Muzaffarnagar के मोरना ब्लॉक क्षेत्र के सीकरी गांव में गंदगी का अंबार लगने से नागरिकों में भारी रोष व्याप्त है। भोकरहेड़ी-मोरना मार्ग पर जगह-जगह लगे कचरे और गंदगी के ढेरों से उठती बदबू ने ग्रामीणों का जीना दुश्वार कर दिया है।स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़कों के किनारे महीनों से कूड़ा जमा है, जिसे उठाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
गांव में दुर्गंध का साम्राज्य — संक्रमण का खतरा बढ़ा, श्रद्धालु हो रहे परेशान
सीकरी गांव में इन दिनों प्रसिद्ध उर्स लतीफी का आयोजन चल रहा है। इस अवसर पर दूर-दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
लेकिन गांव की अस्वच्छता ने उनकी श्रद्धा पर ग्रहण लगा दिया है।
जहां एक ओर धार्मिक आयोजन की पवित्रता है, वहीं दूसरी ओर सड़कों के किनारे फैली गंदगी और नालियों से आती दुर्गंध ने माहौल को असहनीय बना दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि
“उर्स के मौके पर गांव की सड़कों की सफाई और नालियों की सफाई तो होनी चाहिए थी, मगर हफ्तों से गंदगी हटाने कोई नहीं आया।”
भोकरहेड़ी मार्ग बना गंदगी का केंद्र — राहगीर परेशान, वाहन चालकों को दिक्कत
भोकरहेड़ी-मोरना मार्ग, जो इस क्षेत्र की मुख्य सड़क है, उसके किनारे लगे गंदगी के ढेर अब वाहन चालकों और राहगीरों दोनों के लिए परेशानी का कारण बन चुके हैं।
सड़क से गुजरते लोगों को दुर्गंध के साथ-साथ मच्छरों और मक्खियों की भरमार झेलनी पड़ रही है।
गांव के आसपास संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, जिससे ग्रामीणों में डर का माहौल है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई गुहार — “स्वच्छता सिर्फ कागजों में नहीं, जमीन पर चाहिए”
ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से कई बार शिकायत की है।
गांव के निवासी इरफान अली ने बताया —
“गांव में उर्स लतीफी जैसे बड़े आयोजन के दौरान सफाई व्यवस्था का दुरुस्त रहना बहुत जरूरी है।
गंदगी से श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
ग्राम विकास अधिकारी प्रांजल कुमार ने दिया भरोसा — जल्द साफ-सफाई शुरू होगी
ग्राम विकास अधिकारी प्रांजल कुमार ने मामले पर संज्ञान लेते हुए कहा कि
“गांव में शीघ्र ही साफ-सफाई कराई जाएगी। सभी मार्गों से कचरा हटाया जाएगा और किसी भी क्षेत्र में गंदगी नहीं रहने दी जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि विशेष सफाई दल गठित किया गया है जो उर्स लतीफी के दौरान गांव में स्वच्छता बनाए रखने का कार्य करेगा।
स्वच्छ भारत अभियान पर उठे सवाल — ‘नारे हैं बुलंद, पर ज़मीन पर गंदगी कायम’
ग्रामीणों का कहना है कि समय-समय पर गांवों में स्वच्छता अभियान तो चलाए जाते हैं, लेकिन उसका असर स्थायी रूप से देखने को नहीं मिलता।
सीकरी गांव में जमा गंदगी इस बात का उदाहरण है कि निचले स्तर पर सफाई व्यवस्था में अभी भी भारी लापरवाही है।
लोगों ने कहा कि अगर समय रहते सफाई नहीं कराई गई तो संक्रामक बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है।
प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता — उर्स स्थल के आसपास विशेष सफाई दल की तैनाती
सूत्रों के अनुसार, उर्स स्थल और मार्गों पर विशेष टीमों को लगाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
ड्रेन सफाई, सड़क पर झाड़ू लगाना, और कूड़ा उठाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लगाई जा रही हैं।
ब्लॉक अधिकारी स्तर पर भी निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
स्थानीय निवासियों की उम्मीद — उर्स से पहले गांव चमकेगा साफ-सुथरा
गांव के बुजुर्गों ने आशा व्यक्त की है कि प्रशासन अपने वादे पर खरा उतरेगा और उर्स लतीफी से पहले पूरे गांव की सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।
सभी चाहते हैं कि जब श्रद्धालु सीकरी आएं, तो उन्हें गांव की पवित्रता और स्वच्छता का अच्छा अनुभव मिले।
सीकरी गांव की यह स्थिति प्रशासन और स्वच्छता व्यवस्था दोनों के लिए आईना है। उर्स लतीफी जैसे धार्मिक आयोजन के दौरान स्वच्छ वातावरण बनाए रखना न सिर्फ प्रशासनिक जिम्मेदारी है, बल्कि सामाजिक भी। उम्मीद की जा रही है कि अधिकारी अपने वादे के अनुसार त्वरित कार्रवाई कर गांव को स्वच्छ और सुंदर रूप प्रदान करेंगे।

 
                    