मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News) वैदिक पुत्री पाठशाला इंटर कॉलेज नई मंडी, मुजफ्फरनगर ने अपने गौरवशाली शताब्दी वर्ष का भव्य उत्सव मनाया। इस अवसर पर आयोजित मेले ने शहरवासियों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में खानपान के विभिन्न स्टॉल, क्राफ्टिंग, मेहंदी, फैंसी ड्रेस, फोटोग्राफी, रंगमंच और फन गेम्स जैसी आकर्षक गतिविधियों ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शताब्दी उत्सव की भव्यता
शताब्दी उत्सव पूरे वर्ष धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समापन समारोह में विद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जो सभी के आकर्षण का केंद्र रहीं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुजफ्फरनगर के प्रतिष्ठित व्यापारी श्री हरीश मित्तल और उनकी धर्मपत्नी उपस्थित रहे।
विशेष अतिथियों का स्वागत
विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रबंधक श्री अरविंद कुमार, अध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल, उप-प्रबंधक श्री योगेंद्र कुमार जैन, और उपाध्यक्ष श्री अंकुर गर्ग ने मुख्य अतिथियों का स्वागत फूल मालाओं और बुके देकर किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
विद्यालय का गौरवशाली इतिहास
श्री अरविंद कुमार ने विद्यालय के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 1946 में विद्यालय को हाई स्कूल की मान्यता और 1950 में इंटर की मान्यता मिली। 1979 में प्रधानाचार्य श्रीमती सरोजिनी ने शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
1981 में ट्रेड व्यावसायिक शिक्षा की शुरुआत हुई, जिससे खाद्य, बैंकिंग, परिधान, और फोटोग्राफी जैसे विषयों का अध्ययन छात्राओं के लिए संभव हुआ। 1994 में, राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता प्रधानाचार्य श्रीमती संतोष गोयल के नेतृत्व में विद्यालय में फर्स्ट और सेकंड फ्लोर का निर्माण और कंप्यूटर लैब की स्थापना हुई।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
विद्यालय ने हमेशा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। यहां की छात्राएं उच्च प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं। वर्तमान में छात्राएं मानवीकी, विज्ञान, वाणिज्य और ट्रेड वर्गों में अध्ययन कर रही हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक
छात्राओं ने विभिन्न नृत्य और संगीत प्रस्तुतियों से दर्शकों को रोमांचित किया। मेहंदी, क्राफ्टिंग, और रंगमंच की गतिविधियों ने मेले में चार चांद लगा दिए।
समापन और शुभकामनाएं
विद्यालय के अध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल ने सभी को शुभकामनाएं दीं और छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रधानाचार्य ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया और विद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र किया।