Muzaffarnagar जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नई मंडी थाना क्षेत्र के बिलासपुर कट पर आज सुबह एक दर्दनाक हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह ब्लैक स्पॉट पहले से ही कई जानें ले चुका है, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार न होने के कारण यह ‘मौत का कट’ बन चुका है।
तेज रफ्तार ट्रक ने छीनी जिंदगी — बाइक सवार ईरशाद की मौके पर ही मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बिलासपुर निवासी ईरशाद आज सुबह बाइक से अपने किसी कार्य से बाहर निकला था। जैसे ही वह बिलासपुर कट पर पहुंचा और सड़क पार करने का प्रयास किया, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ईरशाद उछलकर सड़क पर जा गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
स्थानीय लोगों में आक्रोश — हादसे के बाद सड़क पर लगी भीड़, पुलिस ने संभाला मोर्चा
हादसे के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत नई मंडी पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और भीड़ की मदद से शव की पहचान की। मृतक की पहचान गांव बिलासपुर निवासी ईरशाद के रूप में हुई। जब पुलिस ने यह सूचना उसके परिवार को दी, तो घर में कोहराम मच गया। परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जहाँ चीख-पुकार और मातम का माहौल था।
ब्लैक स्पॉट बन चुका है बिलासपुर कट — लगातार हो रहे हादसों से लोग सहमे
यह कोई पहली घटना नहीं है। बिलासपुर कट पहले से ही ब्लैक स्पॉट के रूप में कुख्यात है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में यहाँ कई हादसे हो चुके हैं जिनमें कई निर्दोष लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ट्रैफिक सिग्नल, स्पीड ब्रेकर और पुलिस चौकी की कमी के कारण यह क्षेत्र लगातार दुर्घटनाओं का केंद्र बना हुआ है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस कट पर ट्रैफिक कंट्रोल और सड़क सुरक्षा के उपाय तत्काल लागू किए जाएँ, ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
पुलिस की तत्परता — शव मोर्चरी भेजा गया, ट्रक चालक हिरासत में
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। वहीं, आरोपी ट्रक चालक मौके से फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने कुछ ही समय में उसे ट्रक सहित हिरासत में ले लिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि चालक से पूछताछ जारी है और परिजनों से तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल — गांव में पसरा मातम
मृतक ईरशाद की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन बेसुध हालत में हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ईरशाद मेहनती और मिलनसार युवक था, जिसने कभी किसी से दुश्मनी नहीं की। उसकी अचानक हुई मौत ने पूरे गांव को शोक में डूबो दिया है।
स्थानीय लोगों की मांग — ‘प्रशासन तुरंत कदम उठाए, ताकि और ईरशाद न मरें’
ग्रामीणों ने कहा कि बिलासपुर कट को अब स्थायी रूप से बंद किया जाए या वहां ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी और बैरिकेडिंग लगाई जाए। लोगों ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन ने इस बार कदम नहीं उठाया, तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
पुलिस सूत्र बोले — “सड़क हादसों को रोकने के लिए होगा सख्त एक्शन”
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिले में बढ़ते हादसों को देखते हुए अब प्रत्येक ब्लैक स्पॉट की रीव्यू रिपोर्ट तैयार की जा रही है। यातायात विभाग और पुलिस मिलकर उन जगहों पर सुधार कार्य शुरू करेंगे जहां लगातार हादसे हो रहे हैं।
मुजफ्फरनगर के लिए चेतावनी — ट्रैफिक अनुशासन न अपनाने की भारी कीमत
विशेषज्ञों का कहना है कि मुजफ्फरनगर में सड़क हादसों की बड़ी वजह तेज रफ्तार, ओवरलोडिंग और लापरवाही से ड्राइविंग है। यदि समय रहते लोगों ने यातायात नियमों का पालन नहीं किया, तो हादसे और बढ़ेंगे।
“बिलासपुर कट अब मौत का दूसरा नाम बन चुका है। ईरशाद की असमय मौत एक और चेतावनी है कि जब तक प्रशासन और जनता दोनों सतर्क नहीं होंगे — तब तक सड़कें सुरक्षित नहीं बनेंगी।”