता को बताया कि साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है और इसके लिए क्या एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए।
जनता की भागीदारी और समाधान प्रक्रिया
इस आयोजन में सैकड़ों स्थानीय लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे। इनमें से अधिकांश शिकायतें भूमि विवाद, बिजली के बिल में गड़बड़ी, और पुलिस थानों से संबंधित थीं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी शिकायतों की निष्पक्ष जांच की जाएगी और उनके समाधान में कोई भी ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
थाना प्रभारी खालापार महावीर सिंह चौहान ने समाधान दिवस के दौरान प्राप्त शिकायतों का डाटा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि अब तक की शिकायतों में से 75% का समाधान मौके पर ही किया गया है। शेष समस्याओं पर भी विभागीय कार्रवाई तेजी से चल रही है।
साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की पहल
इस अवसर पर अधिकारियों ने साइबर अपराध से जुड़े मामलों की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि बैंकिंग धोखाधड़ी, फिशिंग स्कैम, और सोशल मीडिया से जुड़े अपराध कैसे हो सकते हैं और इससे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
प्रमुख बिंदु:
- अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
- अपने बैंक अकाउंट से संबंधित जानकारी किसी को साझा न करें।
- ओटीपी साझा करने से बचें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें।
समाधान दिवस: प्रशासन की जवाबदेही का उदाहरण
समाधान दिवस के आयोजन ने एक बार फिर यह साबित किया कि प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं। ऐसे आयोजन न केवल जनता का विश्वास बढ़ाते हैं, बल्कि प्रशासन को भी जनता की असल समस्याओं को समझने का अवसर देते हैं।
महिला अपराध और सुरक्षा पर विशेष सत्र
महिला सुरक्षा पर बात करते हुए, पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत ने महिलाओं को सेल्फ डिफेंस के लिए उपलब्ध साधनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में महिला हेल्पलाइन और थानों में महिला डेस्क को मजबूत किया गया है।
समाधान दिवस में दिखा उत्साह
इस आयोजन में जनता का उत्साह देखने लायक था। महिलाएं, बुजुर्ग, और युवा बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे। हर किसी ने प्रशासन और पुलिस के इस प्रयास की सराहना की।
प्रशासनिक अधिकारियों की टिप्पणियां
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने समाधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य है कि जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें और उनकी समस्याओं का निस्तारण शीघ्र किया जाए। महिला अपराध और साइबर सुरक्षा हमारी प्राथमिकताओं में शामिल हैं।”
पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत ने कहा, “हम हर शिकायत को गंभीरता से लेते हैं। जनता की भागीदारी से ही प्रशासन को मजबूती मिलती है।”
इस समाधान दिवस का आयोजन प्रशासन की जनता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महिलाओं की सुरक्षा और साइबर अपराध पर जागरूकता जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर, प्रशासन ने जनता का भरोसा जीतने का प्रयास किया है। ऐसे आयोजन भविष्य में भी जारी रहने चाहिए।