मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) दशलक्षण महापर्व का अंतिम दसवां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म व अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व के साथ भगवान वासुपुज्य का मोक्ष कल्याणक सकल जैन समाज द्वारा बहुत ही भक्ति भाव के साथ मनाया गया।
दिनांक ८ सितंबर से शुरू हुए जैन धर्म के आज भाद्र पक्ष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर ष्दशलक्षण पर्वष् के अंतिम दिन मंगलवार को श्री दिगम्बर जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र वहलना के साथ शहर के सभी जैन मंदिरों में ष्उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा अर्चना के साथ भगवान वासु पूज्य स्वामी का मोक्ष कल्याणक दिवस निर्वाण लाडू चढ़ाकर बहुत ही भक्तिभाव के साथ मनाया गया।
वही आज अनंत चतुर्दशी का पावन पर्व होने के साथ सभी जैन मंदिरों में जैन श्रद्धालओ द्वारा विशेष पूजा अर्चना की गई। आज के दिन का जैन धर्म में विशेष महत्व है। अनंत चतुर्दशी पर ज्यादातर सभी जैन समाज से जुड़े श्रद्धालु व्रत रखते है। खासकर महिलाए निर्जल व्रत व उपवास रखती है, बहुत ही श्रद्धा भाव से पूजन पाठ करती है पुरुष वर्ग भी प्रातरू काल की बेला में श्री जी का अभिषेक, शांति धारा व पूजन करते है।
आज के दिन प्रत्येक जैन समाज के लोग अपने परिवार सहित सभी मंदिरों में आते है दर्शन करते है और मंदिर में पूरे वर्ष पूजन के लिए लगने वाली अष्ठ द्रव्य सामग्री को भी मंदिर में अर्पण करते है। आज के दिन विशेष दान भी मंदिर में दिया जाता है। आज सुबह से ही शहर के सभी जैन मंदिरों में भक्तो की अच्छी खासी भीड़ रही।
जैन दर्शन में कहा गया है कि मनुष्य का शरीर से हटकर अपनी आत्मा में दृष्टि लगाना ही उत्तम ब्रह्मचर्य है।शहर के प्रेमपुरी, जैन नगर,अबूपुरा, पारसनाथ, नई मंडी चौड़ी गली, मुनीम कॉलोनी, जैन मिलन विहार, सुरेंद्र नगर, अंबा विहार, रेनबो विहार सहित सभी जैन मंदिरों में भी ष्उत्तम ब्रह्मचर्य धर्मष् की पूजा की गई।
दिनांक १८ सितंबर बुधवार को सम्पूर्ण जैन समाज ष्क्षमावाणी पर्वष् मनाएगा, यानी जैन धर्म की परंपरा है कि पूरे वर्ष जाने अंजाने में यदि अपने वचन से अपनी वाणी से या अपने द्वारा किए गए किसी गलत कार्य से यदि किसी का दिल दुखाया हो, किसी के मन को ठेस पहुंची हो, या जाने अंजाने में किसी जीव की हिंसा हुई हो तो जैन समाज के लोग मन से वचन से काया से सभी से क्षमा याचना करते है।
इस दिन को क्षमावाणी दिवस कहा जाता है। इसी के पश्चात १८ सितंबर को क्षमावाणी दिवस पर परंपरागत शहर के श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर जैन नगर का वार्षिक रथयात्रा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ नगर के विभिन्न मार्गो से निकलेगी। उसके बाद दशलक्ष्ण पर्व का समापन होगा।श्री दिगम्बर जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र वहलना में आज अनंत चतुर्दशी के दिन श्री जी का प्रथम अभिषेक व शांतिधारा करने का सौभाग्य विपिन जैन, संजय जैन, राजीव जैन, अभिषेक जैन नावला परिवार व शशांक जैन आदर्श परिवार को प्राप्त हुआ।
प्रबंध कमेटी द्वारा दर्शन करने आए मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध डाक्टर विकास पंवार ,दिल्ली यूनिवर्सिटी की डायरेक्टर डा. गीता, आई.ए .एस. कु.संधी जैन, अर्जुन जैन, जैन बाल संस्कार की टीम पारस जैन,पवित्र जैन, स्पर्श जैन,संभव जैन, वंशू जैन का सम्मान किया।श्री दिगम्बर जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र वहलना प्रबंध कमेटी से अध्यक्ष राजेश जैन, महामंत्री संजय जैन, कोषाध्यक्ष मनोज जैन, रोहित जैन,विप्लव जैन, वैभव जैन, आशीष जैन, चंद्र जैन, मनीष जैन, विजय जैन, अमन जैन, अमित जैन, शशांक जैन, अभिनव जैन, आशीष जैन (सी. ए.)दिनेश जैन, गौरव जैन, विजय जैन इवान हॉस्पिटल, सतीश जैन के साथ काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे।