Muzaffarnagar  जिले में एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। नई मंडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिलासपुर कट के समीप, एक डस्ट से लदा डम्पर अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दुर्घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।

डम्पर ने मचाया कहर, बाइक सवार सचिन की गई जान

घटना में जान गंवाने वाले युवक की पहचान थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव बेहड़ा अस्सा निवासी सचिन के रूप में हुई है। हादसा इतना भीषण था कि डम्पर पलटते ही वहां मौजूद राहगीर, बाइक सवार और सड़क किनारे गन्ने का रस पी रहे युवक इसकी चपेट में आ गए। घायल लोगों को तुरंत स्थानीय पुलिस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन, सचिन की गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान मौत हो गई।

हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी, ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी

जैसे ही यह दर्दनाक हादसा हुआ, बिलासपुर कट के आस-पास रहने वाले ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। देखते ही देखते मौके पर दर्जनों ग्रामीण जमा हो गए। अफरा-तफरी के माहौल में लोग घायलों की मदद में जुटे रहे।

CO रूपाली राय व इंस्पेक्टर दिनेश चंद ने संभाला मोर्चा

घटना की सूचना मिलते ही CO नई मंडी रूपाली राय और थाना प्रभारी दिनेश चंद भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और घायलों को तत्काल एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल भिजवाया।

मृतक के घर मचा कोहराम, रोते-बिलखते परिजन पहुंचे जिला अस्पताल

जैसे ही पुलिस ने मृतक सचिन के परिजनों को सूचना दी, पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिजन आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उनके रोने-चिल्लाने की आवाजें दिल दहला देने वाली थीं। परिजनों की हालत देखकर वहां मौजूद हर कोई भावुक हो गया।

ग्रामीणों में आक्रोश, दुर्घटनाओं पर नहीं लग रहा विराम

यह कोई पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में इस तरह की दुर्घटना हुई हो। ग्रामीणों का कहना है कि भारी वाहनों की तेज रफ्तार और अनियंत्रित चालकों की लापरवाही की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। डम्पर चालक अक्सर बिना ब्रेक जांचे गाड़ी सड़क पर दौड़ा देते हैं, जिससे जानलेवा घटनाएं घट रही हैं।

प्रशासन से उठी सख्त कार्रवाई की मांग

इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि डम्पर मालिकों और चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही सड़क किनारे ठेले और अन्य अस्थायी स्टॉल पर भी नियंत्रण लगाया जाए ताकि हादसों की आशंका को कम किया जा सके।

बिना कवर के डस्ट डम्पर बन रहे जानलेवा

इन डस्ट से लदे डम्परों पर कोई कवर नहीं होता, जिससे डस्ट और पत्थर उड़ते रहते हैं। इससे न केवल प्रदूषण फैलता है बल्कि इनका वजन अधिक होने के कारण पलटने की संभावना भी बढ़ जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि इन डम्परों को नियमित रूप से चेक किया जाना चाहिए और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करवाना चाहिए।

शामली व मुजफ्फरनगर के घायल युवक अस्पताल में भर्ती

हादसे में घायल हुए अन्य युवक शामली और मुजफ्फरनगर के निवासी बताए जा रहे हैं। सभी घायलों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।

आखिर कब सुधरेगी सड़क सुरक्षा व्यवस्था?

हर महीने सड़क हादसों में सैकड़ों लोग जान गंवा देते हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता और नियमों के उल्लंघन के चलते ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। क्या इस हादसे के बाद प्रशासन सख्त कदम उठाएगा? क्या जिम्मेदारों पर गाज गिरेगी?

डम्पर चालक फरार, पुलिस ने शुरू की तलाश

हादसे के बाद डम्पर चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। डम्पर को कब्जे में लेकर थाने में खड़ा कर दिया गया है। चालक की गिरफ्तारी के बाद हादसे के बारे में और सटीक जानकारी सामने आ सकेगी।

पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव, पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने मौके पर ही पंचनामा भरने के बाद मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब पुलिस हादसे के हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। साथ ही आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।

सड़क पर खड़े ठेलों और रस की दुकानों पर भी उठे सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर से सड़क किनारे खड़े ठेलों और गन्ने के रस की दुकानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि ये दुकानें सड़क से थोड़ा दूर होतीं तो शायद कई लोगों की जान बच सकती थी।

भविष्य में ऐसी घटनाएं टालने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?

अब सवाल ये है कि प्रशासन ऐसे हादसों से सबक लेकर क्या ठोस कदम उठाएगा? क्या डम्पर चालकों पर नकेल कसी जाएगी? क्या सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा?


मुजफ्फरनगर के बिलासपुर कट के समीप हुआ यह डम्पर हादसा न केवल एक युवक की जान ले गया बल्कि कई परिवारों को सदमे में डाल गया। जब तक प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं होता, ऐसे दर्दनाक हादसे होते रहेंगे। अब वक्त आ गया है कि हर व्यक्ति—प्रशासन, वाहन चालक, और आम नागरिक—सड़क सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाए, ताकि भविष्य में कोई और सचिन यूं असमय मौत का शिकार न हो।



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