Muzaffarnagar। सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) एवं क्षेत्राधिकारी नगर, व्योम बिंदल ने थाना सिविल लाइन का त्रैमासिक निरीक्षण करते हुए सुरक्षा व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला हेल्प डेस्क से लेकर बंदी गृह, मालखाना, अपराध रजिस्टर और पुलिस बैरकों की स्थिति का गहनता से मूल्यांकन किया।
महिला हेल्प डेस्क पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के आरंभ में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था का बारीकी से परीक्षण किया गया। एएसपी बिंदल ने आवेदिकाओं के नाम, पता, और उनकी समस्याओं के समाधान हेतु की गई कार्यवाही का अवलोकन किया। यह सुनिश्चित किया गया कि हर मामले का विवरण सही तरीके से दर्ज हो और पीड़िताओं को जल्द न्याय मिले।
मालखाने और शस्त्रों की सफाई पर सख्ती
मालखाने में रखे शस्त्रों की साफ-सफाई और रख-रखाव का निरीक्षण किया गया। एएसपी ने निर्देश दिया कि सभी शस्त्र क्रियाशील स्थिति में होने चाहिए और उनका नियमित परीक्षण अनिवार्य है। इसके अलावा, कार्यालय में रखे अभिलेखों और अन्य दस्तावेजों के रखरखाव को लेकर भी सख्त हिदायत दी गई।
पुलिस बैरक और मेस की गुणवत्ता पर जोर
पुलिसकर्मियों के खाने-पीने की व्यवस्था के लिए संचालित मेस की भी जांच की गई। साफ-सफाई और खाने की गुणवत्ता संतोषजनक पाए जाने पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया। बैरक की स्वच्छता और पुलिसकर्मियों के रहने की सुविधाओं पर भी गहरी नजर डाली गई।
अपराधियों पर शिकंजा कसने के निर्देश
एएसपी ने अपराध रजिस्टर और टॉप-10 अपराधियों की सूची का गहन अवलोकन किया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि टॉप-10 अपराधियों की सूची को नियमित रूप से अपडेट किया जाए और उन पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। हिस्ट्रीशीटर्स की निगरानी को और अधिक सशक्त बनाने के लिए चौकिंग (चेकिंग) और फ्लाई सीट की प्रविष्टियों को नियमित करने की हिदायत दी गई।
त्योहारों पर विशेष सतर्कता
त्यौहार रजिस्टर का भी निरीक्षण करते हुए उन्होंने त्योहारों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। एएसपी ने विशेष तौर पर कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए नियमित पेट्रोलिंग और जनता के साथ संवाद स्थापित करना आवश्यक है।
थाने की समग्र स्थिति पर समीक्षा
सिविल लाइन थाना परिसर के हर कोने का बारीकी से निरीक्षण किया गया। थाना प्रभारी आशुतोष कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में एएसपी ने थाने की समग्र स्थिति का आकलन किया और थाना स्टाफ को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाने के लिए प्रोत्साहित किया।
पुलिसिंग को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने का आह्वान
निरीक्षण के दौरान कम्प्यूटर कक्ष का भी निरीक्षण किया गया। एएसपी ने पुलिसिंग में तकनीकी सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि डिजिटल रिकॉर्डिंग और डेटा एनालिसिस को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
पुलिसकर्मियों के लिए संदेश
निरीक्षण के अंत में एएसपी व्योम बिंदल ने पुलिसकर्मियों को उनके कार्य के प्रति सजग रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग सिर्फ एक नौकरी नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति सेवा का एक दायित्व है।
आम जनता से अपील
एएसपी ने जनता से भी अपील की कि वे पुलिस के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत थाने में दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर शिकायत का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
यह त्रैमासिक निरीक्षण अपराध नियंत्रण, पुलिस व्यवस्था, और प्रशासनिक दक्षता के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एएसपी व्योम बिंदल के नेतृत्व में किए गए इस निरीक्षण से न केवल पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, बल्कि यह भी स्पष्ट संकेत मिलता है कि कानून-व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।