मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर रखे गये श्रमिक परिवारों की शिकायत के मामले में शुक्रवार को बाल कल्याण समिति और श्रम विभाग की टीम ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। टीम को श्रमिक परिवार बंधक मिले तो उन्होंने ईंट भट्टे के मालिक से बात की ओर श्रमिक परिवारों को बंधन मुक्त कराते हुए उनको अपने अपने घर भिजवाने का काम किया।
इसके साथ ही ईंट भट्टा संचालक को कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी। इन बंधक परिवारों में बच्चों को भी भट्टे पर बंधक ही बनाकर रखा गया था। इस मामले में पीड़ितों के सम्बंध में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई थी।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष रीना देवी, सदस्य पिंकी रानी तथा सदस्य संदीप कुमार द्वारा एक ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर रखे गए श्रमिक परिवारों को बंधन मुक्त कराया गया। बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा रीना देवी, सदस्य पिंकी रानी तथा सदस्य संदीप कुमार द्वारा ब्लाक चरथावल क्षेत्र के गांव कसियारा में ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर रखे गए श्रमिक परिवारों को बंधन मुक्त कराकर उनको सुरक्षित अपने गांव भेजा गया।
परिवारों के साथ बच्चे भी ईंट भट्टे पर बंधक के रूप में रह रहे थे। बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा ने बताया कि ईंट भट्टे पर प्रकरण की शिकायत बचपन बचाओ आंदोलन की साइट पर ई-मेल के माध्यम से की गई थी।
प्रकरण में श्रम विभाग से श्रम प्रवर्तन अधिकारी बालेश्वर, नायब तहसीलदार हरेंद्र पाल सिंह, कानूनगो प्रवीण गुप्ता, उप निरीक्षक गजेंद्र सिंह उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि ईंट भट्टे पर से सभी पीड़ित श्रमिक एवं बच्चों को मुक्त करा कर उनके घर सुरक्षित भेजा गया। इससे पहले वहां से मिले श्रमिकों के बच्चों की काउंसलिंग परामर्शदाता बिलकिस द्वारा की गई।
विवाद थाने पहुंचा
खतौली। किन्नरों का आपसी विवाद थाने तक जा पहुंचा। पुलिस ने मामला बढ जाने पर दोनो पक्षों को हिरासत मे लेते हुए अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित की।
कस्बा निवासी कुछ किन्नरों के बीच किसी बात को लेकर आपसी विवाद हो गया। चर्चा रही कि यह विवाद बात बढ जाने पर मारपीट मे तब्दील हो गया। जिसके चलते दोनो पक्ष एक दूसरे के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर थाने पहुंच गए। बताया जाता है कि थाने पहुंचे इन किन्नरो ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए थाना परिसर मे हंगामे का प्रयास किया। जिसके चलते पुलिस ने दोनो पक्षां को हिरासत मे लेते हुए मामले की जांच-पडताल शुरू की।