मुजफ्फरनगर।Muzaffarnagar News जिले में नशीली दवाओं की अवैध बिक्री और बढ़ती लत पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में नारकोटिक्स विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मेडिकल स्टोर्स, डिग्री कॉलेजों और मेडिकल कॉलेज परिसरों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
बिना डॉक्टर के पर्चे पर नहीं बिकेंगी नशीली दवाएं!
बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने दवा विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे बिना डॉक्टर के पर्चे के किसी भी प्रकार की नशीली दवाओं की बिक्री न करें। यदि कोई मेडिकल स्टोर संचालक इस नियम का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ड्रग्स के बढ़ते प्रभाव पर प्रशासन की चिंता
मुजफ्फरनगर सहित पूरे उत्तर प्रदेश में युवा वर्ग में ड्रग्स का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। कई मामलों में स्कूल-कॉलेजों के छात्र नशीली दवाओं के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने निर्णय लिया है कि शहर के सभी प्रमुख शिक्षा संस्थानों, मेडिकल कॉलेज और डिग्री कॉलेज परिसरों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
विशेष टीमें गठित, छापेमारी अभियान तेज
प्रशासन ने विशेष निगरानी टीमें गठित कर दी हैं, जो शहर में गुप्त रूप से मेडिकल स्टोर्स और अन्य संदिग्ध ठिकानों पर नजर रखेंगी। यदि कहीं भी बिना डॉक्टर के पर्चे के नशीली दवाओं की बिक्री होती पाई गई, तो संबंधित विक्रेता पर एफआईआर दर्ज कर लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।
शहर के कॉलेजों में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति!
डिग्री कॉलेज और मेडिकल कॉलेज परिसरों में नशे की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। छात्रों के बीच कोकीन, चरस, हेरोइन, गांजा, और अन्य नशीली दवाओं का सेवन बढ़ता जा रहा है। कुछ स्थानीय गैंग और ड्रग माफिया इन युवाओं को टारगेट कर रहे हैं।
प्रशासन ने कॉलेज प्रबंधन और स्थानीय पुलिस को मिलकर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। खासतौर पर कॉलेज परिसरों में आने-जाने वाले बाहरी लोगों की कड़ी जांच की जाएगी।
नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान
नशीली दवाओं और ड्रग्स के दुष्प्रभावों के बारे में जनता को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। इन अभियानों के तहत स्कूल-कॉलेजों में सेमिनार, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर और सोशल मीडिया कैंपेन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।
नशीली दवाओं की सप्लाई पर होगी कड़ी कार्रवाई
अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि नशीली दवाओं की आपूर्ति करने वाले माफियाओं के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। इसके लिए पुलिस और नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों को संयुक्त अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं बड़े रैकेट
यह पहली बार नहीं है जब प्रशासन ने नशे के खिलाफ इतनी सख्ती दिखाई है। इससे पहले भी पुलिस ने कई बड़े ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पिछले साल जिले में हजारों की संख्या में नशीली गोलियां, इंजेक्शन और अन्य प्रतिबंधित दवाएं जब्त की गई थीं।
आगे क्या होगा?
- सभी मेडिकल स्टोर्स पर पुलिस और प्रशासन की अचानक छापेमारी होगी।
- जिन इलाकों में ड्रग्स का ज्यादा प्रभाव है, वहां पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।
- स्कूल और कॉलेजों के बाहर संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
- ड्रग्स की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए पुलिस विशेष टीम गठित करेगी।
मुजफ्फरनगर प्रशासन के इस सख्त रवैये से ड्रग माफिया और नशे के सौदागरों में हड़कंप मच गया है। यदि यह अभियान सफल रहा, तो जिले को नशे से मुक्त करने में बड़ी सफलता मिल सकती है।