Muzaffarnagar- Khatauli में शुक्रवार देर रात हुई वारदात ने पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। तीन हथियारबंद बदमाशों ने कोतवाली से महज 150 मीटर दूर स्थित प्रॉपर्टी डीलर के घर में धावा बोल दिया। बदमाश हेलमेट पहनकर आए थे, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया।
उन्होंने परिवार को बंधक बनाकर करीब 50 तोला सोना और 5 लाख रुपये नकद लूट लिए।
वाकया इतना योजनाबद्ध था कि साफ लग रहा था—बदमाश पहले से रेकी कर चुके थे और उन्हें घर के अंदर-बाहर का पूरा हाल मालूम था।
वलीमे में गया था पूरा परिवार, घर पर मौजूद थे केवल चार लोग—बदमाशों ने इसी मौके को चुना
प्रॉपर्टी डीलर यूसुफ के परिवार में शुक्रवार को रिश्तेदारी का वलीमा था।
यूसुफ अपने परिवार के साथ रहमतनगर (मुज़फ्फरनगर) गए हुए थे।
घर पर मौजूद थे—
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उनका बेटा नाजिम
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बहू सबीना
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नाजिम का भतीजा नदीम
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और नदीम की पत्नी शीबा
रात करीब 11 बजे तीन बदमाश गेट पर आए और डोरबेल बजाई। सबीना ने जैसे ही दरवाज़ा खोला, बदमाशों ने उसे धक्का देकर अंदर घुसकर सभी को तमंचे के बल पर बंधक बना लिया।परिवार को धमकाकर एक ही कमरे में बंद कर दिया गया और बदमाशों ने घर को खंगालना शुरू कर दिया।
सोना, कैश और जेवरात साफ—करीब 50 लाख का नुकसान, बदमाश पूरी तैयारी से आए थे
पीड़ित नाजिम के अनुसार—
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तीनों बहुओं के करीब 50 तोला सोने के जेवरात
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और लगभग ₹5 लाख नकद
बदमाश उठा ले गए।
अलमारी, बॉक्स, सूटकेस—हर चीज को उन्होंने सटीक तरीके से टटोला, जैसे कि उन्हें पता हो कि कीमती सामान कहाँ रखा है।
वारदात के दौरान किसी तरह की तोड़फोड़ या शोर नहीं हुआ, जिससे साफ है कि बदमाश पूरी प्रोफेशनल प्लानिंग के साथ आए थे।
बदमाशों के फरार होने के बाद परिवार ने शोर मचाया—मोहल्ले वाले जुटे, पुलिस को दी सूचना
जैसे ही बदमाश भागे, बंधक बने लोगों ने शोर मचाया और आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंच गए।
इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
कुछ ही देर में मौके पर पहुंचे—
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एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत
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सीओ खतौली रामाशीष यादव
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कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र बघेल
साथ में पुलिस की बड़ी टीम भी मौजूद रही।
पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया, परिवार से बयान लिए और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज इकट्ठा करना शुरू किया।
पुलिस को शक—बदमाश स्थानीय हो सकते हैं, घर की जानकारी होना बड़ा संकेत
प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है कि इस वारदात में स्थानीय या परिचित लोगों का हाथ हो सकता है।
पुलिस के अनुसार—
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बदमाशों को पता था कि परिवार वलीमे में गया है
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उन्हें घर में मौजूद लोगों की संख्या मालूम थी
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उन्हें यह भी पता था कि जेवरात कहाँ रखे जाते हैं
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और उन्होंने ऐसा समय चुना जब चौकी और मुख्य रास्ते पर ट्रैफिक भी कम था
ये सब संकेत बताते हैं कि लूट करने वाले बदमाश परिवार या इलाके से किसी न किसी रूप में परिचित हो सकते हैं।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा बोले—“तीन टीमें बनी हैं, जल्द बड़ा खुलासा होगा”
मुज़फ्फरनगर के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि—
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लूटे गए जेवरात का सटीक आकलन किया जा रहा है
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मामले के खुलासे के लिए तीन विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं
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आसपास के सीसीटीवी की फुटेज और मोबाइल सर्विलांस की मदद ली जा रही है
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पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा
एसएसपी ने यह भी कहा कि बदमाशों की लोकेशन का अनुमान लगाने के लिए टेक्निकल सेल भी सक्रिय है।
वलीमे में गए परिवार के सदस्य खबर मिलते ही लौटे—दहशत का माहौल
वारदात की खबर मिलते ही रहमतनगर में चल रहे वलीमे में हड़कंप मच गया।
पूरा परिवार तुरंत खतौली लौट आया।
घर का माहौल तनावपूर्ण था—
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महिलाएँ रो रही थीं
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बच्चे डरे हुए थे
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मोहल्ले में भी खौफ की स्थिति थी
लोगों का कहना है कि कोतवाली से इतनी नजदीक वारदात होना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
जांच जारी—पुलिस तहरीर लेकर एफआईआर दर्ज कर रही है, फुटेज और तकनीकी डेटा पर नजर
वारदात के तुरंत बाद पुलिस ने तहरीर लेने और मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की।
पुलिस अब—
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कॉल रिकॉर्ड
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मोबाइल लोकेशन
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आसपास की दुकानों के कैमरे
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और संदिग्ध व्यक्तियों की सूची
पर काम कर रही है।
Muzaffarnagar Khatauli robbery का खुलासा अब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है, खासकर क्योंकि वारदात पुलिस स्टेशन से कुछ कदम की दूरी पर हुई है।
Muzaffarnagar Khatauli robbery ने एक बार फिर साबित किया कि अपराधी अब पुलिस चौकियों की नजदीकी से भी नहीं डरते। हथियारबंद बदमाशों द्वारा 150 मीटर दूर लूट करना सुरक्षा व्यवस्था की निर्णायक परीक्षा है। पुलिस ने तीन टीमें गठित कर मामले का खुलासा जल्द करने का दावा किया है, जबकि पीड़ित परिवार दहशत और सदमे में है और न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है।
