Muzaffarnagar News, खतौली। जन समस्याओं के समाधान के लिए तहसील स्तर पर एक नई और प्रभावी पहल की गई है। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत उप जिलाधिकारी (एसडीएम) खतौली श्रीमती मोनालिसा जौहरी ने ‘जन चौपाल’ अभियान की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर समस्याओं का मौके पर ही समाधान करना है।
यह पहल प्रशासनिक प्रणाली को और अधिक प्रभावी और जनसुलभ बनाने का प्रयास है। अब शिकायतकर्ताओं को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जन चौपाल के माध्यम से अधिकारी संबंधित गांवों में जाकर जन शिकायतों को सुनेंगे और उनका समाधान करेंगे।
गांवों में जाएंगे अधिकारी, जन समस्याओं का होगा मौके पर समाधान
एसडीएम मोनालिसा जौहरी ने बताया कि इस अभियान के तहत तहसीलदार, नायब तहसीलदार खतौली और मंसूरपुर सहित अन्य अधिकारियों को अलग-अलग गांव आवंटित किए गए हैं। ये सभी अधिकारी सार्वजनिक स्थानों पर जन चौपाल आयोजित करेंगे। चौपाल में ग्रामीण अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के सामने रख सकेंगे।
चौपाल में प्राप्त शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा और मौके पर ही समाधान का प्रयास होगा। यदि किसी समस्या का तत्काल समाधान संभव नहीं हुआ, तो संबंधित प्रार्थना पत्र की जांच करके रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट को उसी दिन शाम तक तहसील मुख्यालय पर एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
खतौनी में त्रुटियों का भी होगा समाधान
‘जन चौपाल’ में खतौनी से जुड़ी समस्याओं का समाधान भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें क्लेरिकल त्रुटियां, नाम की गलतियां, या हिस्सेदारी विवाद जैसी शिकायतें शामिल हैं। इन समस्याओं को प्राथमिकता पर सुलझाया जाएगा ताकि लोग बार-बार दफ्तर न जाएं।
ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ
यह पहल खासतौर पर उन ग्रामीणों के लिए लाभदायक है जो तहसील मुख्यालय तक पहुंचने में असमर्थ होते हैं। जन चौपाल के जरिए उनके समय और संसाधनों की बचत होगी। इसके साथ ही, शासन-प्रशासन के प्रति भरोसा भी मजबूत होगा।
जन चौपाल के दौरान आमजन की निम्नलिखित समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाया जाएगा:
- भूमि विवाद और खतौनी की त्रुटियां।
- पेंशन योजनाओं से संबंधित मुद्दे।
- आवास योजनाओं में देरी।
- सड़क, बिजली, पानी की समस्याएं।
- सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने की शिकायतें।
‘हर शिकायत का होगा निस्तारण’: एसडीएम जौहरी
एसडीएम खतौली मोनालिसा जौहरी ने स्पष्ट किया कि अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि जन चौपाल के दौरान प्राप्त हर शिकायत को गंभीरता से लें। शिकायतों को समाधान तक पहुंचाना ही इस पहल का मूल उद्देश्य है। इस व्यवस्था से आम लोगों को सरकारी सेवाओं का लाभ सीधे और त्वरित रूप से मिलेगा।
उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि अधिक से अधिक ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान मौके पर ही हो। इससे लोगों का प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा और शिकायतें कम होंगी। हर अधिकारी को प्रतिदिन की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।”
प्रशासन की गंभीरता और पारदर्शिता
इस पहल के तहत यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि चौपाल के दौरान:
- हर शिकायतकर्ता को शिकायत रसीद दी जाए।
- शिकायतों का वर्गीकरण किया जाए।
- तात्कालिक और दीर्घकालिक समाधान की प्रक्रिया तय हो।
अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे शिकायतों के निस्तारण में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करें।
लोगों का उत्साह: ‘सरकारी व्यवस्था हमारे दरवाजे तक’
गांवों में जन चौपाल की घोषणा से ग्रामीणों में उत्साह है। लोगों का मानना है कि प्रशासन का यह कदम उनके जीवन में सुधार लाएगा। सीधी पहुंच और त्वरित समाधान जैसी सुविधाएं उन्हें पहली बार महसूस हो रही हैं।
सार्वजनिक सेवा का एक नया अध्याय
एसडीएम मोनालिसा जौहरी की ‘जन चौपाल’ पहल शासन और जनता के बीच की खाई को पाटने का काम कर रही है। यह न केवल प्रशासनिक सुधार का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि आम लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता पर सुलझाने का प्रतिबिंब भी है।